
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 19 जनवरी [ विशाल सूद ] ! मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपने ससुराल वालों से मिलने आए थे। यहां उन्होंने सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोंग बांध के किनारे बसे लोगों को इको सेंसेटिव जोन से अब कोई खतरा नहीं है। क्योंकि रिहायशी इलाकों को इससे बाहर रखा गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हिमालयी रीजन में डिजास्टर को लेकर जाहिर चिंता पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि निश्चित रूप से क्लाईमेट चेंज का असर होना शुरू हुआ है। क्लाइमेट चेंज का असर इसलिए भी महसूस हो रहा है कि एक बार में तो इतनी ज्यादा बारिश हुई, इतना ज्यादा नुकसान हुआ। ओर पिछले कुछ दिनों से जनवरी ड्राई चल रहा है जो बीस साल में पहली बार हुआ है। इसके लिए साइंटिफिक स्टडी करने की जरूरत है। क्लाइमेट चेंज का असर अभी हिमालयी क्षेत्रों में हो रहा है। आने वाले समय में समुंद्री और मैदानी इलाकों में भी होगा। सुखाश्रेय योजना और प्राकृतिक आपदा से पीड़ित लाभार्थियों से बात भी की। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि वह प्रागपुर नहीं बल्कि अपने ससुराल आए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ गया है। आज पांचवी के बच्चे से दुसरी कक्षा की किताब भी पढ़ी नहीं जा रही इसपर हमें चिंतन करना होगा। इसी लिए हमने नर्सरी से लेकर हाई स्कूल तक इंग्लिश मीडियम शुरू कर दिया। हमारे समय में अध्यापक कान खींचते थे। लेकिन अब कान खींचना थप्पड़ मारना कानूनन जुर्म है जिसे आजकल के बच्चे जानते हैं। इको सेंसेटिव जोन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पोंग बांध के क्षेत्र को इको सेंसेटिव जोन न घोषित किया जाए इसकी पैरवी कर रही है। इसमें प्रदेश सरकार सफल हुई है। जहां लोग रहते हैं जो रिहायशी इलाका है उसे इको सेंसेटिव जोन से बाहर कर दिया जाएगा। पोंग बांध में आने वाले समय टूरिजम एक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। सो करोड़ रुपए की योजनाएं पोंग बांध को लेकर पाइप लाइन में हैं। पोंग बांध में बोट व शिकारे चलेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि टूरिज्म और हाइड्रो ही एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हिमाचल प्रदेश आत्मनिर्भर बन सकता है। गरली- प्रागपुर बहुत पुराना हेरिटेज विलेज है। यहां मैं बचपन में आता रहता हूं। अब प्रागपुर में मेरे ससुराल भी हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सही मायने में आर्थिक स्थिति किसी घोषणा की नहीं है। लेकिन सुरिंदर मनकोटिया को आश्वासन देते हुए कहा कि हम पांच सालों में सभी डिमांड पूरी कर देंगे। अभी हमारे पास चार साल ओर हैं। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि तीन पटवार सर्कल देहरा से तोड़ कर समनोली, चलाली और कड़ोआ को प्रागपुर उपतहसील से जोड़कर प्रागपुर को तहसील का दर्जा दिया गया। वहीं 13 करोड़ रुपए भी विभिन्न स्कूलों और कालेजों के लिए स्वीकृत किए। डाडासीबा पुलिस चौकी को पुलिस थाना में अपग्रेड करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की। कांगड़ा जिला के प्रागपुर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में शिरकत की। इस कार्यक्रम में उन्होंने लाभार्थियों से बात भी की और सड़क और दो पुलों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के माध्यम से सरकार की योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री स्वयं गांवो में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को सुनते हैं और उनका समाधान भी करते हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मंदवाड़ा से कडोल वाया चनौरिया बस्ती, बाबा बलोटू मंदिर, सुकेड़ रोड़ का लोकार्पण किया। उन्होंने बणी से प्रागपुर वाया डांगरा सिद्ध रोड़ पर पुलों का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विकास कार्यों से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। इन कार्यों से क्षेत्र के लोगों की आवाजाही सुगम होगी और उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लाभार्थियों से भी बातचीत की। उन्होंने लाभार्थियों से पूछा कि उन्हें सरकार की योजनाओं से क्या लाभ मिला है। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें सरकार की योजनाओं से काफी लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से कहा कि सरकार हर वर्ग के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी लोगों के विकास के लिए काम कर रही है। हिमाचल में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे सुखाश्रय योजना के लाभार्थियों को कमरे का किराया मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा होस्टल में नहीं रह रहे विद्यार्थियों के लिए की है। जो छात्र होस्टल में रहते हैं, उन्हें यह सुविधा नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज कांगड़ा जिले के जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने लोगों की समस्याएं भी सुनीं।
