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बददी ! त्यौहरों को लेकर पुलिस अधीक्षक बददी ने एक बेहतर कदम उठाया है जिसकी लोग भी तारीफ कर रहे हैं। यातायात को एक तरफा करने से लोगों को काफी राहत मिली है लेकिन शाम के समय छोटे वाहनों के कारण भी जाम की स्थिति पैदा हो रही है। हालांकि बडे वाहनों की आवाजाही रूकने से हादसों पर भी अंकुश लगा है। पुलिस अधीक्षक बददी रोहित मालपानी ने 15 नवंबर दीपावली तक वाहनों की आवाजाही को एकतरफा कर दिया है लेकिन फिर भी कुछ वाहन ऐसे हैं जो इस क्षेत्र में आ जा रहे हैं। लोगों की मानें तो वाहनों की आवाजाही को एकतरफा करने से काफी राहत मिली है वहीं लोगों का कहना है कि शाम के समय दफ्तर से छुट्टी होने पर कुछ जाम की स्थिति अभी भी पैदा हो रही है। लोगों के लिए पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण लोग अपने वाहन सडक के किनारे खड़े करे दुकानों में चले जाते हैं। यदि पार्किंग की व्यवस्था होती है तो वाहन सडक पर खड़ा होना बंद हो जाएंगे तथा इसे यातायात व्यवस्था भी दुरूस्त बनी रहेगी। पुलिस अधीक्षक के इस कदम की सराहणा करते हुए लोगों ने कहा कि यह कदम अति आवश्यक था। व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण कौशल, बददी विकास मंच के अध्यक्ष बेअंत ठाकुर व बददी सुधार सभा के प्रधान संजीव कौशल ने कहा कि पुलिस अधीक्षक के वन-वे ट्रैफिक के निर्णय से सुबह शाम बाजार में लगने वाले जाम से राहत मिली है। सुबह शाम पुलिस ने कुछ समय के लिए बडे वाहनों पर जो प्रतिबंध रखा है वो भी सराहनीय है। राष्ट्रीय मजदूर संघ के प्रवक्ता सुरेंद्र अत्री ने कहा कि पहले बस स्टैंड से वर्धमान चौक तक पांच किमी का सफर आधे से पौने घंटे तक लग जाते थे लेकिन अब यह सफर 10 से 12 मिनट में तय हो रहा है। उन्होने बडे वाहनों विशेषकर ट्रकों के लिए बददी के मॉल रोड कहे जाने वाले बाजार बददी साई रोड पर सोलन व पामलपुर की तरह प्रतिबंध होना चाहिए और इसके लिए सरकार को बाईपास रास्तों को प्रयोग करना चाहिए और उनको चौडा करना चाहिए। बीबीएनडीए को इस काम को अम्लीजामा पहनाना चाहिए। वहीं दूसरी ओर व्यापारी अमर चंद ने कह कि कुछ वाहन चालक अभी भी वर्धमान चौक से वापिस दावत चौक व संडाली बाईपास की ओर जा रहे है जबकि यह एरिया वन वे हो चुका है। ऐसे वाहनों पर अंकुश लगाया जाना अति आवश्यक है। इसके साथ ही छोटे गुडस कैरियर वाहनों के लिए भी समय सीमा निश्चित की जानी आवश्यक है। आर्य समाज के अध्यक्ष कुलवीर सिंह आर्य व दुर्गा माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने कहा कि त्यौहारों के मददेनजर सड पर लोगों की भीड़ बढ़ जाती है जिसके कारण हादसों का डर बना रहता है। ऐसे में इन लोगों के चलने के लिए भी अस्थायी रास्ता बनाना चाहिए ताकि यह लोग सडकों पर न चल सकें क्योंकि यह लोग सडकों पर पैदल चलते हैं जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यदि सडक के किनारे रस्सियों से एक रोक लगा दी जाए जिससे लोग सडक पर चल सकें तो भी जाम की स्थिति से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है और हादसों पर अंकुश लग सकता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यदि यही व्यवस्था त्यौहारों के बाद भी लागू रहे तो लोगों को अधिक सुविधा रहेगी वरना बददी-साई रोड कसाई रोड बनकर रह जाएगा। बहरहाल बददी पुलिस द्वारा त्यौहारों के मददेनजर पुलिस द्वारा जो अस्थाई प्रयोग किया गया है उससे बददी की जनता को काफी हद तक राहत मिली है। जनता सहयोग दे तो पुलिस भी मुस्तैद रहेगी - एस.पी इस विषय में एस.पी बददी रोहित मालपानी ने कहा कि अगर जनता पूर्ण सहयोग दे तो बददी को धीरे धीरे पूरी तरह जाम मुक्त किया जा सकता है। इसमेें हर वर्ग का अपेक्षित रहेगा। ट्रकों के वन वे होने व कुछ समय तक ट्रकों की आवाजाही बंद होने से जाम में कमी आई है । लोगों को बददी बाजार में सडक पर वाहन पार्क करने से गुरेज करना चाहिए और निकटवर्ती पार्किंग तक जाना चाहिए। साई रोड पर पार्किंग की कमी को नगर परिषद व बीबीएनडीए को मिलकर बढ़ाना चाहिए।
