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बिलासपुर ! प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव रजनीश मेहता ने कहा कि देश और प्रदेश में कोविड-19 के बचाव के लिए लागू लॉकडाउन से पैदा हुई विषम आर्थिक स्थितियों ने आम नागरिकों व छोटे तथा बड़े व्यापारियों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित करके रख दिया है महामारी के साथ जीना सीख रही जनता को रोजमर्रा की आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन दुर्भाग्य यह है कि सरकार ने अभी तक आर्थिक संकट में जूझ रही जनता के लिए राहत की कोई भी ऐसी घोषणा नहीं की है जिससे जनता और छोटे बड़े व्यापारियों को कुछ लाभ मिल सके ! मेहता ने कहा कि पहले से आर्थिक संकट के चंगुल में फंसी जनता को अब बदहाल हो चुकी परिस्थितियों में सरकार की राहत देने की योजना क्या है इस पर अभी तक कोई स्थिति साफ नहीं है लॉकडाउन ने प्रदेश के लाखों लोगों के जीवन में आर्थिक तबाही मचा कर रख दी है असंगठित क्षेत्र में कामगार , दिहाड़ीदार , मजदूर अनियमित अर्थव्यवस्था में काम करने वाले मजदूरों के साथ लाखों लोग ऐसे हैं जिनका रोजगार व व्यापारियों का व्यापार लॉकडाउन में डूबा हुआ है और अब वह आर्थिक तनाव मैं अपने अपने घरों में बैठे हुए हैं सरकार के अपने आंकड़े बयान करते हैं कि लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों लोग आत्महत्या कर चुके हैं लेकिन गैर सरकारी संस्थाओं के आंकड़ों पर भरोसा करें तो यह संख्या हजारों में पहुंच चुकी है मेहता ने कहा कि सरकार में पैदा हो रही इस घातक स्थिति से निपटने के लिए तुरंत क्या किया जा सकता है इस पर सरकार को अभी कुछ भी सोच ही नहीं रही है वर्तमान के संकट काल में राज्य सरकार द्वारा बस किराया बढ़ाना संकट में फंसी जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है छोटे व बड़े व्यापारी नौकरी पेशा बेरोजगार पहले से बेरोजगारी से जूझ रहे युवा मध्यवर्गीय व कामगार मजदूरों के साथ अन्य कई वर्ग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं मौजूदा समय में अगर स्थानीय छोटे-बड़े व्यापारियों को देखें तो वह भी अपने अपने व्यापारिक स्थल पर अखबार पढ़ कर समय व्यतीत कर रहे हैं सरकार को छोटे और बड़े व्यापारियों को भी जब से लॉकडाउन लगा था तब से लेकर जब तक उनकी व्यापारिक स्थिति सही नहीं होती तब तक सभी व्यापारियों को कर में राहत प्रदान करनी चाहिए और व्यापारियों के लिए भी आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए मौजूदा समय में छोटे से लेकर बड़ा व्यापारी इस समय बहुत भारी नुकसान के दौर से गुजर रहा है
बिलासपुर ! प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव रजनीश मेहता ने कहा कि देश और प्रदेश में कोविड-19 के बचाव के लिए लागू लॉकडाउन से पैदा हुई विषम आर्थिक स्थितियों ने आम नागरिकों व छोटे तथा बड़े व्यापारियों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित करके रख दिया है महामारी के साथ जीना सीख रही जनता को रोजमर्रा की आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन दुर्भाग्य यह है कि सरकार ने अभी तक आर्थिक संकट में जूझ रही जनता के लिए राहत की कोई भी ऐसी घोषणा नहीं की है जिससे जनता और छोटे बड़े व्यापारियों को कुछ लाभ मिल सके !
मेहता ने कहा कि पहले से आर्थिक संकट के चंगुल में फंसी जनता को अब बदहाल हो चुकी परिस्थितियों में सरकार की राहत देने की योजना क्या है इस पर अभी तक कोई स्थिति साफ नहीं है लॉकडाउन ने प्रदेश के लाखों लोगों के जीवन में आर्थिक तबाही मचा कर रख दी है असंगठित क्षेत्र में कामगार , दिहाड़ीदार , मजदूर अनियमित अर्थव्यवस्था में काम करने वाले मजदूरों के साथ लाखों लोग ऐसे हैं जिनका रोजगार व व्यापारियों का व्यापार लॉकडाउन में डूबा हुआ है और अब वह आर्थिक तनाव मैं अपने अपने घरों में बैठे हुए हैं सरकार के अपने आंकड़े बयान करते हैं कि लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों लोग आत्महत्या कर चुके हैं लेकिन गैर सरकारी संस्थाओं के आंकड़ों पर भरोसा करें तो यह संख्या हजारों में पहुंच चुकी है
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मेहता ने कहा कि सरकार में पैदा हो रही इस घातक स्थिति से निपटने के लिए तुरंत क्या किया जा सकता है इस पर सरकार को अभी कुछ भी सोच ही नहीं रही है वर्तमान के संकट काल में राज्य सरकार द्वारा बस किराया बढ़ाना संकट में फंसी जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है छोटे व बड़े व्यापारी नौकरी पेशा बेरोजगार पहले से बेरोजगारी से जूझ रहे युवा मध्यवर्गीय व कामगार मजदूरों के साथ अन्य कई वर्ग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं मौजूदा समय में अगर स्थानीय छोटे-बड़े व्यापारियों को देखें तो वह भी अपने अपने व्यापारिक स्थल पर अखबार पढ़ कर समय व्यतीत कर रहे हैं सरकार को छोटे और बड़े व्यापारियों को भी जब से लॉकडाउन लगा था तब से लेकर जब तक उनकी व्यापारिक स्थिति सही नहीं होती तब तक सभी व्यापारियों को कर में राहत प्रदान करनी चाहिए और व्यापारियों के लिए भी आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए मौजूदा समय में छोटे से लेकर बड़ा व्यापारी इस समय बहुत भारी नुकसान के दौर से गुजर रहा है
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