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चम्बा , 28 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! जिले के अंतर्गत पड़ने वाले गांव सुनारा में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक स्कूल के अध्यापक ने बच्चे को बेरहमी से पीटने के बाद उसी बच्चे के कान की इतनी जोर से खींचा कि उस बच्चे के कान के पर्दे के साथ सुनाई देने वाली नसे दब गई जिस कारण बच्चे को सुनाई देना बंद हो गया। अभी वह बच्चा चम्बा के हॉस्पिटल में दाखिल है और अब उसका ऑपरेशन हुआ है। पर ऑपरेशन होने के बाजूद यह बच्चा सुन सकता है यह कहना मुश्किल है। ईएनटी वार्ड में दाखिल यह छोटा सा बच्चा तीसरी कक्षा का छात्र है जिसके कि कान में ज्यादा चोट आने की वजह से डॉक्टरों ने इसका ऑपरेशन करना पड़ा। और इस बच्चे के अनुसार इसकी दुर्दशा एक अध्यापक ने की। पूछने पर इस पीड़ित बच्चे ने बताया कि क्लास में बैठे सभी बच्चे शोर मचा रहे थे तो ऐसे में अश्वनी नाम के अध्यापक ने आते ही पहले तो मुझे पीटा और उसके बाद जोर से मेरे कान को खींचा। इस बच्चे ने बताया कि अब उसके कान में बहुत दर्द भी हो रहा है और उसे कुछ सुनाई भी नहीं देवरहा है।पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि वह तागी गांव डाकघर सुनारा की रहने वाली है, उसने बताया कि वह डीपीएस तागी में कार्यरत हूं और मुझे मिड डे मिल में खाना बनाने को रखा गया है। उसने बताया कि इस स्कूल में अश्वनी अध्यापक है उन्होंने मेरे बच्चे को कई बार कान से खींचा है जिस कारण मेरे बच्चे के कान के भीतर एक फुफला सा बन गया था। जब में अपने बच्चे को चम्बा हस्पताल में दिखाने को लाई तो डॉक्टरों ने बताया कि इसके कान के भीतर नस ब्लॉक हो गई है। पीड़ित महिला ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले कान के डॉक्टर ने मेरे बच्चे का ऑपरेशन किया है। महिला ने बताया कि जिस अध्यापक ने मेरे बच्चे को बड़ी बेरहमी से कण को मरोड़ा है वहीं अध्यापक अब हमे स्कूल से निकालने की धमकी भी दे रहा है।
चम्बा , 28 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! जिले के अंतर्गत पड़ने वाले गांव सुनारा में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक स्कूल के अध्यापक ने बच्चे को बेरहमी से पीटने के बाद उसी बच्चे के कान की इतनी जोर से खींचा कि उस बच्चे के कान के पर्दे के साथ सुनाई देने वाली नसे दब गई जिस कारण बच्चे को सुनाई देना बंद हो गया।
अभी वह बच्चा चम्बा के हॉस्पिटल में दाखिल है और अब उसका ऑपरेशन हुआ है। पर ऑपरेशन होने के बाजूद यह बच्चा सुन सकता है यह कहना मुश्किल है। ईएनटी वार्ड में दाखिल यह छोटा सा बच्चा तीसरी कक्षा का छात्र है जिसके कि कान में ज्यादा चोट आने की वजह से डॉक्टरों ने इसका ऑपरेशन करना पड़ा। और इस बच्चे के अनुसार इसकी दुर्दशा एक अध्यापक ने की।
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पूछने पर इस पीड़ित बच्चे ने बताया कि क्लास में बैठे सभी बच्चे शोर मचा रहे थे तो ऐसे में अश्वनी नाम के अध्यापक ने आते ही पहले तो मुझे पीटा और उसके बाद जोर से मेरे कान को खींचा। इस बच्चे ने बताया कि अब उसके कान में बहुत दर्द भी हो रहा है और उसे कुछ सुनाई भी नहीं देवरहा है।
पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि वह तागी गांव डाकघर सुनारा की रहने वाली है, उसने बताया कि वह डीपीएस तागी में कार्यरत हूं और मुझे मिड डे मिल में खाना बनाने को रखा गया है। उसने बताया कि इस स्कूल में अश्वनी अध्यापक है उन्होंने मेरे बच्चे को कई बार कान से खींचा है जिस कारण मेरे बच्चे के कान के भीतर एक फुफला सा बन गया था।
जब में अपने बच्चे को चम्बा हस्पताल में दिखाने को लाई तो डॉक्टरों ने बताया कि इसके कान के भीतर नस ब्लॉक हो गई है। पीड़ित महिला ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले कान के डॉक्टर ने मेरे बच्चे का ऑपरेशन किया है। महिला ने बताया कि जिस अध्यापक ने मेरे बच्चे को बड़ी बेरहमी से कण को मरोड़ा है वहीं अध्यापक अब हमे स्कूल से निकालने की धमकी भी दे रहा है।
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