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संधोल/मंडी ! धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, लोकनिर्माण विभाग व अन्य विभागों तथा निजी निर्माण कार्य करने के लिए दो हज़ार से ज्यादा मज़दूर काम करने के लिए दूसरे राज्यों से यहां आये हैं । जिनमें सबसे अधिक आई पी एच विभाग में पिछले छह महीने से ठेकेदारों के माध्य्म से विछायी जा रही पेयजल और सिंचाई योजना की पाईप लाइनों, टैंक निर्माण औऱ डंगे लगाने के कार्यों के लिए लगे हैं।जिनमें अधिकांश मज़दूर पशिचमी बंगाल, बिहार औऱ जम्मू कश्मीर के हैं। विभाग द्धारा पाईप लाइनों व टैंकों के निर्माण कार्य का ठेके यूनिप्रो कम्पनी और कुछ अन्य ठेकेदारों को दिए हैं।जिनमें सात सौ से अधिक मज़दूर कार्यरत हैं जो अलग अलग जगहों पर हैं।लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले एक माह से लगे लॉकडॉउन व कर्फ़्यू के कारण इन मज़दूरों को कंपनी, ठेकेदारों व विभाग ने बेसहारा छोड़ दिया है।मज़दूर संग़ठन सीटू के ज़िला प्रधान औऱ ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें मज़दूरों ने टेलीफोन से संपर्क करके बताया कि जब से लॉकडॉउन लगा है तब से कम्पनी औऱ ठेकेदार नदारद हैं और मज़दूरों को रोटी के लाले पड़ गए हैं। जिसकी सूचना भूपेंद्र सिंह ने एस डी एम धर्मपुर और एक्सईन आई पी एच को समय समय पर दी और एस डी एम ने कुछ खाद्य सामग्री इन मज़दूरों को मुहैया भी कराई है लेकिन वो बहुत कम है जिससे उनका गुजारा नहीं हो रहा है। संधोल में रह रहे मज़दूरों ने बताया कि उन्हें स्थानीय स्तर पर गांवों में राशन मांगना पड़ रहा है और दुकानों से राशन उधार लेना पड़ रहा है जिसे देने में अब दुकानदार मना भी कर रहे हैं। काढापतन में रह रहे बाईस मज़दूरों ने बताया कि वे दिन में एक समय का ही खाना खा रहे हैं दुकानदार का राशन का बिल तीस हजार रुपये हो गया है औऱ वे बड़ी ख़ुशामद करके राशन ले रहे हैं। ठेकेदार का मुंशी कुछ दिन पहले उनके बैक खाते ले गया था लेकिन आज तक पैसे नहीं डाले हैं।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि संधोल, सिद्धपुर, काढापतन,धर्मपुर, बरोटी, डरवाड़,गरली, सजाओपीपलु, सधोट,चोलथरा, टिहरा, कुजाबलह,कुन,तौररखोला इत्यादि स्थानों पर ये मज़दूर रह रहे हैं जिन्हें कुछ मदद स्थानीय लोग भी कर रहे हैं। लेकिन जब से कर्फ़्यू लगा है तब से कंपनी व ठेकेदार इनकी सुध नहीं ले रहे हैं। जब से देश व्यापी लॉकडॉउन लगा था तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस समय अवधि का मज़दूरों को बिना काम का भी वेतन दिया जाएगा औऱ उन्हें खाद्य सामग्री भी दी जाएगी। लेक़िन धर्मपुर में इन मज़दूरों को कहीं पर भी दो माह से वेतन नहीं मिला है।सभी मज़दूरों को एक बार प्रशासन से कुछ राशन मिला था लेकिन वो एक सप्ताह में खत्म हो गया है उसके बाद कोई मदद नहीं मिल रही है।डरवाड़ में कार्यरत मज़दूरों ने बताया कि उन्हें चार महीनों से मज़दूरी नहीं मिली है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने इस बारे एक्सईन आई पी एच को दो बार सूचित किया है औऱ श्रम कानूनों औऱ सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार मज़दूरों को मज़दूरी जारी करने की मांग की थी लेकिन वे भी अभी तक कोई कार्यवाई नहीं कर पाये हैं।भूपेंद्र सिंह ने मांग की है कि विभाग को स्वयं सभी मज़दूरों के वेतन का भुगतान करना चाहिए और प्रशासन को कंपनी पर तुरंत कार्यवाई करनी चाहिए। मज़दूर शमीम,जेहरुल, शुभम, इष्टयाकअली,करिमदीन,मोमहद इकवाल ने बताया कि उन्हें उनके घरों से भी पैसा भेजने के लिए फ़ोन आ रहे हैं लेकिन उन्हें कम्पनी औऱ ठेकेदार से पैमेंट नहीँ मिल रही है जिसकारण उन्हें अपना गुजारा करना मुशिकल हो गया है औऱ अपने परिवारों को भी पैसा नहीं भेज पा रहे हैं।भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि जिस आई पी एच विभाग में ये मज़दूर काम कर रहे हैं उसके मन्त्री भी धर्मपुर से ही हैं लेकिन वे भी इन मज़दूरों की सुध नहीं ले रहे हैं और चुप्पी साधे हुए हैं और मज़दूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।उनोहनें पत्र लिखकर कर एस डी एम धर्मपुर औऱ एक्सईन आई पी एच से इन मज़दूरों को तुरंत पैमेंट देने औऱ राशन उपलब्ध कराने की मांग की है।
संधोल/मंडी ! धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, लोकनिर्माण विभाग व अन्य विभागों तथा निजी निर्माण कार्य करने के लिए दो हज़ार से ज्यादा मज़दूर काम करने के लिए दूसरे राज्यों से यहां आये हैं । जिनमें सबसे अधिक आई पी एच विभाग में पिछले छह महीने से ठेकेदारों के माध्य्म से विछायी जा रही पेयजल और सिंचाई योजना की पाईप लाइनों, टैंक निर्माण औऱ डंगे लगाने के कार्यों के लिए लगे हैं।जिनमें अधिकांश मज़दूर पशिचमी बंगाल, बिहार औऱ जम्मू कश्मीर के हैं।
विभाग द्धारा पाईप लाइनों व टैंकों के निर्माण कार्य का ठेके यूनिप्रो कम्पनी और कुछ अन्य ठेकेदारों को दिए हैं।जिनमें सात सौ से अधिक मज़दूर कार्यरत हैं जो अलग अलग जगहों पर हैं।लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले एक माह से लगे लॉकडॉउन व कर्फ़्यू के कारण इन मज़दूरों को कंपनी, ठेकेदारों व विभाग ने बेसहारा छोड़ दिया है।मज़दूर संग़ठन सीटू के ज़िला प्रधान औऱ ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें मज़दूरों ने टेलीफोन से संपर्क करके बताया कि जब से लॉकडॉउन लगा है तब से कम्पनी औऱ ठेकेदार नदारद हैं और मज़दूरों को रोटी के लाले पड़ गए हैं।
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जिसकी सूचना भूपेंद्र सिंह ने एस डी एम धर्मपुर और एक्सईन आई पी एच को समय समय पर दी और एस डी एम ने कुछ खाद्य सामग्री इन मज़दूरों को मुहैया भी कराई है लेकिन वो बहुत कम है जिससे उनका गुजारा नहीं हो रहा है। संधोल में रह रहे मज़दूरों ने बताया कि उन्हें स्थानीय स्तर पर गांवों में राशन मांगना पड़ रहा है और दुकानों से राशन उधार लेना पड़ रहा है जिसे देने में अब दुकानदार मना भी कर रहे हैं।
काढापतन में रह रहे बाईस मज़दूरों ने बताया कि वे दिन में एक समय का ही खाना खा रहे हैं दुकानदार का राशन का बिल तीस हजार रुपये हो गया है औऱ वे बड़ी ख़ुशामद करके राशन ले रहे हैं। ठेकेदार का मुंशी कुछ दिन पहले उनके बैक खाते ले गया था लेकिन आज तक पैसे नहीं डाले हैं।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि संधोल, सिद्धपुर, काढापतन,धर्मपुर, बरोटी, डरवाड़,गरली, सजाओपीपलु, सधोट,चोलथरा, टिहरा, कुजाबलह,कुन,तौररखोला इत्यादि स्थानों पर ये मज़दूर रह रहे हैं जिन्हें कुछ मदद स्थानीय लोग भी कर रहे हैं। लेकिन जब से कर्फ़्यू लगा है तब से कंपनी व ठेकेदार इनकी सुध नहीं ले रहे हैं।
जब से देश व्यापी लॉकडॉउन लगा था तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस समय अवधि का मज़दूरों को बिना काम का भी वेतन दिया जाएगा औऱ उन्हें खाद्य सामग्री भी दी जाएगी। लेक़िन धर्मपुर में इन मज़दूरों को कहीं पर भी दो माह से वेतन नहीं मिला है।सभी मज़दूरों को एक बार प्रशासन से कुछ राशन मिला था लेकिन वो एक सप्ताह में खत्म हो गया है उसके बाद कोई मदद नहीं मिल रही है।डरवाड़ में कार्यरत मज़दूरों ने बताया कि उन्हें चार महीनों से मज़दूरी नहीं मिली है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने इस बारे एक्सईन आई पी एच को दो बार सूचित किया है औऱ श्रम कानूनों औऱ सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार मज़दूरों को मज़दूरी जारी करने की मांग की थी लेकिन वे भी अभी तक कोई कार्यवाई नहीं कर पाये हैं।भूपेंद्र सिंह ने मांग की है कि विभाग को स्वयं सभी मज़दूरों के वेतन का भुगतान करना चाहिए और प्रशासन को कंपनी पर तुरंत कार्यवाई करनी चाहिए।
मज़दूर शमीम,जेहरुल, शुभम, इष्टयाकअली,करिमदीन,मोमहद इकवाल ने बताया कि उन्हें उनके घरों से भी पैसा भेजने के लिए फ़ोन आ रहे हैं लेकिन उन्हें कम्पनी औऱ ठेकेदार से पैमेंट नहीँ मिल रही है जिसकारण उन्हें अपना गुजारा करना मुशिकल हो गया है औऱ अपने परिवारों को भी पैसा नहीं भेज पा रहे हैं।भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि जिस आई पी एच विभाग में ये मज़दूर काम कर रहे हैं उसके मन्त्री भी धर्मपुर से ही हैं लेकिन वे भी इन मज़दूरों की सुध नहीं ले रहे हैं और चुप्पी साधे हुए हैं और मज़दूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।उनोहनें पत्र लिखकर कर एस डी एम धर्मपुर औऱ एक्सईन आई पी एच से इन मज़दूरों को तुरंत पैमेंट देने औऱ राशन उपलब्ध कराने की मांग की है।
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