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शिमला, 03 अगस्त ! हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति, शिमला द्वारा प्रदेश में संचालित लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना (TI) की दो दिवसीय समीक्षा बैठक दिनांक 3, 4 अगस्त 2023 को होटल फ़रहिल, शिमला में आयोजित की गई l जिसमें प्रदेश के सभी जिलों से लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजनाओं (TI) के अंतर्गत गैर सरकारी संगठनों के परियोजना संचालक एवं परियोजना प्रबंधक शामिल हुए l हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक श्री राजीव कुमार (HAS) एवं राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर ललित ठाकुर एवं उपनिदेशक श्रीमती मीना सुर्यान व टी आई ( टारगेटेड इंटरवेंशन ) प्रभाग से अन्य कर्मचारी और सेतु परियोजना के प्रदेश अधिकारी, अतीश श्रीवास्तव व अन्य सदस्य उपस्थित रहे l समीक्षा बैठक के दौरान परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने ऐसे हॉट स्पॉट को चिन्हित करने पर जोर दिया जहाँ वर्तमान में संचालित परियोजना के द्वारा उच्च जोखिम समूह तक पहुंच नहीं है, और वहां पर कैंप के आयोजन द्वारा ज्यादा से ज्यादा उच्च जोखिम वाले समूहों की एचआईवी जाँच करने के निर्देश दिए। साथ ही साथ उच्च जोखिम समूह के लोगो को सामाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ने पर भी बल दिया गया l साथ ही सभी परियोजनाओं को आगामी तिमाही का वर्क प्लान बनाकर ज्यादा से ज्यादा लक्ष्यों को राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन द्वारा दिए टारगेट के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए l
शिमला, 03 अगस्त ! हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति, शिमला द्वारा प्रदेश में संचालित लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना (TI) की दो दिवसीय समीक्षा बैठक दिनांक 3, 4 अगस्त 2023 को होटल फ़रहिल, शिमला में आयोजित की गई l जिसमें प्रदेश के सभी जिलों से लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजनाओं (TI) के अंतर्गत गैर सरकारी संगठनों के परियोजना संचालक एवं परियोजना प्रबंधक शामिल हुए l
हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक श्री राजीव कुमार (HAS) एवं राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर ललित ठाकुर एवं उपनिदेशक श्रीमती मीना सुर्यान व टी आई ( टारगेटेड इंटरवेंशन ) प्रभाग से अन्य कर्मचारी और सेतु परियोजना के प्रदेश अधिकारी, अतीश श्रीवास्तव व अन्य सदस्य उपस्थित रहे l
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समीक्षा बैठक के दौरान परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने ऐसे हॉट स्पॉट को चिन्हित करने पर जोर दिया जहाँ वर्तमान में संचालित परियोजना के द्वारा उच्च जोखिम समूह तक पहुंच नहीं है, और वहां पर कैंप के आयोजन द्वारा ज्यादा से ज्यादा उच्च जोखिम वाले समूहों की एचआईवी जाँच करने के निर्देश दिए।
साथ ही साथ उच्च जोखिम समूह के लोगो को सामाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ने पर भी बल दिया गया l साथ ही सभी परियोजनाओं को आगामी तिमाही का वर्क प्लान बनाकर ज्यादा से ज्यादा लक्ष्यों को राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन द्वारा दिए टारगेट के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए l
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