Bootstrap
  • हिमाचल टीवी !
    • यूट्यूब चैनल !
    • लाइव टीवी चैनल !
  • क्षेत्र चुनें !
    • सभी
    • अन्य
    • बिलासपुर
    • चंबा
    • हमीरपुर
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • लाहौल-स्पिति
    • मंडी
    • शिमला
    • सिरमौर
    • सोलन
    • उना
  • वीडियो !
  • मैं भी पत्रकार !
    • मैं भी पत्रकार !
    • डाउनलोड एंड्राइड ऐप !
    • डाउनलोड एप्पल ऐप !
    • विज्ञापन अपलोड करें !
  • शिकायत / सुझाव !
    • शिकायत समाधान अधिकारी !
    • शिकायत दर्ज करें !
    • सुझाव दे !
  • हमारे बारे में !
  • संपर्क करे !
  • हिमाचल टीवी !
    • यूट्यूब चैनल !
    • लाइव टीवी चैनल !
  • क्षेत्र चुनें !
      • सभी
      • अन्य
      • बिलासपुर
      • चंबा
      • हमीरपुर
      • काँगड़ा
      • किन्नौर
      • कुल्लू
      • लाहौल-स्पिति
      • मंडी
      • शिमला
      • सिरमौर
      • सोलन
      • उना

      Khabar Himachal Se

      सोलन ! 121 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी से रखी जा रही नजर, डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने दी जानकारी !

      Khabar Himachal Se

      धर्मशाला ! वसूली के आरोपों पर विजिलेंस ने दो पत्रकारों को किया गिरफ्तार !

      Khabar Himachal Se

      चम्बा ! चौगान नंबर दो में पसरे पड़े कूड़े के ढेर ! 

      Khabar Himachal Se

      हिमाचल ! तीनों विधानसभा उपचुनावों में 2,59,000 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग ! 

  • वीडियो !
    • खबर हिमाचल से ,वीडियो

      सोलन ! 121 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी से रखी जा रही नजर, डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने दी जानकारी !

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      हिमाचल ! तीनों विधानसभा उपचुनावों में 2,59,000 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग ! 

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      शिमला ! हाई कोर्ट ने प्रदेश विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसर किए अयोग्य घोषित !

      खबर हिमाचल से ,फोटो गैलरी,वीडियो

      बिलासपुर ! गौशाला के साथ चार कमरों का एक रिहायशी मकान चढ़ा आग की भेंट ! 

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      चम्बा ! मणिमहेश यात्रा के लिए शुरू हुई ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, चम्बा से भरमौर के लिए भी चलाई जाएगी हेली टैक्सी सुविधा !

  • मैं भी पत्रकार !
    • मैं भी पत्रकार !
    • डाउनलोड एंड्राइड ऐप !
    • डाउनलोड एप्पल ऐप !
    • विज्ञापन अपलोड करें !
  • शिकायत / सुझाव !
    • शिकायत समाधान अधिकारी !
    • शिकायत दर्ज करें !
    • सुझाव दे !
  • हमारे बारे में !
  • संपर्क करे !
खोजें

