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चम्बा , 22 अप्रैल ! भुट्टे वीवर्ज कोआपरेटिव सोसाइटी आपने संस्थापक और प्रवर्तक स्वर्गीय वेद राम ठाकुर जी का जन्मदिन हर वर्ष मनाती है और एक भव्य समारोह में शोलोंउद्योग ,सहकारिता ,संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभावों को पुरस्कृत करती है। इस वर्ष 21 अप्रैल 2003 को चंचल कुमार सरोलवी को ठाकुर मोलू राम पहाड़ी भाषा साहित्य राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। चंचल सरोलवी ,हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा का स्थाई निवासी है। पिछले लगभग 40 वर्षों से चम्बा लोक साहित्य की सेवा निरंतर करता चला रहा हूं। चम्बा लोक साहित्य की विभिन्न विधाओं को कलमबध्द करता चला रहा हूं। इनके लेख कविताएं कहानियां तथा शोध लेख चम्बा लोक साहित्य की विभिन्न विधाओं में अनेक पत्र पत्रिकाओं में हिंदी और पहाड़ी भाषा में प्रकाशन होता रहा हैं। भाषा कला संस्कृति अकादमी शिमला हिमाचल प्रदेश और भाषा एवं संस्कृति विभाग से भी कई वर्षों से जुड़ा हूं ।विभागीय कवि सम्मेलनों और सेमिनारों में भाग लेता रहा हूं। सरोलवी के पास चम्बा लोक साहित्य की विभिन्न विधाओं जैसे ,धार्मिक लोक गाथाएं ऐंचली संग्रह, धार्मिक लोक गाथाएं मुसाधा संग्रह चम्बा लोक गीतों का संग्रह, लोक कथा संग्रह, लोकोक्तियों का संग्रह, लोक पद्य चबोला संग्रह इत्यादि मौजूद है। इसके अलावा भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के सौजन्य से लोक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए कलाकार के रूप में देश और विदेश में संस्कृति का प्रचार करने का चंचल सरोलवी को भी सौभाग्य प्राप्त हुआ।इनके लिखे हिमाचली लोकगीत ऑडियो वीडियो कैसेट्स मैं कई लोक गायकों ने गाए हैं जिन्होंने धूम मचाई है । https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 22 अप्रैल ! भुट्टे वीवर्ज कोआपरेटिव सोसाइटी आपने संस्थापक और प्रवर्तक स्वर्गीय वेद राम ठाकुर जी का जन्मदिन हर वर्ष मनाती है और एक भव्य समारोह में शोलोंउद्योग ,सहकारिता ,संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभावों को पुरस्कृत करती है।
इस वर्ष 21 अप्रैल 2003 को चंचल कुमार सरोलवी को ठाकुर मोलू राम पहाड़ी भाषा साहित्य राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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चंचल सरोलवी ,हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा का स्थाई निवासी है। पिछले लगभग 40 वर्षों से चम्बा लोक साहित्य की सेवा निरंतर करता चला रहा हूं। चम्बा लोक साहित्य की विभिन्न विधाओं को कलमबध्द करता चला रहा हूं।
इनके लेख कविताएं कहानियां तथा शोध लेख चम्बा लोक साहित्य की विभिन्न विधाओं में अनेक पत्र पत्रिकाओं में हिंदी और पहाड़ी भाषा में प्रकाशन होता रहा हैं। भाषा कला संस्कृति अकादमी शिमला हिमाचल प्रदेश और भाषा एवं संस्कृति विभाग से भी कई वर्षों से जुड़ा हूं ।विभागीय कवि सम्मेलनों और सेमिनारों में भाग लेता रहा हूं। सरोलवी के पास चम्बा लोक साहित्य की विभिन्न विधाओं जैसे ,धार्मिक लोक गाथाएं ऐंचली संग्रह, धार्मिक लोक गाथाएं मुसाधा संग्रह चम्बा लोक गीतों का संग्रह, लोक कथा संग्रह, लोकोक्तियों का संग्रह, लोक पद्य चबोला संग्रह इत्यादि मौजूद है।
इसके अलावा भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के सौजन्य से लोक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए कलाकार के रूप में देश और विदेश में संस्कृति का प्रचार करने का चंचल सरोलवी को भी सौभाग्य प्राप्त हुआ।इनके लिखे हिमाचली लोकगीत ऑडियो वीडियो कैसेट्स मैं कई लोक गायकों ने गाए हैं जिन्होंने धूम मचाई है ।
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