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शिमला , 23 मार्च ! दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्लस ग्रेड तथा 3.78 स्कोर हासिल करने के अवसर पर आज हर्ष उत्सव का आयोजन किया गया। हर्ष उत्सव के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के विशिष्ट पुरातन छात्र एवं राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ला रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने की। कार्यक्रम में राज्यपाल तथा कुलपति ने गोरखपुर विश्वविद्यालय को नैक द्वारा दिए गए सर्टिफिकेट को विश्वविद्यालय परिवार के साथ पहली बार सार्वजनिक रूप से साझा किया। अपने उदबोधन में राज्यपाल ने कहा कि मेरा अध्ययन इसी विश्वविद्यालय में रहा है। मैं इस बात पर प्रसन्नता महसूस कर रहा हूं कि आज गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नैक ए प्लस प्लस हासिल कर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दी है। मैं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह एवं परिवार के सभी सदस्यों को बधाई देता हूं। यह विश्वविद्यालय एवं क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह विश्वविद्यालय मेरा घर है। विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि मेरी भी उपलब्धि है। मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि है। मुझे यहां की मिट्टी से जो लगाव है उसे शब्दों में नहीं व्यक्त कर सकता हूं। गोरखपुर विश्वविद्यालय देश में चौथे नंबर और प्रदेश में पहले नंबर का विश्वविद्यालय बन गया है। इस ग्रेडिंग में कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह की केंद्रीय भूमिका रही है। विश्वविद्यालय इस उपलब्धि के योग्य है। मुझे यह कहते हुए हर्ष है कि विश्वविद्यालय ने अभूतपूर्व प्रगति की है। पूरा देश आज गोरखपुर विश्वविद्यालय की तरफ देख रहा है। आज विश्वविद्यालय लगभग 155 प्रोग्राम अपने विद्यार्थियों के लिए ऑफर कर रहा है। गोरखपुर विश्वविद्यालय पूर्वांचल को शिक्षा एवं उद्यमिता का संदेश दे रहा है। गोरखपुर विश्वविद्यालय नाथपंथ के अध्ययन केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। ए प्लस प्लस श्रेणी विश्वविद्यालय की सास्वत यात्रा का अभिनंदन है। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा की यह सुअवसर है कि हम नैक सर्टिफिकेट पहली बार विश्वविद्यालय के विशिष्ट पुरातन छात्र महामहिम राज्यपाल महोदय के साथ सार्वजनिक रूप से साझा कर रहे हैं। कुलपति ने कहा कि यह सेलिब्रेशन ही नहीं रियलाइजेशन भी है कि हम कहां तक पहुंचे हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय देश में दूसरे नंबर की पब्लिक सेक्टर यूनिवर्सिटी है जो यहां तक आई है। पहले विश्वविद्यालय में 55 प्रोग्राम चल रहे थे, वर्तमान समय में विश्वविद्यालय 140 प्रोग्राम ऑफर कर रहा है जिसमें लगभग 1800 नए कोर्सेज बनाए गए हैं। हमारा प्रयास है कि विश्वविद्यालय में 10 प्रतिशत विदेशी छात्र तथा 10 प्रतिशत दूसरे राज्यों के छात्र अध्ययन करें। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र विभ्राट चंद कौशिक, एमएलसी तथा भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, पूर्व महापौर अंजू चौधरी, पूर्व मेयर सत्या पांडेय, पूर्व विधायक डॉ पी के राय, पुरातन छात्र डॉ भानु प्रताप सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया विश्वविद्यालय की विशेष उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी। पुरातन छात्र दिलीप सिंह, गुआकटा के डॉ केडी तिवारी तथा डॉ धीरेंद्र प्रताप सिंह, विश्विद्यालय के कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार, वित्त अधिकारी संत प्रकाश सिंह ने भी महामहिम राज्यपाल का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो दिव्या रानी सिंह ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि राज्यपाल महोदय द्वारा वाग्देवी की प्रतिमा के समक्ष पुष्पार्चन तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संगीत एवं ललित कला विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने सरस्वती वंदना तथा कुल गीत की प्रस्तुति की।
शिमला , 23 मार्च ! दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्लस ग्रेड तथा 3.78 स्कोर हासिल करने के अवसर पर आज हर्ष उत्सव का आयोजन किया गया।
हर्ष उत्सव के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के विशिष्ट पुरातन छात्र एवं राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ला रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने की।
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कार्यक्रम में राज्यपाल तथा कुलपति ने गोरखपुर विश्वविद्यालय को नैक द्वारा दिए गए सर्टिफिकेट को विश्वविद्यालय परिवार के साथ पहली बार सार्वजनिक रूप से साझा किया। अपने उदबोधन में राज्यपाल ने कहा कि मेरा अध्ययन इसी विश्वविद्यालय में रहा है। मैं इस बात पर प्रसन्नता महसूस कर रहा हूं कि आज गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नैक ए प्लस प्लस हासिल कर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दी है। मैं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह एवं परिवार के सभी सदस्यों को बधाई देता हूं।
यह विश्वविद्यालय एवं क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह विश्वविद्यालय मेरा घर है। विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि मेरी भी उपलब्धि है। मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि है। मुझे यहां की मिट्टी से जो लगाव है उसे शब्दों में नहीं व्यक्त कर सकता हूं।
गोरखपुर विश्वविद्यालय देश में चौथे नंबर और प्रदेश में पहले नंबर का विश्वविद्यालय बन गया है। इस ग्रेडिंग में कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह की केंद्रीय भूमिका रही है। विश्वविद्यालय इस उपलब्धि के योग्य है। मुझे यह कहते हुए हर्ष है कि विश्वविद्यालय ने अभूतपूर्व प्रगति की है। पूरा देश आज गोरखपुर विश्वविद्यालय की तरफ देख रहा है।
आज विश्वविद्यालय लगभग 155 प्रोग्राम अपने विद्यार्थियों के लिए ऑफर कर रहा है। गोरखपुर विश्वविद्यालय पूर्वांचल को शिक्षा एवं उद्यमिता का संदेश दे रहा है। गोरखपुर विश्वविद्यालय नाथपंथ के अध्ययन केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। ए प्लस प्लस श्रेणी विश्वविद्यालय की सास्वत यात्रा का अभिनंदन है।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा की यह सुअवसर है कि हम नैक सर्टिफिकेट पहली बार विश्वविद्यालय के विशिष्ट पुरातन छात्र महामहिम राज्यपाल महोदय के साथ सार्वजनिक रूप से साझा कर रहे हैं। कुलपति ने कहा कि यह सेलिब्रेशन ही नहीं रियलाइजेशन भी है कि हम कहां तक पहुंचे हैं।
गोरखपुर विश्वविद्यालय देश में दूसरे नंबर की पब्लिक सेक्टर यूनिवर्सिटी है जो यहां तक आई है। पहले विश्वविद्यालय में 55 प्रोग्राम चल रहे थे, वर्तमान समय में विश्वविद्यालय 140 प्रोग्राम ऑफर कर रहा है जिसमें लगभग 1800 नए कोर्सेज बनाए गए हैं। हमारा प्रयास है कि विश्वविद्यालय में 10 प्रतिशत विदेशी छात्र तथा 10 प्रतिशत दूसरे राज्यों के छात्र अध्ययन करें।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र विभ्राट चंद कौशिक, एमएलसी तथा भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, पूर्व महापौर अंजू चौधरी, पूर्व मेयर सत्या पांडेय, पूर्व विधायक डॉ पी के राय, पुरातन छात्र डॉ भानु प्रताप सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया विश्वविद्यालय की विशेष उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी।
पुरातन छात्र दिलीप सिंह, गुआकटा के डॉ केडी तिवारी तथा डॉ धीरेंद्र प्रताप सिंह, विश्विद्यालय के कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार, वित्त अधिकारी संत प्रकाश सिंह ने भी महामहिम राज्यपाल का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन प्रो दिव्या रानी सिंह ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि राज्यपाल महोदय द्वारा वाग्देवी की प्रतिमा के समक्ष पुष्पार्चन तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संगीत एवं ललित कला विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने सरस्वती वंदना तथा कुल गीत की प्रस्तुति की।
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