अभी प्रचलित

  • शिमला ! लोकनिर्माण मंत्री ने रिपन अस्पताल के समीप गुरुद्वारे के साथ भूस्खलन का किया निरीक्षण !
  • शिमला  ! एस. टी. पी. कॉन्ट्रैक्ट वर्करज यूनियन सम्बन्धित सीटू का सातवां सम्मेलन शिमला में हुआ सम्पन्न  ! 
  • शिमला  ! विश्वविद्यालय में नुकड़ नाटक के माध्यम से राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस और विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर की बधाई प्रेषित : अभाविप  ! 
  • शिमला ! हिमाचल एप्पल को टेलिस्कोपिक कार्टन में बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध !
  • चम्बा ! मणिमहेश यात्रा के लिए शुरू हुई ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, चम्बा से भरमौर के लिए भी चलाई जाएगी हेली टैक्सी सुविधा !
  • सोलन ! बरोटीवाला कॉलेज में प्रवेश 15 जुलाई तक !
  • सोलन ! उद्योग के शोषण के खिलाफ 11 जुलाई को भूख हड़ताल पर बैठेगी महिला कामगार शिवानी !
  • शिमला ! लोकतंत्र की मज़बूती के लिए 10 जुलाई को करें मतदान : सीएम !
  • सोलन ! नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उप-चुनाव की सभी तैयारियां पूर्ण - मनमोहन शर्मा !
  • शिमला ! 03 से 09 सितम्बर के मध्य होगा अग्निवीर सेना भर्ती का आयोजन !
  • शिमला ! शिक्षा मंत्री ने ‘शान ए धार’ वॉलीबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में की शिरकत !
  • शिमला ! राजधानी शिमला में निर्माण कार्य के चलते दुकानों पर मंडरा रहा खतरा ! 
  • बिलासपुर ! कुल्लू के एक युवक से स्पेशल पुलिस ने नाके के दौरान ब्लोह में पकड़ी 200.08 ग्राम चरस !
  • बिलासपुर ! गौशाला के साथ चार कमरों का एक रिहायशी मकान चढ़ा आग की भेंट ! 
  • ऊना ! बल्क ड्रग पार्क ऊना  का कार्यकाल मार्च 2026 तक बढ़ाया !
  • शिमला ! हाई कोर्ट ने प्रदेश विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसर किए अयोग्य घोषित !
  • !! राशिफल 10 जुलाई 2024 बुधवार !!
  • चम्बा  ! चुराह प्रधान की मनमानी पर एडीएम से मिला एक प्रतिनिधिमंडल ! 
  • हिमाचल ! तीनों विधानसभा उपचुनावों में 2,59,000 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग ! 
  • चम्बा ! चौगान नंबर दो में पसरे पड़े कूड़े के ढेर ! 
और अधिक खबरें

सोलन ! 121 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी से रखी जा रही नजर, डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने दी जानकारी !

July 10, 2024 @ 02:20 pm

धर्मशाला ! वसूली के आरोपों पर विजिलेंस ने दो पत्रकारों को किया गिरफ्तार !

July 10, 2024 @ 01:13 pm

चम्बा ! चौगान नंबर दो में पसरे पड़े कूड़े के ढेर ! 

July 10, 2024 @ 01:06 pm

हिमाचल ! तीनों विधानसभा उपचुनावों में 2,59,000 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग ! 

July 10, 2024 @ 12:39 pm
होम Khabar Himachal Seपांगी ! जुकारू उत्सव का हुआ आगाज ,पूर्व वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने दी सभी पांगी वासियों को ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं !
  • खबर हिमाचल से

पांगी ! जुकारू उत्सव का हुआ आगाज ,पूर्व वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने दी सभी पांगी वासियों को ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं !

द्वारा
शिवानी जरयाल -
चंबा ( चंबा ) - February 21, 2023 @ 04:03 pm
0

- विज्ञापन (Article Top Ad) -

पांगी , 21 फरवरी [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां कण-कण में देवी देवताओं का वास है। यहां पर मेले व त्योहारों का अलग ही महत्व है। यहाँ के लोग बड़े ही हर्षोल्लास के साथ तीज त्योहार व मेले मनाते हैं। जिला चम्बा का जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी एक ऐसा ही क्षेत्र है जो सर्दियों के मौसम में प्रदेश के अन्य हिस्सों से पूरा अलग-थलग हो जाता है। यहां खूब बर्फबारी होती है जिसके कारण यहां के रास्तों पर चारों तरफ बर्फ ही बर्फ 2 महीने तक रहती है। लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। इस इलाके में स्थानीय लोग जुकारू उत्सव मनाते हैं जो पूरे 12 दिनों तक चलता है। इस उत्सव के दौरान राजा बलि की पूजा की जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस उत्सव के माध्यम से लोग आपस में गले मिलते हैं। "तगड़ा थीयां ना" कह कर मंगल कामना करते हैं। इस पूरे इलाके में सबसे ज्यादा पंगवाल समूदाय के लोग रहते है। और क्षेत्र में इस उत्सव को बड़े धुमधाम से मनाते है। जुकारु उत्सव मनाने के पीछे एक पौराणिक परंपरा प्रचलित है जिसके अनुसार राजा बलि ने वामन अवतार भगवान विष्णु को तीनों लोक दान में दे दिया। इसी की याद में चम्बा की पांगी घाटी के लोग यह उत्सव मनाते हैं। 12 दिन तक यह उत्सव मनाया जाता है और इस दौरान घरों को खूब सजाया जाता है। और स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं। इस उत्सव के दौरान सबसे पहले सिल्ह होता है. घरों को खास तरह की लिखावट की जाती है। बलिराज के चित्र बनाए जाते हैं और आटे की बकरे बनते हैं। रात को बलिराज की पूजा होती है। जुकारु का अर्थ होता है बड़ों का सम्मान करना। इस उत्सव में पड़ीद के दिन राजा बलि के लिए प्राकृतिक जल स्रोत से पानी पिलाया जाता है और पड़ीद की सुबह होते ही जुकारू आरंभ हो जाता है। खुशियों के साथ उत्सव आगे बढ़ता है लोग बड़ों से आशीर्वाद लेते हैं और एक दूसरे से गले मिलते हैं। इस उत्सव के दौरान स्वांग नृत्य भी होता है। इस दिन नाग देवता की कारदार को स्वांग बनाया जाता है। वह लंबी दाढ़ी और मूंछ वाले मुकुट पहन के स्वांग मेले में जाते हैं। पंगवाल लोगों की संस्कृति की झलक भी यहां पर नजर आती है। हिमाचल प्रदेश का यह मेला पंगवाल समूदायके बीच काफी महत्व रखता है। चम्बा  जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में हर साल मनाये जाने वाले जुकारू उत्सव इस वर्ष भी 21 फरवरी से समूचे पांगी घाटी में मनाया जा रहा है। इस त्यौहार को घाटी की सांस्कृतिक पहचान और शान कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस त्यौहार पर घाटी की परंपरा कायम है जिसको तीन चरण में मनाया जाता है। सिलह, पड़ीद, मांगल यह त्यौहार फागुन मास की अमावस को मनाया जाता है। इस त्यौहार के कई दिनों पहले ही लोग इसकी तैयारियां करना शुरू कर देते हैं, घरों को सजाया जाता है। घर के अंदर लिखावट के माध्यम से लोक शैली को रेखांकित किया जाता है। विशेष पकवान मंण्डे के अतिरिक्त सामान्य पकवान के बनाए जाते हैं। त्योहार के दिन घरों में लिखावट की जाती है बलिराज के चित्र बनाए जाते हैं दिन में मंण्डे आदि बनाए जाते हैं। रात को बलिराजा के चित्र की पूजा की जाती है तथा दिन में पकाया सारा पकवान तथा एक दीपक राजा बलि के चित्र के सामने रखा जाता है। रात को चरखा कातना भी बंद कर दिया जाता है सब लोग जल्दी सो जाते हैं। एक