
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
रिकांगपिओ । प्रदेश में जारी कर्फ्यू और लॉकडाउन के बीच शराब खरीद रहे पांच युवकों से पुलिस कर्मचारियों पर 50 हजार रुपये वसूलने के आरोप लगे हैं। इन्हीं पांच युवकों में शामिल रोबिन ने इसकी शिकायत पास में ही भावानगर थाने में दी। इसके बाद किन्नौर जिले में कटगांव पुलिस चौकी में तैनात आठ पुलिस कर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया गया है। इनमें एक हेडकांस्टेबल, चार कांस्टेबल और तीन होमगार्ड शामिल हैं। किन्नौर पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ने बताया कि इनकी जगह चौकी में नया स्टाफ तैनात कर दिया गया है, जबकि मामले की जांच का जिम्मा एसडीपीओ भावानगर राजू को सौंपा गया है। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने दस हजार रुपये बतौर जुर्माना वसूला है। सारी रकम ऑनलाइन खातों में डलवाई गई। इस मामले में किन्नौर के विधायक जगत सिंह ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को लॉकडाउन के दौरान भावानगर के कटगांव शराब ठेके पर पांच युवक पहुंचे। शराब ठेका बंद होने पर यांगपा के पांच लड़के शराब लेने सेल्समैन के क्वार्टर पहुंचे तो सेल्समेन ने कटगांव चौकी पुलिस को इसकी सूचना दे दी। चौकी के हेड कांस्टेबल रवि सहित टीम ने सभी लड़कों को चौकी लाया और पीएचसी कटगांव में इनका मेडिकल करवाया। इन लड़कों को हेड कांस्टेबल ने डराने-धमकाने और ठेका लूटने जैसे आरोप लगाकर जेल भेजने का दबाव डाला। उसके बाद हेड कांस्टेबल ने आईपीएच विभाग के कटगांव में कार्यरत रजत के खाते में 60 हजार रुपये डालने का दबाव बनाया। सचिन नेगी ने यूको बैंक से 60 हजार रुपये ऑनलाइन 17 अप्रैल को पीएनबी बैंक की कांगड़ा शाखा में ट्रांसफर किया। इसके बाद रजत ने डॉ. राहुल धीमान जो कटगांव में कार्यरत है, उसके खाते में 25-25 हजार रुपये दो बार ट्रांसफर किए। उसके बाद डॉ. राहुल ने ज्यूरी में राहुल केमिस्ट के नाम से एसबीआई के खाते में पैसा ट्रांसफर किया। उसके बाद राहुल केमिस्ट ने पैसा हेड कांस्टेबल रवि को दिया। 10 हजार रुपये हेड कांस्टेबल के कहने पर पुलिस के साथ लॉकडाउन में कानून व्यवस्था को सुचारू चलाने के लिए लगाने वाहन के मालिक ड्राइवर के अकाउंट में ट्रांसफर किया। यह पैसे भी गाड़ी मालिक ने हेड कांस्टेबल को सौंप दिए। इस मामले में एसपी किन्नौर साजू राम राणा ने बताया कि चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को तुरंत लाइन हाजिर किया गया है। उनके स्थान पर नए पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। एसडीपीओ भावानगर राजू को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
रिकांगपिओ । प्रदेश में जारी कर्फ्यू और लॉकडाउन के बीच शराब खरीद रहे पांच युवकों से पुलिस कर्मचारियों पर 50 हजार रुपये वसूलने के आरोप लगे हैं। इन्हीं पांच युवकों में शामिल रोबिन ने इसकी शिकायत पास में ही भावानगर थाने में दी। इसके बाद किन्नौर जिले में कटगांव पुलिस चौकी में तैनात आठ पुलिस कर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया गया है। इनमें एक हेडकांस्टेबल, चार कांस्टेबल और तीन होमगार्ड शामिल हैं।
किन्नौर पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ने बताया कि इनकी जगह चौकी में नया स्टाफ तैनात कर दिया गया है, जबकि मामले की जांच का जिम्मा एसडीपीओ भावानगर राजू को सौंपा गया है। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने दस हजार रुपये बतौर जुर्माना वसूला है। सारी रकम ऑनलाइन खातों में डलवाई गई। इस मामले में किन्नौर के विधायक जगत सिंह ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को लॉकडाउन के दौरान भावानगर के कटगांव शराब ठेके पर पांच युवक पहुंचे। शराब ठेका बंद होने पर यांगपा के पांच लड़के शराब लेने सेल्समैन के क्वार्टर पहुंचे तो सेल्समेन ने कटगांव चौकी पुलिस को इसकी सूचना दे दी। चौकी के हेड कांस्टेबल रवि सहित टीम ने सभी लड़कों को चौकी लाया और पीएचसी कटगांव में इनका मेडिकल करवाया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
इन लड़कों को हेड कांस्टेबल ने डराने-धमकाने और ठेका लूटने जैसे आरोप लगाकर जेल भेजने का दबाव डाला। उसके बाद हेड कांस्टेबल ने आईपीएच विभाग के कटगांव में कार्यरत रजत के खाते में 60 हजार रुपये डालने का दबाव बनाया। सचिन नेगी ने यूको बैंक से 60 हजार रुपये ऑनलाइन 17 अप्रैल को पीएनबी बैंक की कांगड़ा शाखा में ट्रांसफर किया।
इसके बाद रजत ने डॉ. राहुल धीमान जो कटगांव में कार्यरत है, उसके खाते में 25-25 हजार रुपये दो बार ट्रांसफर किए। उसके बाद डॉ. राहुल ने ज्यूरी में राहुल केमिस्ट के नाम से एसबीआई के खाते में पैसा ट्रांसफर किया। उसके बाद राहुल केमिस्ट ने पैसा हेड कांस्टेबल रवि को दिया। 10 हजार रुपये हेड कांस्टेबल के कहने पर पुलिस के साथ लॉकडाउन में कानून व्यवस्था को सुचारू चलाने के लिए लगाने वाहन के मालिक ड्राइवर के अकाउंट में ट्रांसफर किया। यह पैसे भी गाड़ी मालिक ने हेड कांस्टेबल को सौंप दिए।
इस मामले में एसपी किन्नौर साजू राम राणा ने बताया कि चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को तुरंत लाइन हाजिर किया गया है। उनके स्थान पर नए पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। एसडीपीओ भावानगर राजू को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -