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चम्बा ! हिमाचल प्रदेश में अचानक कोविड-19 पॉजिटिव मामले बढ़ना आरंभ हो गए हैं। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार को और तेजी से स्वास्थ्य कार्य सहित बाहरी राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति का कोविड-19 टेस्ट करना सुनिश्चित करवाया जाए। जिला कांग्रेस कमेटी चंंबा के अध्यक्ष नीरज नैय्यर ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि इसमें कोई दो-राय नहीं है कि राज्य सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटी है। लेकिन यह कहना भी गलत नही होगा कि किए जा रहे इंतजामों के मुकाबले में परिस्थितियां हावी नजर आ रही है। उन्होंने कहा बाहर से लाए जाने वाले व्यक्तियों को थर्मल स्कैनिंग के अलवा जोन के बारे में भी जानकारी प्राप्त करे। चंबा उपमंडल की बाट पंचायत में एक स्कूल में स्थापित संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में व्यक्ति को लिए न भोजन न ही स्नान करने की व्यवस्था है। जिसके चलते संस्थागत क्वारंटाइन में भी नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है। जिससे महामारी फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिला चंबा सहित पूरे हिमाचल में करोना टेस्ट की प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है। जबकि पड़ोसी राज्यों में यह टेस्ट प्रक्रिया रोजाना अधिकतम 25 हजार व न्यूनतम 5 हजार के करीब हो रहे है। हिमाचल प्रदेश सरकार को भी इस दिशा में तीव्रता से कार्य करते हुए कोरोना टेस्ट की रफ्तार बढ़ाने के लिए और इंतजाम करने चाहिए। सरकार व स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में युद्ध स्तर पर कार्य कर रोजाना करीब 2 से 5 हजार के टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। ताकि ज्यादा टेस्ट के माध्यम से जल्द से जल्द कोविड-19 संक्रमित रोगी का ज्ञात कर उसे बचाने सहित अन्य लोगों की जिंदगियों को स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया करवाई जा सके। उन्होंने राज्य सरकार से सवाल करते हुए कहा लॉकडाऊन व कर्फ्यू लगने के लगभग 50 दिनों समय गुजरने के बाद सरकार ने राज्य में कितने और कहां-कहां वेंटिलेटर सिस्टम स्थापित किए गए हैं। ताकि जिस प्रकार रोगियों का ग्राफ बढ़ रहा है ।उसमें यदि वेंटिलेटर सिस्टम की आवश्यकता पड़ती है। तो यह सुविधाएं पीड़ित रोगी को मुहैया करवाया जा सके। जिला चंबा में आयुर्वेदिक चिकित्सालय बालू में स्थापित किए हॉटस्पॉट क्वांरटाइन उपचार सेंटर में भी अभी तक मेडिकल स्टाफ नियुक्ति के अतिरिक्त इस महामारी से निपटने के लिए अन्य कोई व्यवस्था कायम नहीं हो सकी है। कांग्रेस पार्टी इस महामारी से निपटने के लिए सरकार के संग कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मगर महामारी के आगे खल रहे अभावों को दूर करने के लिए सरकार को किए जा रहे प्रयासों में बढ़ोतरी करने सहित उसमें तीव्रता दिखानी होगी।
चम्बा ! हिमाचल प्रदेश में अचानक कोविड-19 पॉजिटिव मामले बढ़ना आरंभ हो गए हैं। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार को और तेजी से स्वास्थ्य कार्य सहित बाहरी राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति का कोविड-19 टेस्ट करना सुनिश्चित करवाया जाए।
जिला कांग्रेस कमेटी चंंबा के अध्यक्ष नीरज नैय्यर ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि इसमें कोई दो-राय नहीं है कि राज्य सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटी है। लेकिन यह कहना भी गलत नही होगा कि किए जा रहे इंतजामों के मुकाबले में परिस्थितियां हावी नजर आ रही है।
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उन्होंने कहा बाहर से लाए जाने वाले व्यक्तियों को थर्मल स्कैनिंग के अलवा जोन के बारे में भी जानकारी प्राप्त करे। चंबा उपमंडल की बाट पंचायत में एक स्कूल में स्थापित संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में व्यक्ति को लिए न भोजन न ही स्नान करने की व्यवस्था है।
जिसके चलते संस्थागत क्वारंटाइन में भी नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है। जिससे महामारी फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिला चंबा सहित पूरे हिमाचल में करोना टेस्ट की प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है। जबकि पड़ोसी राज्यों में यह टेस्ट प्रक्रिया रोजाना अधिकतम 25 हजार व न्यूनतम 5 हजार के करीब हो रहे है। हिमाचल प्रदेश सरकार को भी इस दिशा में तीव्रता से कार्य करते हुए कोरोना टेस्ट की रफ्तार बढ़ाने के लिए और इंतजाम करने चाहिए।
सरकार व स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में युद्ध स्तर पर कार्य कर रोजाना करीब 2 से 5 हजार के टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। ताकि ज्यादा टेस्ट के माध्यम से जल्द से जल्द कोविड-19 संक्रमित रोगी का ज्ञात कर उसे बचाने सहित अन्य लोगों की जिंदगियों को स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया करवाई जा सके।
उन्होंने राज्य सरकार से सवाल करते हुए कहा लॉकडाऊन व कर्फ्यू लगने के लगभग 50 दिनों समय गुजरने के बाद सरकार ने राज्य में कितने और कहां-कहां वेंटिलेटर सिस्टम स्थापित किए गए हैं। ताकि जिस प्रकार रोगियों का ग्राफ बढ़ रहा है ।उसमें यदि वेंटिलेटर सिस्टम की आवश्यकता पड़ती है। तो यह सुविधाएं पीड़ित रोगी को मुहैया करवाया जा सके।
जिला चंबा में आयुर्वेदिक चिकित्सालय बालू में स्थापित किए हॉटस्पॉट क्वांरटाइन उपचार सेंटर में भी अभी तक मेडिकल स्टाफ नियुक्ति के अतिरिक्त इस महामारी से निपटने के लिए अन्य कोई व्यवस्था कायम नहीं हो सकी है। कांग्रेस पार्टी इस महामारी से निपटने के लिए सरकार के संग कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मगर महामारी के आगे खल रहे अभावों को दूर करने के लिए सरकार को किए जा रहे प्रयासों में बढ़ोतरी करने सहित उसमें तीव्रता दिखानी होगी।
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