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शिमला, 18 जुलाई ! बारिश से हुए नुकसान को लेकर जल शक्ति विभाग ने 18 जुलाई को नई अपडेट जारी की है। इसके अनुसार जल शक्ति द्वारा कुल 10067 जल आपूर्ति योजनाओं का संचालन और रखरखाव किया जाता है। इसमें 3210 लिफ्ट, 335 ट्यूबवेल और 6522 ग्रेविटी आधारित योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा विभाग सिंचाई, सिवरेज और बाढ़ नियंत्रण की योजनाओं का संचालन और रख-रखाव भी करता है। जल शक्ति विभाग की ओर से जारी प्रैस विज्ञप्ति में प्रमुख अभियंता संजीव कौल ने कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के दौरान 5660 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं जिनकी अनुमानित क्षति लगभग 754.04 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि कुल क्षतिग्रस्त स्कीमों में से अब तक विभाग द्वारा 5326 जल आपूर्ति योजनाओं को अस्थायी रूप से बहाल किया गया है। इसके अलावा विभाग द्वारा संचालित की जा रही सिंचाई, सिवरेज और बाढ़ नियंत्रण की 1549 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं जिनमें 685.45 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रमुख अभियंता ने बताया कि प्रदेश में कुल 7209 योजनाएं इस आपदा के दौरान प्रभावित हुई हैं और विभाग को लगभग 1439.48 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। लेकिन विभाग प्राथमिकता के आधार पर तेजी के साथ जल आपूर्ति योजनाओं और सीवरेज योजनाओं के जीर्णोद्धार कर रहा है। इस कार्य के लिए माननीय उप मुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री जी का मार्गदर्शन लगातार विभाग को मिल रहा है। वे समय-समय पर स्वयं मौके पर जाकर विभाग के कार्य की समीक्षा कर रहे हैं और कर्मचारियों और अधिकारियों का हौसला बढ़ा रहे हैं। प्रमुख अभियंता ने बताया कि पेयजल गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए 14 से 17 जुलाई तक पंचायत, स्कूल, आंगनबाड़ी, घरों, जल स्रोत और भण्डारण टैंकों के पानी के फील्ड टैस्ट किट के माध्यम से 603 टैस्ट किए जा चुके हैं। इसके अलावा प्रयोगशालाओं में भी 875 टैस्ट किए जा चुके हैं। प्रमुख अभियंता ने अधिकारियों को पेयजल की शुद्धता और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं ताकि जल जनित रोगों के प्रकोप से आम जन को बचाया जा सके। प्रमुख अभियन्ता ने बताया कि माननीय उप मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्य में तेजी लाने के लिए आदेश जारी कर दिये गए हैं। सभी कर्मचारी और अधिकारी युद्ध स्तर पर पेयजल योजनाओं को बहाल करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पेयजल आपूर्ति का संचालन सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा।
शिमला, 18 जुलाई ! बारिश से हुए नुकसान को लेकर जल शक्ति विभाग ने 18 जुलाई को नई अपडेट जारी की है। इसके अनुसार जल शक्ति द्वारा कुल 10067 जल आपूर्ति योजनाओं का संचालन और रखरखाव किया जाता है। इसमें 3210 लिफ्ट, 335 ट्यूबवेल और 6522 ग्रेविटी आधारित योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा विभाग सिंचाई, सिवरेज और बाढ़ नियंत्रण की योजनाओं का संचालन और रख-रखाव भी करता है।
जल शक्ति विभाग की ओर से जारी प्रैस विज्ञप्ति में प्रमुख अभियंता संजीव कौल ने कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के दौरान 5660 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं जिनकी अनुमानित क्षति लगभग 754.04 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि कुल क्षतिग्रस्त स्कीमों में से अब तक विभाग द्वारा 5326 जल आपूर्ति योजनाओं को अस्थायी रूप से बहाल किया गया है।
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इसके अलावा विभाग द्वारा संचालित की जा रही सिंचाई, सिवरेज और बाढ़ नियंत्रण की 1549 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं जिनमें 685.45 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रमुख अभियंता ने बताया कि प्रदेश में कुल 7209 योजनाएं इस आपदा के दौरान प्रभावित हुई हैं और विभाग को लगभग 1439.48 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। लेकिन विभाग प्राथमिकता के आधार पर तेजी के साथ जल आपूर्ति योजनाओं और सीवरेज योजनाओं के जीर्णोद्धार कर रहा है।
इस कार्य के लिए माननीय उप मुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री जी का मार्गदर्शन लगातार विभाग को मिल रहा है। वे समय-समय पर स्वयं मौके पर जाकर विभाग के कार्य की समीक्षा कर रहे हैं और कर्मचारियों और अधिकारियों का हौसला बढ़ा रहे हैं।
प्रमुख अभियंता ने बताया कि पेयजल गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए 14 से 17 जुलाई तक पंचायत, स्कूल, आंगनबाड़ी, घरों, जल स्रोत और भण्डारण टैंकों के पानी के फील्ड टैस्ट किट के माध्यम से 603 टैस्ट किए जा चुके हैं। इसके अलावा प्रयोगशालाओं में भी 875 टैस्ट किए जा चुके हैं। प्रमुख अभियंता ने अधिकारियों को पेयजल की शुद्धता और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं ताकि जल जनित रोगों के प्रकोप से आम जन को बचाया जा सके।
प्रमुख अभियन्ता ने बताया कि माननीय उप मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्य में तेजी लाने के लिए आदेश जारी कर दिये गए हैं। सभी कर्मचारी और अधिकारी युद्ध स्तर पर पेयजल योजनाओं को बहाल करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पेयजल आपूर्ति का संचालन सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा।
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