
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सोलन [ बद्दी ] , 21 दिसंबर [ पंकज गोल्डी ] ! बद्दी में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक जगमोहन शास्त्री ने में चल रही भागवत में गुरु की महिमा का किया गुणगान की महिमा का गुणगान किया। माता, पिता और गुरु की सेवा करने से मनुष्य के जीवन का श्रीगणेश होता है। एक व्यापारी को भी अपने व्यापार में भगवान का दर्शन करना चाहिए। अपने ग्राहक को ही भगवान ही समझना चाहिए। तो व्यापारी को यही काम भी भक्ति बन जाता है और इसी से उसका कल्याण होता है। जगमोहन शास्त्री ने बताया कि राजा परीक्षित ने बचपन में मजाक में एक मरे हुए सांप को साधु के गले में डाल दिया था। जिससे जिस पर उन्हें श्राप मिला और उसके चलते उनके जीवन अपराधों से घिर गया। इसलिए गुरू और परिजनों को हमेशा सत्कार करना चाहिए। उन्होंने शुकदेव के जन्म की कथा सुनाते हुए जीवन के उद्देश्य को बारे में जानकारी दी। इस मौके पर उन्होंने मेरी गली विच आ श्यामा राता हो गई चांदनियां और जड़ा शरण गुरु दी आया समेत दर्जनों भजन पेश कर वाहवाही लूटी। कथा के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर कृष्ण कौशल, हरनेक ठाकुर, मान सिंह मेहता, अजय कौशल, दिनेश कौशल, विमल कुमार, तरक्की लाल कौशल, जसवंत राय, नीलम कौशल, शीला कौशल, बेअंत ठाकुर, सुरेंद्र कौशल, गुरचरण सिंह, गुलशन शर्मा समेत गणमान्य लोग उपस्थित हुए। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन [ बद्दी ] , 21 दिसंबर [ पंकज गोल्डी ] ! बद्दी में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक जगमोहन शास्त्री ने में चल रही भागवत में गुरु की महिमा का किया गुणगान की महिमा का गुणगान किया। माता, पिता और गुरु की सेवा करने से मनुष्य के जीवन का श्रीगणेश होता है। एक व्यापारी को भी अपने व्यापार में भगवान का दर्शन करना चाहिए। अपने ग्राहक को ही भगवान ही समझना चाहिए। तो व्यापारी को यही काम भी भक्ति बन जाता है और इसी से उसका कल्याण होता है।
जगमोहन शास्त्री ने बताया कि राजा परीक्षित ने बचपन में मजाक में एक मरे हुए सांप को साधु के गले में डाल दिया था। जिससे जिस पर उन्हें श्राप मिला और उसके चलते उनके जीवन अपराधों से घिर गया। इसलिए गुरू और परिजनों को हमेशा सत्कार करना चाहिए। उन्होंने शुकदेव के जन्म की कथा सुनाते हुए जीवन के उद्देश्य को बारे में जानकारी दी। इस मौके पर उन्होंने मेरी गली विच आ श्यामा राता हो गई चांदनियां और जड़ा शरण गुरु दी आया समेत दर्जनों भजन पेश कर वाहवाही लूटी।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
कथा के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर कृष्ण कौशल, हरनेक ठाकुर, मान सिंह मेहता, अजय कौशल, दिनेश कौशल, विमल कुमार, तरक्की लाल कौशल, जसवंत राय, नीलम कौशल, शीला कौशल, बेअंत ठाकुर, सुरेंद्र कौशल, गुरचरण सिंह, गुलशन शर्मा समेत गणमान्य लोग उपस्थित हुए।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -