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चम्बा , 01 सितंबर [ शिवानी ] ! उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा, रहने खाने-पीने तथा अपने गंतव्य की तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा प्राथमिकता के आधार पर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित बनाया गया है। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान समूचे जिला में 23 से 25 अगस्त तक लगातार भारी वर्षा के कारण लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु भूस्खलन के कारण भरमौर के विभिन्न क्षेत्रों में फंस गये थे। श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 27, 28 और 29 अगस्त को मेजर रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। 27 अगस्त को जितने भी श्रद्धालु ट्रैक रूट के ऊपर थे उनको भरमौर लाया गया और सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ऑपरेशन जारी है। उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी श्रद्धालुओं को भरमौर से चंबा सुरक्षित पहुंचाया गया इसके पश्चात चंबा से आगे एचआरटीसी और स्थानीय लोगों के सहयोग से सभी को अपने-अपने गंतव्य तक भेजा गया। उपायुक्त ने प्रशासन की ओर से उन सभी लंगर समितियों और स्थानीय लोगों का आभार जताया जिन्होंने इस मुश्किल समय में पूरे ऑपरेशन के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा पहुंचाने और विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रशासन का सहयोग किया। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने यह भी बताया कि बताया कि भरमौर में लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु मौजूद थे जिसमें से 10 हज़ार से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा चुका है, लगभग 3 से 4 हज़ार के बीच श्रद्धालु अभी भी भरमौर में है जिनका भरमौर प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से ठहरने और खाने-पीने का पूर्ण व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शेष बचे सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक जल्द पहुंचाया दिया जाएगा। उन्होंने जिला भर में हुई भारी बारिश से हुए नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि नुकसान का आकलन करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर बग्गा से दुरगेठी के बीच लगभग 15 से 20 ऐसे बड़े-बड़े स्लाइस है जिनको ठीक करने में अभी काफी समय लगेगा। उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि विभाग की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग की बहाली करने के लिए दिन रात प्रभावी सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग और एचपीएससीबीएल के अधिकारियों ने भी बहुत बेहतरीन कार्य किया है जिन्होंने भारी वर्षा होने के बावजूद भी भरमौर में समय रहते बिजली और पानी की व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुचारू रखा। उपायुक्त ने बताया कि पुलिस, एनडीआरएफ की टीम ने बहुत ही बेहतरीन कार्य किया जिन्होंने एक दिन के भीतर लगभग साढ़े 9 हज़ार यात्रियों को उस रूट से सुरक्षित निकला जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका था। उन्होंने समस्त जिला ज़िला वासियों सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए पठानकोट एवं डोडा जिला प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया है।
चम्बा , 01 सितंबर [ शिवानी ] ! उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा, रहने खाने-पीने तथा अपने गंतव्य की तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा प्राथमिकता के आधार पर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान समूचे जिला में 23 से 25 अगस्त तक लगातार भारी वर्षा के कारण लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु भूस्खलन के कारण भरमौर के विभिन्न क्षेत्रों में फंस गये थे। श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 27, 28 और 29 अगस्त को मेजर रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। 27 अगस्त को जितने भी श्रद्धालु ट्रैक रूट के ऊपर थे उनको भरमौर लाया गया और सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ऑपरेशन जारी है।
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उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी श्रद्धालुओं को भरमौर से चंबा सुरक्षित पहुंचाया गया इसके पश्चात चंबा से आगे एचआरटीसी और स्थानीय लोगों के सहयोग से सभी को अपने-अपने गंतव्य तक भेजा गया। उपायुक्त ने प्रशासन की ओर से उन सभी लंगर समितियों और स्थानीय लोगों का आभार जताया जिन्होंने इस मुश्किल समय में पूरे ऑपरेशन के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा पहुंचाने और विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रशासन का सहयोग किया।
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने यह भी बताया कि बताया कि भरमौर में लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु मौजूद थे जिसमें से 10 हज़ार से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा चुका है, लगभग 3 से 4 हज़ार के बीच श्रद्धालु अभी भी भरमौर में है जिनका भरमौर प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से ठहरने और खाने-पीने का पूर्ण व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शेष बचे सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक जल्द पहुंचाया दिया जाएगा।
उन्होंने जिला भर में हुई भारी बारिश से हुए नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि नुकसान का आकलन करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर बग्गा से दुरगेठी के बीच लगभग 15 से 20 ऐसे बड़े-बड़े स्लाइस है जिनको ठीक करने में अभी काफी समय लगेगा।
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि विभाग की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग की बहाली करने के लिए दिन रात प्रभावी सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग और एचपीएससीबीएल के अधिकारियों ने भी बहुत बेहतरीन कार्य किया है जिन्होंने भारी वर्षा होने के बावजूद भी भरमौर में समय रहते बिजली और पानी की व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुचारू रखा।
उपायुक्त ने बताया कि पुलिस, एनडीआरएफ की टीम ने बहुत ही बेहतरीन कार्य किया जिन्होंने एक दिन के भीतर लगभग साढ़े 9 हज़ार यात्रियों को उस रूट से सुरक्षित निकला जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका था। उन्होंने समस्त जिला ज़िला वासियों सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए पठानकोट एवं डोडा जिला प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया है।
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