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कुल्लू ! कोरोना के खतरे को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन और कफ्र्यू से अब छात्रों की पढ़ाई व्हाट्सऐप और जूम ऐप से ऑनलाइन कक्षाएं आरंभ कर दी हैं लेकिन कुल्लू और लाहौल-स्पीति में इंटरनेट स्पीड विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इंटरनेट स्पीड बेहद कम होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बीएसएनएल सहित निजी कंपनियों की इंटरनेट सेवा गड़बड़ा गई है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण जिले की अधिकतर आबादी गांवों में ही रहती है, जहां मोबाइल में नेटवर्क भी नहीं आता। इसके चलते इंटरनेट की स्पीड बेहद धीमी है। ऐसे में बच्चों को पढ़ने के लिए घरों से दूर सिग्नल वाली जगहों पर जाना पड़ रहा है। इंटरनेट की दिक्कत और कुछ ऐसे अभिभावक हैं, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं, वहां दिक्कत आ रही है। इसके लिए आस पड़ोस या गांव में ऐसे व्यक्ति जिसके पास स्मार्ट फोन है, उस पर वीडियो भेजा जा रहा है , ताकि बच्चे इसे देख सके। ढुलमुल इंटरनेट सेवा के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अभिभावक रामलाल, सुनील, राजेश, गिरधारी लाल, ललित, राज कुमार, रजनी, सुशीला और श्रेया ने कहा कि शिक्षा विभाग ने स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों का शैक्षणिक सत्र बरबाद न हो, इसके लिए ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का फैसला तो ले लिया है लेकिन लॉकडाउन में इंटरनेट सेवा सुचारु रूप से नहीं चल रही है। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि बीएसएनएल सहित निजी कंपनियों को बेहतर इंटरनेट सेवा प्रदान करने के निर्देश दिए जाएं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
कुल्लू ! कोरोना के खतरे को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन और कफ्र्यू से अब छात्रों की पढ़ाई व्हाट्सऐप और जूम ऐप से ऑनलाइन कक्षाएं आरंभ कर दी हैं लेकिन कुल्लू और लाहौल-स्पीति में इंटरनेट स्पीड विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इंटरनेट स्पीड बेहद कम होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
बीएसएनएल सहित निजी कंपनियों की इंटरनेट सेवा गड़बड़ा गई है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण जिले की अधिकतर आबादी गांवों में ही रहती है, जहां मोबाइल में नेटवर्क भी नहीं आता। इसके चलते इंटरनेट की स्पीड बेहद धीमी है। ऐसे में बच्चों को पढ़ने के लिए घरों से दूर सिग्नल वाली जगहों पर जाना पड़ रहा है।
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इंटरनेट की दिक्कत और कुछ ऐसे अभिभावक हैं, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं, वहां दिक्कत आ रही है। इसके लिए आस पड़ोस या गांव में ऐसे व्यक्ति जिसके पास स्मार्ट फोन है, उस पर वीडियो भेजा जा रहा है , ताकि बच्चे इसे देख सके।
ढुलमुल इंटरनेट सेवा के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अभिभावक रामलाल, सुनील, राजेश, गिरधारी लाल, ललित, राज कुमार, रजनी, सुशीला और श्रेया ने कहा कि शिक्षा विभाग ने स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों का शैक्षणिक सत्र बरबाद न हो, इसके लिए ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का फैसला तो ले लिया है लेकिन लॉकडाउन में इंटरनेट सेवा सुचारु रूप से नहीं चल रही है। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि बीएसएनएल सहित निजी कंपनियों को बेहतर इंटरनेट सेवा प्रदान करने के निर्देश दिए जाएं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
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