दंतकथा कथा के अनुसार भगवान विष्णु के परम भक्त प्रह्लाद के पोते राजा बलि ने अपने पराक्रम से तीनों लोगों को जीत लिया तो भगवान विष्णु को वामन अवतार धारण करना पड़ा। राजा बलि ने वामन अवतार भगवान विष्णु को तीनो लोक दान में दे दिए। इससे प्रसन्न होकर विष्णु ने राजा बलि को वरदान दिया कि भूलोक में वर्ष में एक दिन उसकी पूजा होगी इसी परंपरा को घाटी के लोग राजा बलिदानों की पूजा करते आ रहे हैं। दूसरा दिन पडीद का होता है प्रात ब्रह्म मुहूर्त में उठकर लोग स्नानादि करके राजा बलि के समक्ष नतमस्तक होते हैं। इसके पश्चात घर के छोटे सदस्य बड़े सदस्यों के चरण वंदना करते हैं। बड़े उन्हें आशीर्वाद देते हैं राजा बलि के लिए पनघट से जल लाया जाता है लोग जल देवता की पूजा भी करते हैं। इस दिन घर का मुखिया 'चूर' की पूजा भी करता है क्योंकि वह खेत में हल जोतने के काम आता है। सुबह होते ही 'जुकारू' आरंभ होता है जुकारू का अर्थ बड़ों के आदर से है। लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं इस त्यौहार का एक अन्य अर्थ यह है कि सर्दी तथा बर्फ के कारण लोग अपने घरों में बंद थे इसके बाद सर्दी काम होने लग जाती है लोग इस दिन एक दूसरे के गले मिलते हैं तथा कहते हैं तकडा' 'थिया' न और जाने के समय कहते हैं मठे' 'मठे' विश। लोग सबसे पहले अपने बड़े भाई के पास जाते हैं उसके बाद अन्य संबंधियों के पास जाते है। तीसरा दिन मांगल के रूप में मनाया जाता है 'पन्हेई' किलाड़ परगने में मनाई जाती है जबकि साच परगना में 'मांगल' मनाई जाती है। 'मांगल' तथा 'पन्हेई' में कोई विशेष अंतर नहीं होता मात्र नाम की ही भिन्नता है। मनाने का उद्देश्य एवं विधि एक जैसी ही है फर्क सिर्फ इतना है कि साच परगने मे मांगल जुकारू के तीसरे दिन मनाई जाती है तथा पन्हेई किलाड़ परगने में पांचवें दिन मनाई जाती है। मांगल तथा पन्हेई के दिन लोग भूमि पूजन के लिए निर्धारित स्थान पर इकट्ठा होते हैं इस दिन प्रत्येक घर से सत्तू घी शहद ह्यमंण्डेह्ण आटे के बकरे तथा जौ, गेहूं आदि का बीज लाया जाता है। कहीं-कहीं शराब भी लाई जाती है अपने अपने घरों से लाई गई इस पूजन सामग्री को आपस में बांटा जाता है भूमि पूजन किया जाता है कहीं-कहीं नाच गान भी किया जाता है इस त्यौहार के बाद पंगवाल लोग अपने खेतों में काम करना शुरू कर देते हैं। इस मेले को 'उवान' 'ईवान' आदि नामों से भी जाना जाता है यह मेला कि किलाड़ तथा धरवास पंचायत में तीन दिन तक मनाया जाता है। पहले दिन मेला राजा के निमित दूसरे दिन प्रजा के लिए मनाया जाता है और तीसरा दिन नाग देवता के लिए मनाया जाता है, यह मेला माघ और फागुन मास में मनाया जाता है। उवान के दौरान स्वांग नृत्य भी होता है इस दिन नाग देवता के कारदार को स्वांग बनाया जाता है लंबी लंबी दाढ़ी मूछ पर मुकुट पहने सिर पर लंबी-लंबी जटाएं हाथ में कटार लिए स्वांग को मेले में लाया जाता है दिन भर नृत्य के बाद स्वांग को उसके घर पहुंचाया जाता है इसी के साथ मेला समाप्त हो जाता है। इस सुअवसर पर पूर्व वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने सभी पांगी घाटी वासियों को ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मिलने मिलाने का नाम है मेला, और जुकारू उत्सव में तो पुराने गिले शिकवे भुला के सभी गले मिलते हैं एक दूसरे के घर पकवान ले के जाते हैं और बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते हैं। भरमौरी ने कहा कि इस जुकारू उत्सव का पूरे प्रदेश में अलग ही विशेष महत्व है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs

