
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
ऊना ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज थानाकलां में जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह में जन समस्याएं सुनी और संबंधित विभागों को समस्याओं का निवारण करने के आदेश जारी किये। इस असवर पर ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को रोजगार के साथ जोड़ा जा रहा है। जिला ऊना में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ इको टूरिज्म की भी अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए वन विभाग तथा ग्रामीण विकास विभाग ने मिलकर कुछ स्थानों का चयन किया है, जिन्हें विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुटलैहड़ विधान सभा क्षेत्र के प्रसिद्ध पीर गौंस मंदिर को विकसित करने पर 11 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च होने जा रही है। मंदिर का गर्भ गृह एक वर्ष के भीतर बनकर तैयार करने के निर्देश दिए गये हैं तथा यहां पर एक पंचवटी पार्क भी विकसित किया जाएगा। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए दुकानें भी तैयार की जाएंगी, ताकि वह आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। कुटलैहड़ क्षेत्र में सडक़ें बेहतर हैं, पानी की कमी को दूर करने के लिए 100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो रहे हैं तथा इनके सकारात्मक परिणाम आना शुरू हो गए हैं। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2024 तक प्रत्येक परिवार को घर देने का लक्ष्य रखा है तथा प्रदेश सरकार भी मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत प्रति वर्ष 10 हजार नए घर बना रही है। उन्होंने कहा कि किसान व बागवानों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका वह लाभ ले सकते हैं।
ऊना ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज थानाकलां में जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह में जन समस्याएं सुनी और संबंधित विभागों को समस्याओं का निवारण करने के आदेश जारी किये। इस असवर पर ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को रोजगार के साथ जोड़ा जा रहा है। जिला ऊना में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ इको टूरिज्म की भी अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए वन विभाग तथा ग्रामीण विकास विभाग ने मिलकर कुछ स्थानों का चयन किया है, जिन्हें विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कुटलैहड़ विधान सभा क्षेत्र के प्रसिद्ध पीर गौंस मंदिर को विकसित करने पर 11 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च होने जा रही है। मंदिर का गर्भ गृह एक वर्ष के भीतर बनकर तैयार करने के निर्देश दिए गये हैं तथा यहां पर एक पंचवटी पार्क भी विकसित किया जाएगा। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए दुकानें भी तैयार की जाएंगी, ताकि वह आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। कुटलैहड़ क्षेत्र में सडक़ें बेहतर हैं, पानी की कमी को दूर करने के लिए 100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो रहे हैं तथा इनके सकारात्मक परिणाम आना शुरू हो गए हैं।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2024 तक प्रत्येक परिवार को घर देने का लक्ष्य रखा है तथा प्रदेश सरकार भी मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत प्रति वर्ष 10 हजार नए घर बना रही है। उन्होंने कहा कि किसान व बागवानों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका वह लाभ ले सकते हैं।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -