
भारतीय रेडक्राॅस सोसायटी शाखा बिलासपुर की वार्षिक आम सभा बैठक में बोले उपायुक्त
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बिलासपुर, 27 सितम्बर [ शिवानी ] : भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी, जिला शाखा बिलासपुर के अध्यक्ष एवं उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि रेडक्राॅस सोसायटी के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को बतौर स्थाई सदस्य जोड़ा जाना चाहिए। इससे न केवल जिला में रेडक्रॉस सोसायटी का विस्तार संभव होगा बल्कि उपमंडल एवं ग्रामीण स्तर तक रेडक्रॉस की पहुंच को भी बल मिलेगा। उपायुक्त आज बचत भवन में जिला रेडक्रॉस सोसायटी शाखा बिलासपुर की वार्षिक आम सभा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी मानवता की सेवा में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। सोसायटी के माध्यम से समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन, जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता तथा आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री पहुंचाई गई है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विस्तार करते हुए ग्रामीण स्तर पर सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने भविष्य में इन प्रयासों को और सशक्त बनाने के लिए सभी से सहयोग का आग्रह भी किया। राहुल कुमार ने कहा कि वर्तमान में जिला रेडक्राॅस सोसायटी के साथ 294 स्थाई सदस्य तथा 6 पैटर्न जुड़े हुए हैं। उन्होंने रेडक्राॅस सोसायटी का व्यापक विस्तार करते हुए नए लोगों को भी बतौर सदस्य शामिल करने का आह्वान किया। उन्होंने समाज में रेडक्राॅस के प्रति विश्वास की भावना को बल देते हुए समाज के विभिन्न वर्गों से ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित बनाने को भी कहा। इसके अतिरिक्त रेडक्राॅस की आय को बढ़ाने तथा रेडक्राॅस सोसायटी के क्यूआर कोड़ को प्रशासन के साथ जोड़ते हुए प्रमुखता से प्रदर्शित करने को भी कहा ताकि समाज के ज्यादा से ज्यादा लोग रेडक्राॅस में अपना यथासंभव सहयोग प्रदान कर सकें। उन्होंने क्यूआर कोड़ को जिला तथा उपमंडल स्तर के प्रमुख कार्यालय परिसरों में प्रमुखता से प्रदर्शित करने को भी कहा। उपायुक्त ने रेडक्राॅस सोसायटी का उपमंडल स्तर पर व्यापक विस्तार करने की दिशा में प्रयास करने पर बल देते हुए कहा कि सोसायटी में बेहतर कार्य करने वालों को समय-समय पर विभिन्न समारोहों में सम्मानित भी किया जाना चाहिए। इससे न केवल ऐसे लोगों में समाज के प्रति कार्य करने की भावना को बल मिलेगा बल्कि दूसरे लोगों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेंगे। उन्होंने रेडक्राॅस सोसायटी के साथ अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने पर भी बल दिया। उपायुक्त ने कहा कि आने वाले समय में जिला स्तरीय रेडक्राॅस मेला का भी आयोजन किया जाएगा। साथ ही कहा कि जिला में वृद्धजन संवाद केंद्र शहरी व ग्रामीण स्थापित करने के भी प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने डिजिटल साक्षरता, बैंकिंग एवं बढ़ते साइबर अपराधों को लेकर भी व्यापक जन जागरूकता लाने पर बल दिया। इससे पहले बैठक का संचालन करते हुए सचिव अमित कुमार ने बताया कि जिला रेडक्राॅस सोसायटी के माध्यम से वितीय वर्ष 2024-25 में स्वास्थ्य एवं मानवीय सहायता के अंतर्गत 47 गंभीर रोगियों को वित्तीय मदद, हेल्प पहल के तहत बस्सी क्लस्टर में अस्पताल बेड व उपकरण उपलब्ध करवाए हैं। वृद्धजन देखभाल कार्यक्रम स्पर्श के अंतर्गत 75 पंचायतों के 460 वृद्धजनों को गतिशीलता सहायक सामग्री व चिकित्सकीय उपकरण प्रदान किए गए हैं तथा 11 सौ से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल साक्षरता व मानसिक स्वास्थ्य कार्यशालाओं से जोड़ा गया है। 460 से अधिक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण, 31 मोटराइज्ड व्हीलचेयर तथा दिव्यांगता बोर्ड शिविरों के माध्यम से 74 प्रमाणपत्र जारी किये हैं। उन्होंने बताया कि बाल-केंद्रित कार्यक्रम “उम्मीद के पंख” के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों के बच्चों के लिए साप्ताहिक शिक्षण सत्र एवं 200 कुपोषित बच्चों को पोषण किट का वितरण किया गया है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन में 45 प्रतिभागियों को सेंट जॉन एम्बुलेंस का प्रशिक्षण और मानसून मौसम के दौरान आपात स्थितियों में राहत सामग्री का भी वितरण किया गया। बैठक में रेडक्रॉस सोसायटी के विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।
बिलासपुर, 27 सितम्बर [ शिवानी ] : भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी, जिला शाखा बिलासपुर के अध्यक्ष एवं उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि रेडक्राॅस सोसायटी के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को बतौर स्थाई सदस्य जोड़ा जाना चाहिए। इससे न केवल जिला में रेडक्रॉस सोसायटी का विस्तार संभव होगा बल्कि उपमंडल एवं ग्रामीण स्तर तक रेडक्रॉस की पहुंच को भी बल मिलेगा। उपायुक्त आज बचत भवन में जिला रेडक्रॉस सोसायटी शाखा बिलासपुर की वार्षिक आम सभा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी मानवता की सेवा में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। सोसायटी के माध्यम से समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन, जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता तथा आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री पहुंचाई गई है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विस्तार करते हुए ग्रामीण स्तर पर सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने भविष्य में इन प्रयासों को और सशक्त बनाने के लिए सभी से सहयोग का आग्रह भी किया।
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राहुल कुमार ने कहा कि वर्तमान में जिला रेडक्राॅस सोसायटी के साथ 294 स्थाई सदस्य तथा 6 पैटर्न जुड़े हुए हैं। उन्होंने रेडक्राॅस सोसायटी का व्यापक विस्तार करते हुए नए लोगों को भी बतौर सदस्य शामिल करने का आह्वान किया। उन्होंने समाज में रेडक्राॅस के प्रति विश्वास की भावना को बल देते हुए समाज के विभिन्न वर्गों से ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित बनाने को भी कहा।
इसके अतिरिक्त रेडक्राॅस की आय को बढ़ाने तथा रेडक्राॅस सोसायटी के क्यूआर कोड़ को प्रशासन के साथ जोड़ते हुए प्रमुखता से प्रदर्शित करने को भी कहा ताकि समाज के ज्यादा से ज्यादा लोग रेडक्राॅस में अपना यथासंभव सहयोग प्रदान कर सकें। उन्होंने क्यूआर कोड़ को जिला तथा उपमंडल स्तर के प्रमुख कार्यालय परिसरों में प्रमुखता से प्रदर्शित करने को भी कहा।
उपायुक्त ने रेडक्राॅस सोसायटी का उपमंडल स्तर पर व्यापक विस्तार करने की दिशा में प्रयास करने पर बल देते हुए कहा कि सोसायटी में बेहतर कार्य करने वालों को समय-समय पर विभिन्न समारोहों में सम्मानित भी किया जाना चाहिए। इससे न केवल ऐसे लोगों में समाज के प्रति कार्य करने की भावना को बल मिलेगा बल्कि दूसरे लोगों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेंगे। उन्होंने रेडक्राॅस सोसायटी के साथ अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने पर भी बल दिया।
उपायुक्त ने कहा कि आने वाले समय में जिला स्तरीय रेडक्राॅस मेला का भी आयोजन किया जाएगा। साथ ही कहा कि जिला में वृद्धजन संवाद केंद्र शहरी व ग्रामीण स्थापित करने के भी प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने डिजिटल साक्षरता, बैंकिंग एवं बढ़ते साइबर अपराधों को लेकर भी व्यापक जन जागरूकता लाने पर बल दिया।
इससे पहले बैठक का संचालन करते हुए सचिव अमित कुमार ने बताया कि जिला रेडक्राॅस सोसायटी के माध्यम से वितीय वर्ष 2024-25 में स्वास्थ्य एवं मानवीय सहायता के अंतर्गत 47 गंभीर रोगियों को वित्तीय मदद, हेल्प पहल के तहत बस्सी क्लस्टर में अस्पताल बेड व उपकरण उपलब्ध करवाए हैं। वृद्धजन देखभाल कार्यक्रम स्पर्श के अंतर्गत 75 पंचायतों के 460 वृद्धजनों को गतिशीलता सहायक सामग्री व चिकित्सकीय उपकरण प्रदान किए गए हैं तथा 11 सौ से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल साक्षरता व मानसिक स्वास्थ्य कार्यशालाओं से जोड़ा गया है। 460 से अधिक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण, 31 मोटराइज्ड व्हीलचेयर तथा दिव्यांगता बोर्ड शिविरों के माध्यम से 74 प्रमाणपत्र जारी किये हैं।
उन्होंने बताया कि बाल-केंद्रित कार्यक्रम “उम्मीद के पंख” के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों के बच्चों के लिए साप्ताहिक शिक्षण सत्र एवं 200 कुपोषित बच्चों को पोषण किट का वितरण किया गया है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन में 45 प्रतिभागियों को सेंट जॉन एम्बुलेंस का प्रशिक्षण और मानसून मौसम के दौरान आपात स्थितियों में राहत सामग्री का भी वितरण किया गया। बैठक में रेडक्रॉस सोसायटी के विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।
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