पांगी , 21 फरवरी [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां कण-कण में देवी देवताओं का वास है। यहां पर मेले व त्योहारों का अलग ही महत्व है। यहाँ के लोग बड़े ही हर्षोल्लास के साथ तीज त्योहार व मेले मनाते हैं। जिला चम्बा का जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी एक ऐसा ही क्षेत्र है जो सर्दियों के मौसम में प्रदेश के अन्य हिस्सों से पूरा अलग-थलग हो जाता है। यहां खूब बर्फबारी होती है जिसके कारण यहां के रास्तों पर चारों तरफ बर्फ ही बर्फ 2 महीने तक रहती है। लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। इस इलाके में स्थानीय लोग जुकारू उत्सव मनाते हैं जो पूरे 12 दिनों तक चलता है। इस उत्सव के दौरान राजा बलि की पूजा की जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस उत्सव के माध्यम से लोग आपस में गले मिलते हैं। "तगड़ा थीयां ना" कह कर मंगल कामना करते हैं। इस पूरे इलाके में सबसे ज्यादा पंगवाल समूदाय के लोग रहते है। और क्षेत्र में इस उत्सव को बड़े धुमधाम से मनाते है।

जुकारु उत्सव मनाने के पीछे एक पौराणिक परंपरा प्रचलित है जिसके अनुसार राजा बलि ने वामन अवतार भगवान विष्णु को तीनों लोक दान में दे दिया। इसी की याद में चम्बा की पांगी घाटी के लोग यह उत्सव मनाते हैं। 12 दिन तक यह उत्सव मनाया जाता है और इस दौरान घरों को खूब सजाया जाता है। और स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं। इस उत्सव के दौरान सबसे पहले सिल्ह होता है. घरों को खास तरह की लिखावट की जाती है। बलिराज के चित्र बनाए जाते हैं और आटे की बकरे बनते हैं। रात को बलिराज की पूजा होती है।

- विज्ञापन (Article Inline Ad) -

जुकारु का अर्थ होता है बड़ों का सम्मान करना। इस उत्सव में पड़ीद के दिन राजा बलि के लिए प्राकृतिक जल स्रोत से पानी पिलाया जाता है और पड़ीद की सुबह होते ही जुकारू आरंभ हो जाता है। खुशियों के साथ उत्सव आगे बढ़ता है लोग बड़ों से आशीर्वाद लेते हैं और एक दूसरे से गले मिलते हैं। इस उत्सव के दौरान स्वांग नृत्य भी होता है। इस दिन नाग देवता की कारदार को स्वांग बनाया जाता है। वह लंबी दाढ़ी और मूंछ वाले मुकुट पहन के स्वांग मेले में जाते हैं। पंगवाल लोगों की संस्कृति की झलक भी यहां पर नजर आती है। हिमाचल प्रदेश का यह मेला पंगवाल समूदायके बीच काफी महत्व रखता है।

चम्बा  जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में हर साल मनाये जाने वाले जुकारू उत्सव इस वर्ष भी 21 फरवरी से समूचे पांगी घाटी में मनाया जा रहा है। इस त्यौहार को घाटी की सांस्कृतिक पहचान और शान कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस त्यौहार पर घाटी की परंपरा कायम है जिसको तीन चरण में मनाया जाता है। सिलह, पड़ीद, मांगल यह त्यौहार फागुन मास की अमावस को मनाया जाता है। इस त्यौहार के कई दिनों पहले ही लोग इसकी तैयारियां करना शुरू कर देते हैं, घरों को सजाया जाता है। घर के अंदर लिखावट के माध्यम से लोक शैली को रेखांकित किया जाता है। विशेष पकवान मंण्डे के अतिरिक्त सामान्य पकवान के बनाए जाते हैं। त्योहार के दिन घरों में लिखावट की जाती है बलिराज के चित्र बनाए जाते हैं दिन में मंण्डे आदि बनाए जाते हैं। रात को बलिराजा के चित्र की पूजा की जाती है तथा दिन में पकाया सारा पकवान तथा एक दीपक राजा बलि के चित्र के सामने रखा जाता है। रात को चरखा कातना भी बंद कर दिया जाता है सब लोग जल्दी सो जाते हैं। एक दंतकथा कथा के अनुसार भगवान विष्णु के परम भक्त प्रह्लाद के पोते राजा बलि ने अपने पराक्रम से तीनों लोगों को जीत लिया तो भगवान विष्णु को वामन अवतार धारण करना पड़ा।