बददी ! त्यौहरों को लेकर पुलिस अधीक्षक बददी ने एक बेहतर कदम उठाया है जिसकी लोग भी तारीफ कर रहे हैं। यातायात को एक तरफा करने से लोगों को काफी राहत मिली है लेकिन शाम के समय छोटे वाहनों के कारण भी जाम की स्थिति पैदा हो रही है। हालांकि बडे वाहनों की आवाजाही रूकने से हादसों पर भी अंकुश लगा है। पुलिस अधीक्षक बददी रोहित मालपानी ने 15 नवंबर दीपावली तक वाहनों की आवाजाही को एकतरफा कर दिया है लेकिन फिर भी कुछ वाहन ऐसे हैं जो इस क्षेत्र में आ जा रहे हैं। लोगों की मानें तो वाहनों की आवाजाही को एकतरफा करने से काफी राहत मिली है वहीं लोगों का कहना है कि शाम के समय दफ्तर से छुट्टी होने पर कुछ जाम की स्थिति अभी भी पैदा हो रही है। लोगों के लिए पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण लोग अपने वाहन सडक के किनारे खड़े करे दुकानों में चले जाते हैं। यदि पार्किंग की व्यवस्था होती है तो वाहन सडक पर खड़ा होना बंद हो जाएंगे तथा इसे यातायात व्यवस्था भी दुरूस्त बनी रहेगी। पुलिस अधीक्षक के इस कदम की सराहणा करते हुए लोगों ने कहा कि यह कदम अति आवश्यक था। व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण कौशल, बददी विकास मंच के अध्यक्ष बेअंत ठाकुर व बददी सुधार सभा के प्रधान संजीव कौशल ने कहा कि पुलिस अधीक्षक के वन-वे ट्रैफिक के निर्णय से सुबह शाम बाजार में लगने वाले जाम से राहत मिली है। सुबह शाम पुलिस ने कुछ समय के लिए बडे वाहनों पर जो प्रतिबंध रखा है वो भी सराहनीय है। राष्ट्रीय मजदूर संघ के प्रवक्ता सुरेंद्र अत्री ने कहा कि पहले बस स्टैंड से वर्धमान चौक तक पांच किमी का सफर आधे से पौने घंटे तक लग जाते थे लेकिन अब यह सफर 10 से 12 मिनट में तय हो रहा है। उन्होने बडे वाहनों विशेषकर ट्रकों के लिए बददी के मॉल रोड कहे जाने वाले बाजार बददी साई रोड पर सोलन व पामलपुर की तरह प्रतिबंध होना चाहिए और इसके लिए सरकार को बाईपास रास्तों को प्रयोग करना चाहिए और उनको चौडा करना चाहिए। बीबीएनडीए को इस काम को अम्लीजामा पहनाना चाहिए। वहीं दूसरी ओर व्यापारी अमर चंद ने कह कि कुछ वाहन चालक अभी भी वर्धमान चौक से वापिस दावत चौक व संडाली बाईपास की ओर जा रहे है जबकि यह एरिया वन वे हो चुका है। ऐसे वाहनों पर अंकुश लगाया जाना अति आवश्यक है। इसके साथ ही छोटे गुडस कैरियर वाहनों के लिए भी समय सीमा निश्चित की जानी आवश्यक है। आर्य समाज के अध्यक्ष कुलवीर सिंह आर्य व दुर्गा माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने कहा कि त्यौहारों के मददेनजर सड पर लोगों की भीड़ बढ़ जाती है जिसके कारण हादसों का डर बना रहता है। ऐसे में इन लोगों के चलने के लिए भी अस्थायी रास्ता बनाना चाहिए ताकि यह लोग सडकों पर न चल सकें क्योंकि यह लोग सडकों पर पैदल चलते हैं जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यदि सडक के किनारे रस्सियों से एक रोक लगा दी जाए जिससे लोग सडक पर चल सकें तो भी जाम की स्थिति से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है और हादसों पर अंकुश लग सकता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यदि यही व्यवस्था त्यौहारों के बाद भी लागू रहे तो लोगों को अधिक सुविधा रहेगी वरना बददी-साई रोड कसाई रोड बनकर रह जाएगा। बहरहाल बददी पुलिस द्वारा त्यौहारों के मददेनजर पुलिस द्वारा जो अस्थाई प्रयोग किया गया है उससे बददी की जनता को काफी हद तक राहत मिली है।
इस विषय में एस.पी बददी रोहित मालपानी ने कहा कि अगर जनता पूर्ण सहयोग दे तो बददी को धीरे धीरे पूरी तरह जाम मुक्त किया जा सकता है। इसमेें हर वर्ग का अपेक्षित रहेगा। ट्रकों के वन वे होने व कुछ समय तक ट्रकों की आवाजाही बंद होने से जाम में कमी आई है । लोगों को बददी बाजार में सडक पर वाहन पार्क करने से गुरेज करना चाहिए और निकटवर्ती पार्किंग तक जाना चाहिए। साई रोड पर पार्किंग की कमी को नगर परिषद व बीबीएनडीए को मिलकर बढ़ाना चाहिए।
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