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हमीरपुर , 27 दिसंबर [ बिंदिया ठाकुर ] ! सुजानपुर में पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें पुल के पास लगी रेडियों को लेकर हंगामा खड़ा किया गया। एक महिला की वीडियो के बाद इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दिया गया और सीधे-सीधे सवाल सुजानपुर विधायक पर उठाए जाने लगे। कहा गया कि विधायक के कहने पर रेडी वालों को वहां से हटाया गया, लेकिन आज हम आपको बताएंगे इस पूरे मामले की असली सच्चाई। दरअसल, यह इलाका सुजानपुर पुल के पास, आलमपुर पुल और प्रसिद्ध झरने के नीचे का है, जहां पिछली बरसात में भारी लैंडस्लाइड हुई थी। दिन-रात पहाड़ी से चट्टानें गिरती रहीं, जिसकी तस्वीरें और वीडियो खुद सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इसी संवेदनशील क्षेत्र में सब्जी, चाय, गोलगप्पे और बर्गर की कई दुकानें बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के लगी हुई हैं। सबसे अहम बात यह है कि इन दुकानों के पास कोई लाइसेंस नहीं है। लाइसेंस इसलिए जरूरी होता है ताकि किसी आपदा की स्थिति में दुकानदार प्रशासन और सरकार से मदद ले सकें। बिना लाइसेंस के वहां बैठना पूरी तरह से अपने जोखिम पर है। यदि प्रशासन या किसी जनप्रतिनिधि द्वारा सुरक्षा के लिहाज से सलाह दी जाती है, तो उसे जबरन हटाने की कार्रवाई कहना गलत है। इस पूरे मामले में सुजानपुर विधायक की कोई दखलअंदाजी नहीं है। वह स्वयं चाहते हैं कि हर व्यक्ति को रोजगार मिले, लेकिन जनता की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। इस मुद्दे को बेवजह राजनीति की ओर मोड़ना सरासर गलत है। इसी विषय पर सुजानपुर कांग्रेस अध्यक्ष पवन कुमार ने भी अपने विचार स्पष्ट किए हैं। आगे देखें पूरी वीडियो सुजानपुर से बिंदिया ठाकुर की रिपोर्ट।
हमीरपुर , 27 दिसंबर [ बिंदिया ठाकुर ] ! सुजानपुर में पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें पुल के पास लगी रेडियों को लेकर हंगामा खड़ा किया गया। एक महिला की वीडियो के बाद इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दिया गया और सीधे-सीधे सवाल सुजानपुर विधायक पर उठाए जाने लगे। कहा गया कि विधायक के कहने पर रेडी वालों को वहां से हटाया गया, लेकिन आज हम आपको बताएंगे इस पूरे मामले की असली सच्चाई।
दरअसल, यह इलाका सुजानपुर पुल के पास, आलमपुर पुल और प्रसिद्ध झरने के नीचे का है, जहां पिछली बरसात में भारी लैंडस्लाइड हुई थी। दिन-रात पहाड़ी से चट्टानें गिरती रहीं, जिसकी तस्वीरें और वीडियो खुद सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इसी संवेदनशील क्षेत्र में सब्जी, चाय, गोलगप्पे और बर्गर की कई दुकानें बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के लगी हुई हैं।
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सबसे अहम बात यह है कि इन दुकानों के पास कोई लाइसेंस नहीं है। लाइसेंस इसलिए जरूरी होता है ताकि किसी आपदा की स्थिति में दुकानदार प्रशासन और सरकार से मदद ले सकें। बिना लाइसेंस के वहां बैठना पूरी तरह से अपने जोखिम पर है।
यदि प्रशासन या किसी जनप्रतिनिधि द्वारा सुरक्षा के लिहाज से सलाह दी जाती है, तो उसे जबरन हटाने की कार्रवाई कहना गलत है। इस पूरे मामले में सुजानपुर विधायक की कोई दखलअंदाजी नहीं है। वह स्वयं चाहते हैं कि हर व्यक्ति को रोजगार मिले, लेकिन जनता की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
इस मुद्दे को बेवजह राजनीति की ओर मोड़ना सरासर गलत है। इसी विषय पर सुजानपुर कांग्रेस अध्यक्ष पवन कुमार ने भी अपने विचार स्पष्ट किए हैं। आगे देखें पूरी वीडियो सुजानपुर से बिंदिया ठाकुर की रिपोर्ट।
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