राजा बलि ने वामन अवतार भगवान विष्णु को तीनो लोक दान में दे दिए। इससे प्रसन्न होकर विष्णु ने राजा बलि को वरदान दिया कि भूलोक में वर्ष में एक दिन उसकी पूजा होगी इसी परंपरा को घाटी के लोग राजा बलिदानों की पूजा करते आ रहे हैं। दूसरा दिन पडीद का होता है प्रात ब्रह्म मुहूर्त में उठकर लोग स्नानादि करके राजा बलि के समक्ष नतमस्तक होते हैं। इसके पश्चात घर के छोटे सदस्य बड़े सदस्यों के चरण वंदना करते हैं। बड़े उन्हें आशीर्वाद देते हैं राजा बलि के लिए पनघट से जल लाया जाता है लोग जल देवता की पूजा भी करते हैं। इस दिन घर का मुखिया 'चूर' की पूजा भी करता है क्योंकि वह खेत में हल जोतने के काम आता है। सुबह होते ही 'जुकारू' आरंभ होता है जुकारू का अर्थ बड़ों के आदर से है। लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं इस त्यौहार का एक अन्य अर्थ यह है कि सर्दी तथा बर्फ के कारण लोग अपने घरों में बंद थे इसके बाद सर्दी काम होने लग जाती है लोग इस दिन एक दूसरे के गले मिलते हैं तथा कहते हैं तकडा' 'थिया' न और जाने के समय कहते हैं मठे' 'मठे' विश। लोग सबसे पहले अपने बड़े भाई के पास जाते हैं उसके बाद अन्य संबंधियों के पास जाते है। तीसरा दिन मांगल के रूप में मनाया जाता है 'पन्हेई' किलाड़ परगने में मनाई जाती है जबकि साच परगना में 'मांगल' मनाई जाती है।

'मांगल' तथा 'पन्हेई' में कोई विशेष अंतर नहीं होता मात्र नाम की ही भिन्नता है। मनाने का उद्देश्य एवं विधि एक जैसी ही है फर्क सिर्फ इतना है कि साच परगने मे मांगल जुकारू के तीसरे दिन मनाई जाती है तथा पन्हेई किलाड़ परगने में पांचवें दिन मनाई जाती है। मांगल तथा पन्हेई के दिन लोग भूमि पूजन के लिए निर्धारित स्थान पर इकट्ठा होते हैं इस दिन प्रत्येक घर से सत्तू घी शहद ह्यमंण्डेह्ण आटे के बकरे तथा जौ, गेहूं आदि का बीज लाया जाता है।

कहीं-कहीं शराब भी लाई जाती है अपने अपने घरों से लाई गई इस पूजन सामग्री को आपस में बांटा जाता है भूमि पूजन किया जाता है कहीं-कहीं नाच गान भी किया जाता है इस त्यौहार के बाद पंगवाल लोग अपने खेतों में काम करना शुरू कर देते हैं। इस मेले को 'उवान' 'ईवान' आदि नामों से भी जाना जाता है यह मेला कि किलाड़ तथा धरवास पंचायत में तीन दिन तक मनाया जाता है। पहले दिन मेला राजा के निमित दूसरे दिन प्रजा के लिए मनाया जाता है और तीसरा दिन नाग देवता के लिए मनाया जाता है, यह मेला माघ और फागुन मास में मनाया जाता है। उवान के दौरान स्वांग नृत्य भी होता है इस दिन नाग देवता के कारदार को स्वांग बनाया जाता है लंबी लंबी दाढ़ी मूछ पर मुकुट पहने सिर पर लंबी-लंबी जटाएं हाथ में कटार लिए स्वांग को मेले में लाया जाता है दिन भर नृत्य के बाद स्वांग को उसके घर पहुंचाया जाता है इसी के साथ मेला समाप्त हो जाता है।

