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शिमला , 17 नवंबर ! शिल्प मेला एवं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र 2025 विश्व के मान पटल पर देश का विख्यात धार्मिक व सांस्कृतिक पर्व कुरुक्षेत्र में हरियाणा सरकार, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के उपक्रम उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला द्वारा मनाया जा रहा है। यह 20 दिवसीय उत्सव दुनिया को गीता का उपदेश देने वाली पुण्य स्थली ब्रह्म सरोवर परिसर में 5 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक शिल्प एवं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।इस मेले में पूरे देश भर से लोक कलाकार अपने अपने प्रदेश की झलकियां प्रस्तुत कर रहे हैं। इस मेले में विशेष तौर पर हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे मांडव्य कला मंच के लोक कलाकार 14 नवम्बर से 18 नवम्बर तक पांच दिनों तक मंडी जिला का लोक नृत्य लुड्डी, मंडियाली गिद्धा, नागरीय नृत्य आदि का प्रस्तुतिकरण कर जिला मंडी एवं हिमाचल की मनोरम झलकियों से दर्शकों और श्रद्धालुओं को मनमोहित कर रहे है। माण्डव्य कला मंच का 16 सदस्यीय दल इस मेले में भाग ले रहा है जिसमें मांडव्य कला मंच के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व लोक संपर्क अधिकारी कुलदीप गुलेरिया के सफल नेतृत्व में और रेणुका शर्मा , पंकज ठाकुर , रमेश कुमार , आर्यन, श्रेया , हिना , सुनिधि, परमजीत, गगनदीप, कोमल, महक, ऋषिका , ईशिका, वनिता, भाग ले रहे हैं इसके अलावा महोत्सव में सात राज्यों हिमाचल, पंजाब ,हरियाणा, जम्मू कश्मीर, राजस्थान , उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लगभग 100 से ज्यादा लोक कलाकार प्रतिदिन सुबह और शाम अनुसूया व सरस्वती घाट में दर्शकों को अपने- अपने राज्य की लोक संस्कृति से रूबरू कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त इसी तरह क्रमबद्ध तरीके से पूरे देश के राज्यों के कलाकार यहां अपनी-अपनी संस्कृत छठा विखरेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन एवं संयोजन उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला कर रहा है।
शिमला , 17 नवंबर ! शिल्प मेला एवं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र 2025 विश्व के मान पटल पर देश का विख्यात धार्मिक व सांस्कृतिक पर्व कुरुक्षेत्र में हरियाणा सरकार, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के उपक्रम उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला द्वारा मनाया जा रहा है।
यह 20 दिवसीय उत्सव दुनिया को गीता का उपदेश देने वाली पुण्य स्थली ब्रह्म सरोवर परिसर में 5 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक शिल्प एवं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।इस मेले में पूरे देश भर से लोक कलाकार अपने अपने प्रदेश की झलकियां प्रस्तुत कर रहे हैं।
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इस मेले में विशेष तौर पर हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे मांडव्य कला मंच के लोक कलाकार 14 नवम्बर से 18 नवम्बर तक पांच दिनों तक मंडी जिला का लोक नृत्य लुड्डी, मंडियाली गिद्धा, नागरीय नृत्य आदि का प्रस्तुतिकरण कर जिला मंडी एवं हिमाचल की मनोरम झलकियों से दर्शकों और श्रद्धालुओं को मनमोहित कर रहे है।
माण्डव्य कला मंच का 16 सदस्यीय दल इस मेले में भाग ले रहा है जिसमें मांडव्य कला मंच के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व लोक संपर्क अधिकारी कुलदीप गुलेरिया के सफल नेतृत्व में और रेणुका शर्मा , पंकज ठाकुर , रमेश कुमार , आर्यन, श्रेया , हिना , सुनिधि, परमजीत, गगनदीप, कोमल, महक, ऋषिका , ईशिका, वनिता, भाग ले रहे हैं इसके अलावा महोत्सव में सात राज्यों हिमाचल, पंजाब ,हरियाणा, जम्मू कश्मीर, राजस्थान , उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लगभग 100 से ज्यादा लोक कलाकार प्रतिदिन सुबह और शाम अनुसूया व सरस्वती घाट में दर्शकों को अपने- अपने राज्य की लोक संस्कृति से रूबरू कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त इसी तरह क्रमबद्ध तरीके से पूरे देश के राज्यों के कलाकार यहां अपनी-अपनी संस्कृत छठा विखरेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन एवं संयोजन उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला कर रहा है।
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