

*जिला दुग्ध विकास समिति की बैठक आयोजित*
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शिमला , 04 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने आज अपने कार्यालय कक्ष में जिला दुग्ध विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में दुग्ध उत्पादन से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई तथा दुग्ध उत्पादकों को लाभान्वित करने के लिए विभागीय गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुग्ध सहकारी समितियों को तकनीकी एवं वित्तीय सहायता समय पर उपलब्ध करवाई जाए ताकि ग्रामीण स्तर पर दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सके। उन्होंने कहा कि दुग्ध विकास के क्षेत्र में कार्यरत विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिला में 57 पंचायतों में ऐसी है जहाँ पर 200 लीटर से अधिक का दुग्ध उत्पादन होता है और इन सभी पंचायतों में दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जाना है। उन्होंने कहा कि जिला में अब तक 26 दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जा चुका है। उन्होंने जिला के खंड विकास अधिकारियों को इन समितियों का गठन कराने को कहा ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके। बैठक में पशुपालन विभाग से उपनिदेशक डॉ नीरज मोहन तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
शिमला , 04 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने आज अपने कार्यालय कक्ष में जिला दुग्ध विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में दुग्ध उत्पादन से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई तथा दुग्ध उत्पादकों को लाभान्वित करने के लिए विभागीय गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुग्ध सहकारी समितियों को तकनीकी एवं वित्तीय सहायता समय पर उपलब्ध करवाई जाए ताकि ग्रामीण स्तर पर दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सके। उन्होंने कहा कि दुग्ध विकास के क्षेत्र में कार्यरत विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।
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उन्होंने कहा कि जिला में 57 पंचायतों में ऐसी है जहाँ पर 200 लीटर से अधिक का दुग्ध उत्पादन होता है और इन सभी पंचायतों में दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जाना है। उन्होंने कहा कि जिला में अब तक 26 दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जा चुका है। उन्होंने जिला के खंड विकास अधिकारियों को इन समितियों का गठन कराने को कहा ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके।
बैठक में पशुपालन विभाग से उपनिदेशक डॉ नीरज मोहन तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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