इस सुअवसर पर पूर्व वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने सभी पांगी घाटी वासियों को ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मिलने मिलाने का नाम है मेला, और जुकारू उत्सव में तो पुराने गिले शिकवे भुला के सभी गले मिलते हैं एक दूसरे के घर पकवान ले के जाते हैं और बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते हैं। भरमौरी ने कहा कि इस जुकारू उत्सव का पूरे प्रदेश में अलग ही विशेष महत्व है।


साझा

- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -

अगला लेख शिमला ! संजय सिंह चौहान को नियुक्त किया गया हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक लिमिटेड का चेयरमैन !
पिछला लेख शिमला ! भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया ठियोग विधान सभा क्षेत्र का दौरा, कांग्रेस पर किया ताबड़तोड़ हमला !

- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -

लोकप्रिय खबरें/Popular News

शिमला ! लोकनिर्माण मंत्री ने रिपन अस्पताल के समीप गुरुद्वारे के साथ भूस्खलन का किया निरीक्षण !

July 9, 2024 @ 08:40 pm

शिमला  ! एस. टी. पी. कॉन्ट्रैक्ट वर्करज यूनियन सम्बन्धित सीटू का सातवां सम्मेलन शिमला में हुआ सम्पन्न  ! 

July 9, 2024 @ 03:58 pm

शिमला  ! विश्वविद्यालय में नुकड़ नाटक के माध्यम से राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस और विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर की बधाई प्रेषित : अभाविप  ! 

July 9, 2024 @ 04:36 pm

शिमला ! हिमाचल एप्पल को टेलिस्कोपिक कार्टन में बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध !

July 9, 2024 @ 06:03 pm

- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -

वीडियो/Videos

खबर हिमाचल से ,वीडियो

सोलन ! 121 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी से रखी जा रही नजर, डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने दी जानकारी !

खबर हिमाचल से ,वीडियो

हिमाचल ! तीनों विधानसभा उपचुनावों में 2,59,000 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग ! 

खबर हिमाचल से ,वीडियो

शिमला ! हाई कोर्ट ने प्रदेश विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसर किए अयोग्य घोषित !

खबर हिमाचल से ,फोटो गैलरी,वीडियो

बिलासपुर ! गौशाला के साथ चार कमरों का एक रिहायशी मकान चढ़ा आग की भेंट ! 

- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -

ताज़ा खबरें/Latest News
  • सभी
  • अन्य
  • बिलासपुर
  • चंबा
  • हमीरपुर
  • काँगड़ा
  • किन्नौर
  • अधिक
    • अन्य
    • बिलासपुर
    • चंबा
    • हमीरपुर
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • लाहौल-स्पिति
    • मंडी
    • शिमला
    • सिरमौर
    • सोलन
    • उना

खबर हिमाचल से ,वीडियो

सोलन ! 121 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी से रखी जा रही नजर, डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने दी जानकारी !

शिवानी जरयाल-July 10, 2024 @ 02:20 pm

0
सोलन , [ नालागढ़ ] , 10 जुलाई ! जैसा कि आप सब जानते हैं कि आज विधानसभा की तीन सीटों

धर्मशाला ! वसूली के आरोपों पर विजिलेंस ने दो पत्रकारों को किया गिरफ्तार !

July 10, 2024 @ 01:13 pm

चम्बा ! चौगान नंबर दो में पसरे पड़े कूड़े के ढेर ! 

July 10, 2024 @ 01:06 pm

हिमाचल ! तीनों विधानसभा उपचुनावों में 2,59,000 मतदाता करेंगे अपने मतों का प्रयोग ! 

July 10, 2024 @ 12:39 pm

चम्बा  ! चुराह प्रधान की मनमानी पर एडीएम से मिला एक प्रतिनिधिमंडल ! 

July 10, 2024 @ 10:49 am
संबंधित लेख लेखक से और अधिक

खबर हिमाचल से ,वीडियो

सोलन ! 121 मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी से रखी जा रही नजर, डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने दी जानकारी !

खबर हिमाचल से ,क्राइम

धर्मशाला ! वसूली के आरोपों पर विजिलेंस ने दो पत्रकारों को किया गिरफ्तार !

खबर हिमाचल से ,स्थानीय मुद्दे

चम्बा ! चौगान नंबर दो में पसरे पड़े कूड़े के ढेर ! 

साक्षात्कार और रिपोर्ट/Interviews & Reports

खबर हिमाचल से ,Video,रिपोर्ट और साक्षात्कार

लाहौल ! भुंतर भवन स्ट्रांग रूम में शिफ्ट की गई ईवीएम मशीनें !

खबर हिमाचल से ,Video,रिपोर्ट,रिपोर्ट और साक्षात्कार

मंडी की मुरारी धार को पर्यटन की दृष्टि से देश के मानचित्र पर लाने की जरूरत !

Video,रिपोर्ट और साक्षात्कार

ननखड़ी ! सरकार के दो साल का कार्यकाल पुरा होने पर हिम आधार लोक कला मंच ने चलाया जागरूकता अभियान।

Video,रिपोर्ट और साक्षात्कार

मंडी ! राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता है- लेखराज राणा !

- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -

रोजगार/Employment

  • !! राशिफल 18 जून 2024 मंगलवार !!

    June 18, 2024 @ 06:02 am
  • शिमला ! विदेश में नौकरी करने के लिए होने जा रहे हैं साक्षात्कार !   

    May 6, 2024 @ 06:24 pm
  • शिमला ! हिमाचल में बेरोजगारों के लिए निकली बम्पर नोकरियाँ, यहां करे आवेदन !

    January 5, 2023 @ 06:54 pm

नतीजे/Results

  • हिमाचल ! बिजली बोर्ड को मिले 154 कनिष्ठ अभियंता, स्टाफ नर्स भर्ती का परिणाम घोषित !

    March 30, 2022 @ 12:23 pm
  • हमीरपुर ! इलेक्ट्रीशियन और रिस्टोरर के पदों के लिए ली गई परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित !

    January 4, 2022 @ 06:04 pm
  • हमीरपुर ! स्टोर कीपर पोस्ट कोड 878 की परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित !

    January 4, 2022 @ 11:29 am

मोबाइल एप्लिकेशन/Mobile App

प्रस्तावना !

#KhabarHimachalSe आपके सामने प्रस्तुत है एक सच्चे और ईमानदार प्रयास के साथ ! "खबर हिमाचल से" समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए सदैव प्रयतनशील है ! यह मात्र सामान्य न्यूज़ पोर्टल ही नहीं जो ख़बरें कापी पेस्ट करता रहेगा बल्कि जनता की आवाज़ को प्रदेश के हाकिमों तक पहुँचाने की लड़ाई भी लड़ेगा । "खबर हिमाचल से" किसी विभाग/ अधिकारी/ सरकार के उत्पीड़न के विरूद्ध जनता के साथ कन्धे से कन्धा मिला कर खड़ा नज़र आएगा।

"सबका स्थान, एक समान" - "हमारी शक्ति, आपका प्रोत्साहन" !

हमें संपर्क करें: [email protected]

हमारा अनुसरण करे ! !

© 2017 - 2024 Khabar Himachal Se
  • Privacy Policy
  • Rules & Regulation
  • हमारे बारे में !
  • विज्ञापन
  • संपर्क करे !