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चम्बा ! जिला गुज्जर समाज एवं कल्याण सभा के महासचिव गुलाम रसूल जी ने कहा कि जैसा कि हम सब लोग जानते हैं कि पूरे देश में लाक डाउन के चलते सभी लोग अपने घर घर में बैठे हुए हैं सभी लोग प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। सभी लोग इस महामारी से बचने के लिए सरकार और जिला प्रशासन का सहयोग दे रहे हैं। चंबा जिला के काफी लोग जिनका व्यवसाय माल मवेशी का ही है। इस समय कई लोगों के पास पशुओं के लिए चारा खत्म हो चुका है। और वह लोग इस समय बाहर से चारा लाने के लिए नहीं निकल सकते हैं। अतः जिला गुज्जर समाज एवं कल्याण सभा के महासचिव गुलाम रसूल जी ने जिला प्रशासन के समक्ष यह विनती है कि अगर कुछ ट्रक पराली या तुडी के पंजाब से मिल जाए। ताकि पशुओं के लिए चारे का प्रबंध हो सके ।उन्होंने कहा कि हमारे सिल्लाघराट ,जडेरा, पल्यूर,साहू और रजिंडु प्रौथा पंचायत में काफी लोग इस तरह के हैं ।जो कि माल मवेशीयों को पालते हैं । और इसी के साथ गागला,धुलाडा व रजेरा में भी लोगों को काफी दिक्कतें आ रही है उनका कहना है कि उनकी रोजी-रोटी ही माल मवेशियों की वजह से ही चलती है। और उन्होंने कहा कि उनके मवेशी चारे के लिए तड़प रहे हैं अतः उन्होंने प्रशासन से यह गुहार लगाई है कि उन्हें चारे के लिए उचित प्रावधान किया जाए।
चम्बा ! जिला गुज्जर समाज एवं कल्याण सभा के महासचिव गुलाम रसूल जी ने कहा कि जैसा कि हम सब लोग जानते हैं कि पूरे देश में लाक डाउन के चलते सभी लोग अपने घर घर में बैठे हुए हैं सभी लोग प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। सभी लोग इस महामारी से बचने के लिए सरकार और जिला प्रशासन का सहयोग दे रहे हैं। चंबा जिला के काफी लोग जिनका व्यवसाय माल मवेशी का ही है।
इस समय कई लोगों के पास पशुओं के लिए चारा खत्म हो चुका है। और वह लोग इस समय बाहर से चारा लाने के लिए नहीं निकल सकते हैं। अतः जिला गुज्जर समाज एवं कल्याण सभा के महासचिव गुलाम रसूल जी ने जिला प्रशासन के समक्ष यह विनती है कि अगर कुछ ट्रक पराली या तुडी के पंजाब से मिल जाए। ताकि पशुओं के लिए चारे का प्रबंध हो सके ।उन्होंने कहा कि हमारे सिल्लाघराट ,जडेरा, पल्यूर,साहू और रजिंडु प्रौथा पंचायत में काफी लोग इस तरह के हैं ।जो कि माल मवेशीयों को पालते हैं ।
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और इसी के साथ गागला,धुलाडा व रजेरा में भी लोगों को काफी दिक्कतें आ रही है उनका कहना है कि उनकी रोजी-रोटी ही माल मवेशियों की वजह से ही चलती है। और उन्होंने कहा कि उनके मवेशी चारे के लिए तड़प रहे हैं अतः उन्होंने प्रशासन से यह गुहार लगाई है कि उन्हें चारे के लिए उचित प्रावधान किया जाए।
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