शिमला , 19 जनवरी [ विशाल सूद ] ! मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपने ससुराल वालों से मिलने आए थे। यहां उन्होंने सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोंग बांध के किनारे बसे लोगों को इको सेंसेटिव जोन से अब कोई खतरा नहीं है। क्योंकि रिहायशी इलाकों को इससे बाहर रखा गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हिमालयी रीजन में डिजास्टर को लेकर जाहिर चिंता पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि निश्चित रूप से क्लाईमेट चेंज का असर होना शुरू हुआ है। क्लाइमेट चेंज का असर इसलिए भी महसूस हो रहा है कि एक बार में तो इतनी ज्यादा बारिश हुई, इतना ज्यादा नुकसान हुआ। ओर पिछले कुछ दिनों से जनवरी ड्राई चल रहा है जो बीस साल में पहली बार हुआ है। इसके लिए साइंटिफिक स्टडी करने की जरूरत है। क्लाइमेट चेंज का असर अभी हिमालयी क्षेत्रों में हो रहा है। आने वाले समय में समुंद्री और मैदानी इलाकों में भी होगा।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
सुखाश्रेय योजना और प्राकृतिक आपदा से पीड़ित लाभार्थियों से बात भी की। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि वह प्रागपुर नहीं बल्कि अपने ससुराल आए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ गया है।
आज पांचवी के बच्चे से दुसरी कक्षा की किताब भी पढ़ी नहीं जा रही इसपर हमें चिंतन करना होगा। इसी लिए हमने नर्सरी से लेकर हाई स्कूल तक इंग्लिश मीडियम शुरू कर दिया। हमारे समय में अध्यापक कान खींचते थे। लेकिन अब कान खींचना थप्पड़ मारना कानूनन जुर्म है जिसे आजकल के बच्चे जानते हैं।
इको सेंसेटिव जोन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पोंग बांध के क्षेत्र को इको सेंसेटिव जोन न घोषित किया जाए इसकी पैरवी कर रही है। इसमें प्रदेश सरकार सफल हुई है। जहां लोग रहते हैं जो रिहायशी इलाका है उसे इको सेंसेटिव जोन से बाहर कर दिया जाएगा।
पोंग बांध में आने वाले समय टूरिजम एक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। सो करोड़ रुपए की योजनाएं पोंग बांध को लेकर पाइप लाइन में हैं। पोंग बांध में बोट व शिकारे चलेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि टूरिज्म और हाइड्रो ही एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हिमाचल प्रदेश आत्मनिर्भर बन सकता है। गरली- प्रागपुर बहुत पुराना हेरिटेज विलेज है। यहां मैं बचपन में आता रहता हूं। अब प्रागपुर में मेरे ससुराल भी हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सही मायने में आर्थिक स्थिति किसी घोषणा की नहीं है। लेकिन सुरिंदर मनकोटिया को आश्वासन देते हुए कहा कि हम पांच सालों में सभी डिमांड पूरी कर देंगे। अभी हमारे पास चार साल ओर हैं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि तीन पटवार सर्कल देहरा से तोड़ कर समनोली, चलाली और कड़ोआ को प्रागपुर उपतहसील से जोड़कर प्रागपुर को तहसील का दर्जा दिया गया। वहीं 13 करोड़ रुपए भी विभिन्न स्कूलों और कालेजों के लिए स्वीकृत किए। डाडासीबा पुलिस चौकी को पुलिस थाना में अपग्रेड करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की।
कांगड़ा जिला के प्रागपुर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में शिरकत की। इस कार्यक्रम में उन्होंने लाभार्थियों से बात भी की और सड़क और दो पुलों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के माध्यम से सरकार की योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री स्वयं गांवो में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को सुनते हैं और उनका समाधान भी करते हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मंदवाड़ा से कडोल वाया चनौरिया बस्ती, बाबा बलोटू मंदिर, सुकेड़ रोड़ का लोकार्पण किया। उन्होंने बणी से प्रागपुर वाया डांगरा सिद्ध रोड़ पर पुलों का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विकास कार्यों से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। इन कार्यों से क्षेत्र के लोगों की आवाजाही सुगम होगी और उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लाभार्थियों से भी बातचीत की। उन्होंने लाभार्थियों से पूछा कि उन्हें सरकार की योजनाओं से क्या लाभ मिला है। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें सरकार की योजनाओं से काफी लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से कहा कि सरकार हर वर्ग के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी लोगों के विकास के लिए काम कर रही है।
हिमाचल में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे सुखाश्रय योजना के लाभार्थियों को कमरे का किराया मिलेगा। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा होस्टल में नहीं रह रहे विद्यार्थियों के लिए की है। जो छात्र होस्टल में रहते हैं, उन्हें यह सुविधा नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज कांगड़ा जिले के जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने लोगों की समस्याएं भी सुनीं।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -