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हमीरपुर , 05 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! हमीरपुर के तकनीकी विश्वविद्यालय में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवीबीपी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। विभाग संयोजक भवानी ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार “शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा—तीनों मोर्चों पर बुरी तरह फेल हो चुकी है।” उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज करवाकर सरकार ने अपना “असली चेहरा” दिखा दिया। ठाकुर के अनुसार विधानसभा घेराव के दौरान छात्राओं पर किए गए लाठीचार्ज में कई विद्यार्थी घायल हुए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आवाज़ उठाना अपराध नहीं, परंतु सरकार असहमति को दबाने के लिए शक्ति का दुरुपयोग कर रही है। एबीवीपी का आरोप है कि तीन वर्षों में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है—विश्वविद्यालय बिना स्थायी कुलपतियों के चल रहे हैं, नई शिक्षा नीति लागू नहीं हुई, सीयू धर्मशाला परियोजना ठप पड़ी है, और 5 लाख नौकरियों का वादा हवा हो गया। कानून व्यवस्था, नशे का फैलाव और महिला सुरक्षा पर भी सवाल उठाए गए। छात्र संघ चुनाव बहाली न करना भी छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया गया। भवानी सिंह ने चेतावनी दी—“विद्यार्थी परिषद अब सड़कों से सदन तक निर्णायक संघर्ष करेगी। मांगें न मानीं तो आने वाले दो साल सरकार के लिए भारी पड़ेंगे।”
हमीरपुर , 05 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! हमीरपुर के तकनीकी विश्वविद्यालय में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवीबीपी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। विभाग संयोजक भवानी ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार “शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा—तीनों मोर्चों पर बुरी तरह फेल हो चुकी है।” उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज करवाकर सरकार ने अपना “असली चेहरा” दिखा दिया।
ठाकुर के अनुसार विधानसभा घेराव के दौरान छात्राओं पर किए गए लाठीचार्ज में कई विद्यार्थी घायल हुए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आवाज़ उठाना अपराध नहीं, परंतु सरकार असहमति को दबाने के लिए शक्ति का दुरुपयोग कर रही है।
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एबीवीपी का आरोप है कि तीन वर्षों में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है—विश्वविद्यालय बिना स्थायी कुलपतियों के चल रहे हैं, नई शिक्षा नीति लागू नहीं हुई, सीयू धर्मशाला परियोजना ठप पड़ी है, और 5 लाख नौकरियों का वादा हवा हो गया। कानून व्यवस्था, नशे का फैलाव और महिला सुरक्षा पर भी सवाल उठाए गए।
छात्र संघ चुनाव बहाली न करना भी छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया गया। भवानी सिंह ने चेतावनी दी—“विद्यार्थी परिषद अब सड़कों से सदन तक निर्णायक संघर्ष करेगी। मांगें न मानीं तो आने वाले दो साल सरकार के लिए भारी पड़ेंगे।”
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