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शिमला ! नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट की हिमाचल इकाई द्वारा शुक्रवार को सरकार को एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसके माध्यम से मांग की गई कि कोरोना योद्धाओं की भांति कोविड-19 में फील्ड में डटे पत्रकारों का भी सुरक्षा बीमा किया जाए। इस बाबत एनयूजे इंडिया हिमाचल इकाई ने आईपीआर सचिव रजनीश और मुख्यमंत्री के ओएसडी महेंद्र धर्माणी को ज्ञापन सौंपा गया। सीमा शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गत दिनों शिमला में घोषणा की थी कि इस महामारी से निपटने में लगे समस्त योद्धाओं को 50 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा तथा डयूटी के दौरान जान गंवाने वाले कर्मचारी के परिवार को 50 लाख रुपये मिलेंगे। इसमें डाक्टर, पैरा मेडिकल, पुलिस, सफाई कर्मचारी व आंगनबाडी कार्यकर्ता सहित सभी परिवार शामिल है जिनकी कोविड 19 में डयूटी लगी है। उन्होंने कहा कि एनयूजे सरकार के इस फैसले का स्वागत करती है। मगर पत्रकारों के हित मे भी कोई निर्णय होना चाहिए। ऐसे में जब कोरोना महामारी में मीडिया के बहुत सारे साथी डयूटी पर तैनात हैं और अपनी जिम्मेदारी जान पर खेल कर निभा रहे हैं। वहीं ओएसडी महेंद्र धर्माणी ने कहा कि पत्रकारों की जायज मांग है इसे मुख्यमंत्री के समक्ष रख जाएगा और मामले पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। उधर आईपीआर सचिव रजनीश ने भी पत्रकार हित मे निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। इस दौरान एनयूजे की महिला विंग अध्यक्ष सीमा शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल हैडली, सह सचिव दिनेश अग्रवाल, सदस्य रोशन लाल डोगरा और वीरेंद्र खागटा भी मौजूद रहे।
शिमला ! नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट की हिमाचल इकाई द्वारा शुक्रवार को सरकार को एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसके माध्यम से मांग की गई कि कोरोना योद्धाओं की भांति कोविड-19 में फील्ड में डटे पत्रकारों का भी सुरक्षा बीमा किया जाए। इस बाबत एनयूजे इंडिया हिमाचल इकाई ने आईपीआर सचिव रजनीश और मुख्यमंत्री के ओएसडी महेंद्र धर्माणी को ज्ञापन सौंपा गया।
सीमा शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गत दिनों शिमला में घोषणा की थी कि इस महामारी से निपटने में लगे समस्त योद्धाओं को 50 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा तथा डयूटी के दौरान जान गंवाने वाले कर्मचारी के परिवार को 50 लाख रुपये मिलेंगे।
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इसमें डाक्टर, पैरा मेडिकल, पुलिस, सफाई कर्मचारी व आंगनबाडी कार्यकर्ता सहित सभी परिवार शामिल है जिनकी कोविड 19 में डयूटी लगी है। उन्होंने कहा कि एनयूजे सरकार के इस फैसले का स्वागत करती है। मगर पत्रकारों के हित मे भी कोई निर्णय होना चाहिए। ऐसे में जब कोरोना महामारी में मीडिया के बहुत सारे साथी डयूटी पर तैनात हैं और अपनी जिम्मेदारी जान पर खेल कर निभा रहे हैं।
वहीं ओएसडी महेंद्र धर्माणी ने कहा कि पत्रकारों की जायज मांग है इसे मुख्यमंत्री के समक्ष रख जाएगा और मामले पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। उधर आईपीआर सचिव रजनीश ने भी पत्रकार हित मे निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। इस दौरान एनयूजे की महिला विंग अध्यक्ष सीमा शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल हैडली, सह सचिव दिनेश अग्रवाल, सदस्य रोशन लाल डोगरा और वीरेंद्र खागटा भी मौजूद रहे।
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