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शिमला , 21 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को कर्मचारियों के लिए लंबित डीए की देनदारी पर जमकर हंगामा हुआ. इस संबंध में बीजेपी विधायक सतपाल सत्ती ने सवाल पूछा था. विपक्ष ने इस सवाल के जवाब पर सरकार से असंतुष्ट नज़र आया और वॉकआउट कर दिया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार बार-बार घूमा-फिराकर जवाब दे रही है. इसी के विरोध में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सदन में राजनीतिक जवाब दे रहे हैं. बजट के दौरान मुख्यमंत्री ने मई महीने में डीए की किस्त जारी करने की बात कही थी, लेकिन अगस्त का महीना ख़त्म होने को है और अब तक सरकार अपनी घोषणा को पूरा नहीं कर सकी है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह विशेषाधिकार हनन का भी मामला बनता है, क्योंकि सदन में जो घोषणा की जाती है उसे पूरा किया जाता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस सवाल पर सिर्फ दो ही सप्लीमेंट दिए. उन्हें तीसरा सप्लीमेंट नहीं दिया गया. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री राजनीतिक जवाब देते हुए कहते हैं कि भाजपा सरकार में 10 हज़ार करोड़ रुपये की देनदारी है. ऐसे में उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या वीरभद्र सिंह के वक़्त की कोई देनदारी भाजपा सरकार पर नहीं आई थी. जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की हालत ख़राब है और सरकार से ख़ुद को बचाने के प्रयास में लगी हुई है.
शिमला , 21 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को कर्मचारियों के लिए लंबित डीए की देनदारी पर जमकर हंगामा हुआ. इस संबंध में बीजेपी विधायक सतपाल सत्ती ने सवाल पूछा था. विपक्ष ने इस सवाल के जवाब पर सरकार से असंतुष्ट नज़र आया और वॉकआउट कर दिया.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार बार-बार घूमा-फिराकर जवाब दे रही है. इसी के विरोध में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सदन में राजनीतिक जवाब दे रहे हैं. बजट के दौरान मुख्यमंत्री ने मई महीने में डीए की किस्त जारी करने की बात कही थी, लेकिन अगस्त का महीना ख़त्म होने को है और अब तक सरकार अपनी घोषणा को पूरा नहीं कर सकी है.
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नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह विशेषाधिकार हनन का भी मामला बनता है, क्योंकि सदन में जो घोषणा की जाती है उसे पूरा किया जाता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस सवाल पर सिर्फ दो ही सप्लीमेंट दिए. उन्हें तीसरा सप्लीमेंट नहीं दिया गया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री राजनीतिक जवाब देते हुए कहते हैं कि भाजपा सरकार में 10 हज़ार करोड़ रुपये की देनदारी है. ऐसे में उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या वीरभद्र सिंह के वक़्त की कोई देनदारी भाजपा सरकार पर नहीं आई थी. जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की हालत ख़राब है और सरकार से ख़ुद को बचाने के प्रयास में लगी हुई है.
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