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चम्बा ! जिला चम्बा पैरा स्पोर्ट्स के खिलाड़ी अजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई स्वर्णिम खेल नीति को अभी तक मंजूरी न मिलने से कई खिलाड़ी खेलों में अपना भविष्य नहीं बना पा रहे है। अजय ने बताया कि अगर प्रदेश सरकार हिमाचल में नई खेल नीति को लागू करती है तो बहुत सारे खिलाड़ी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश वह देश का नाम ऊंचा करेंगे इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। खिलाड़ी पैरालंपिक खेलों में दिन-रात कड़ी मेहनत करके मेडल लाते हैं लेकिन सरकार की तरफ से उनको आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है। अजय बताते है। कि नई स्वर्णिम खेल नीति से पारंपरिक खेलो को भी बढ़ावा मिलेगा। और प्रशिक्षक व खेल संघ भी मजबूत होंगे। अजय ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी व प्रशिक्षक लगभग 20 वर्षों से नई खेल नीति का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अभी तक उसको धरातल पर मंजूरी नहीं मिलने से कई खिलाड़ी खेलना छोड़ चुके। और कई खिलाड़ियों का भविष्य बर्बाद हो चुका है। अगर समय रहते सरकार इस नीति को मंजूरी दे देती है तो इससे ओलिंपिक , पैरालिंपिक , राष्ट्रमंडल , एशियाई , पैरा एशियाई व राष्ट्रीय खेलों में मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों की संख्या बढ़ेगी। और वह दिन दूर नहीं जब हिमाचल प्रदेश खेलों में हरियाणा से आगे निकल जाएगा। अजय ने बताया कि प्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है कमी है तो सिर्फ एक अच्छे मंच की प्रदेश की नई खेल नीति में खिलाड़ी व प्रशिक्षकों को अन्य राज्यों की तरह नकद पुरस्कार व सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया जाना चाहिए। ताकि हिमाचल के अधिक से अधिक खिलाड़ी नशे की तरफ ना बढ़कर खेलों में अपना भविष्य बना सके। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ! जिला चम्बा पैरा स्पोर्ट्स के खिलाड़ी अजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई स्वर्णिम खेल नीति को अभी तक मंजूरी न मिलने से कई खिलाड़ी खेलों में अपना भविष्य नहीं बना पा रहे है। अजय ने बताया कि अगर प्रदेश सरकार हिमाचल में नई खेल नीति को लागू करती है तो बहुत सारे खिलाड़ी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश वह देश का नाम ऊंचा करेंगे इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। खिलाड़ी पैरालंपिक खेलों में दिन-रात कड़ी मेहनत करके मेडल लाते हैं लेकिन सरकार की तरफ से उनको आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है।
अजय बताते है। कि नई स्वर्णिम खेल नीति से पारंपरिक खेलो को भी बढ़ावा मिलेगा। और प्रशिक्षक व खेल संघ भी मजबूत होंगे। अजय ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी व प्रशिक्षक लगभग 20 वर्षों से नई खेल नीति का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अभी तक उसको धरातल पर मंजूरी नहीं मिलने से कई खिलाड़ी खेलना छोड़ चुके। और कई खिलाड़ियों का भविष्य बर्बाद हो चुका है।
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अगर समय रहते सरकार इस नीति को मंजूरी दे देती है तो इससे ओलिंपिक , पैरालिंपिक , राष्ट्रमंडल , एशियाई , पैरा एशियाई व राष्ट्रीय खेलों में मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों की संख्या बढ़ेगी। और वह दिन दूर नहीं जब हिमाचल प्रदेश खेलों में हरियाणा से आगे निकल जाएगा। अजय ने बताया कि प्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है कमी है तो सिर्फ एक अच्छे मंच की प्रदेश की नई खेल नीति में खिलाड़ी व प्रशिक्षकों को अन्य राज्यों की तरह नकद पुरस्कार व सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया जाना चाहिए। ताकि हिमाचल के अधिक से अधिक खिलाड़ी नशे की तरफ ना बढ़कर खेलों में अपना भविष्य बना सके।
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