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शिमला 24 सितंबर [ विशाल सूद ] : राजधानी शिमला आज भी पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। यह बात पूर्व पार्षद एवं समाजसेवी गौरव शर्मा ने एक प्रेस बयान में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह भ्रांति फैलाई जा रही है कि शिमला आपदा से बुरी तरह प्रभावित है, जबकि सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है। गौरव शर्मा ने कहा कि पूरे बरसात के दौरान न तो शिमला-कालका रोड बंद हुआ और न ही शिमला-कालका रेल सेवा बाधित हुई। इसके बावजूद कुछ डिजिटल मीडिया और समाचार एजेंसियां गलत प्रचार कर पर्यटकों में भय का वातावरण बना रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिमला भौगोलिक दृष्टि से बहुत विस्तृत है। यदि रामपुर या रोहड़ू क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आती है, तो इसका यह अर्थ नहीं कि शिमला शहर और आसपास के पर्यटन स्थल प्रभावित हों। गौरव शर्मा ने कहा कि सरकार का दायित्व है कि वह विशेष अभियान चलाकर पर्यटकों को शिमला आने के लिए प्रोत्साहित करे, क्योंकि पर्यटन ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था का सबसे मजबूत आधार है। उन्होंने मीडिया से भी आह्वान किया कि वे शिमला और आसपास के सुरक्षित पर्यटन स्थलों की वास्तविक स्थिति देश-दुनिया तक पहुँचाएँ, ताकि पर्यटक निश्चिंत होकर शिमला की खूबसूरती का आनंद उठा सकें। उन्होंने कहा, “प्रदेश एक बड़ी आपदा से गुजर चुका है। जब तक सरकार और प्रशासन विशेष अभियान चलाकर पर्यटकों को सुरक्षा का भरोसा नहीं दिलाते, तब तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट सकती। पर्यटन से ही छोटा-बड़ा हर कारोबारी अपनी आजीविका कमाता है और यही प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है।” गौरव शर्मा ने सरकार से भ्रामक प्रचार फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की और देश-विदेश के सभी पर्यटकों से अपील की कि वे शिमला आएं और इसकी प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें।
शिमला 24 सितंबर [ विशाल सूद ] : राजधानी शिमला आज भी पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। यह बात पूर्व पार्षद एवं समाजसेवी गौरव शर्मा ने एक प्रेस बयान में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह भ्रांति फैलाई जा रही है कि शिमला आपदा से बुरी तरह प्रभावित है, जबकि सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है।
गौरव शर्मा ने कहा कि पूरे बरसात के दौरान न तो शिमला-कालका रोड बंद हुआ और न ही शिमला-कालका रेल सेवा बाधित हुई। इसके बावजूद कुछ डिजिटल मीडिया और समाचार एजेंसियां गलत प्रचार कर पर्यटकों में भय का वातावरण बना रही हैं।
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उन्होंने स्पष्ट किया कि शिमला भौगोलिक दृष्टि से बहुत विस्तृत है। यदि रामपुर या रोहड़ू क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आती है, तो इसका यह अर्थ नहीं कि शिमला शहर और आसपास के पर्यटन स्थल प्रभावित हों।
गौरव शर्मा ने कहा कि सरकार का दायित्व है कि वह विशेष अभियान चलाकर पर्यटकों को शिमला आने के लिए प्रोत्साहित करे, क्योंकि पर्यटन ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था का सबसे मजबूत आधार है। उन्होंने मीडिया से भी आह्वान किया कि वे शिमला और आसपास के सुरक्षित पर्यटन स्थलों की वास्तविक स्थिति देश-दुनिया तक पहुँचाएँ, ताकि पर्यटक निश्चिंत होकर शिमला की खूबसूरती का आनंद उठा सकें।
उन्होंने कहा, “प्रदेश एक बड़ी आपदा से गुजर चुका है। जब तक सरकार और प्रशासन विशेष अभियान चलाकर पर्यटकों को सुरक्षा का भरोसा नहीं दिलाते, तब तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट सकती। पर्यटन से ही छोटा-बड़ा हर कारोबारी अपनी आजीविका कमाता है और यही प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है।”
गौरव शर्मा ने सरकार से भ्रामक प्रचार फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की और देश-विदेश के सभी पर्यटकों से अपील की कि वे शिमला आएं और इसकी प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें।
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