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शिमला ! राज्य सरकार ने दिसंबर, 2022 में सत्ता में आने के बाद से हिमकेयर योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के 5.80 लाख से अधिक लाभार्थियों को लगभग 810 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया है। हिमकेयर योजना को अधिक सशक्त बनाने तथा हिमकेयर कार्ड बनाने की प्रक्रिया को सरल और सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, राज्य सरकार ने यह कार्ड प्रत्येक वर्ष तिमाही आधार पर बनाने का निर्णय लिया है। इन कार्डों की वैधता एक वर्ष होगी और कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए पोर्टल हर तीन महीने बाद खोला जाएगा। पोर्टल प्रत्येक वर्ष मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में एक-एक महीने के लिए खुला रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि नई व्यवस्था जुलाई, 2025 के पश्चात लागू होगी तथा जुलाई माह के दौरान यह पोर्टल पंजीकरण के लिए खुला है। जुलाई के बाद मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर की पहली तारीख को पोर्टल खुलेगा और पूरे माह खुला रहेगा। हालांकि हिमकेयर कार्ड धारक पूरे वर्ष में कभी भी नवीनीकरण करवा सकेंगे। यदि लाभार्थी समय पर कार्ड का नवीनीकरण करवाने में विफल रहता है और उसका कार्ड समाप्त हो जाता है, तो नई नीति के तहत समाप्त हो चुके कार्ड का नवीनीकरण तिमाही आधार पर मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में किया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य पात्र लाभार्थियों के चयन को सुनिश्चित करने और लोगों को निर्बाध, मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करना है। हिमकेयर कार्ड बीपीएल, मनरेगा, रेहड़ी-फड़ी वालों, अनाथ और जेल कैदियों सहित विभिन्न वर्गों के लिए मुफ्त बनाए जाते हैं। इस कार्ड के लिए एकल महिलाओं, अनुबंध और आउटसोर्स कर्मचारियों, 40 प्रतिशत और इससे अधिक दिव्यांगजनों, मिड डे मील वर्करों, अंशकालिक श्रमिकों और दैनिक वेतन भोगियों से 365 रुपये का मामूली शुल्क लिया जाता है। शेष पात्र वर्गों से 1,000 रुपये का शुल्क लिया जाता है। प्रदेश में 5.26 लाख हिमकेयर कार्ड धारक परिवार हैं और इस कार्ड के अंतर्गत एक परिवार के अधिकतम पांच सदस्यों को शामिल किया जाता है। हिमकेयर योजना के तहत कुल 3,227 बीमारियों का मुफ्त इलाज किया जाता है। प्रदेश सरकार के 136 स्वास्थ्य संस्थानों के साथ-साथ पीजीआई चंडीगढ़, सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल चंडीगढ़ और होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर (टाटा मेमोरियल सेंटर) चंडीगढ़ में हिमकेयर लाभार्थियों को मुफ्त इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, राज्य में कार्यरत सभी निजी संस्थानों में हिमकेयर योजना के तहत डायलिसिस सेवाएं निःशुल्क दी जा रही हैं। .
शिमला ! राज्य सरकार ने दिसंबर, 2022 में सत्ता में आने के बाद से हिमकेयर योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के 5.80 लाख से अधिक लाभार्थियों को लगभग 810 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया है। हिमकेयर योजना को अधिक सशक्त बनाने तथा हिमकेयर कार्ड बनाने की प्रक्रिया को सरल और सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, राज्य सरकार ने यह कार्ड प्रत्येक वर्ष तिमाही आधार पर बनाने का निर्णय लिया है। इन कार्डों की वैधता एक वर्ष होगी और कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए पोर्टल हर तीन महीने बाद खोला जाएगा। पोर्टल प्रत्येक वर्ष मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में एक-एक महीने के लिए खुला रहेगा।
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि नई व्यवस्था जुलाई, 2025 के पश्चात लागू होगी तथा जुलाई माह के दौरान यह पोर्टल पंजीकरण के लिए खुला है। जुलाई के बाद मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर की पहली तारीख को पोर्टल खुलेगा और पूरे माह खुला रहेगा। हालांकि हिमकेयर कार्ड धारक पूरे वर्ष में कभी भी नवीनीकरण करवा सकेंगे। यदि लाभार्थी समय पर कार्ड का नवीनीकरण करवाने में विफल रहता है और उसका कार्ड समाप्त हो जाता है, तो नई नीति के तहत समाप्त हो चुके कार्ड का नवीनीकरण तिमाही आधार पर मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में किया जाएगा।
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प्रवक्ता ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य पात्र लाभार्थियों के चयन को सुनिश्चित करने और लोगों को निर्बाध, मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करना है।
हिमकेयर कार्ड बीपीएल, मनरेगा, रेहड़ी-फड़ी वालों, अनाथ और जेल कैदियों सहित विभिन्न वर्गों के लिए मुफ्त बनाए जाते हैं। इस कार्ड के लिए एकल महिलाओं, अनुबंध और आउटसोर्स कर्मचारियों, 40 प्रतिशत और इससे अधिक दिव्यांगजनों, मिड डे मील वर्करों, अंशकालिक श्रमिकों और दैनिक वेतन भोगियों से 365 रुपये का मामूली शुल्क लिया जाता है। शेष पात्र वर्गों से 1,000 रुपये का शुल्क लिया जाता है।
प्रदेश में 5.26 लाख हिमकेयर कार्ड धारक परिवार हैं और इस कार्ड के अंतर्गत एक परिवार के अधिकतम पांच सदस्यों को शामिल किया जाता है। हिमकेयर योजना के तहत कुल 3,227 बीमारियों का मुफ्त इलाज किया जाता है। प्रदेश सरकार के 136 स्वास्थ्य संस्थानों के साथ-साथ पीजीआई चंडीगढ़, सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल चंडीगढ़ और होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर (टाटा मेमोरियल सेंटर) चंडीगढ़ में हिमकेयर लाभार्थियों को मुफ्त इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, राज्य में कार्यरत सभी निजी संस्थानों में हिमकेयर योजना के तहत डायलिसिस सेवाएं निःशुल्क दी जा रही हैं। .
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