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शिमला। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं लेकिन बढ़ रही भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग इमरजेंसी होने पर ही ओपीडी में आएं और आम बीमारी के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में ही जाएं। उन्होंने कहा कि यदि डाॅक्टर मरीजों को वहां से आईजीएमसी के लिए रेफर करता हैं तो ही आईजीएमसी ओपीडी आएं। आरडी धीमान ने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के कुल 391 सैंपल लिए गए जिनमें से 18 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि 373 लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होनें बताया कि प्रदेश में अब तक 1990 लोगों की जांच की जा चुकी है जिसमें से 35 लोगों में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पाॅजिटिव पाई गई है और 6739 लोगों को सुरक्षा निगरानी में रखा गया हैं जिनमें से 4800 लोगों ने 28 दिनों की क्वारंटीन अवधि पूर्ण कर ली हैं और वह स्वस्थ होकर घर जा चुके है। उन्होनें लोगों से आहवान किया हैं कि लोग लाॅकडाउन के दौरान घर से बाहर न निकलें तथा प्रदेश सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें। उन्होने कहा कि लोग मानसिक तनाव और नाकारात्मक विचारों को अपने उपर हावी न होनें दे इसके लिए वह प्रतिदिन योगाभ्यास करें ताकि शारिरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें।
शिमला। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं लेकिन बढ़ रही भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग इमरजेंसी होने पर ही ओपीडी में आएं और आम बीमारी के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में ही जाएं। उन्होंने कहा कि यदि डाॅक्टर मरीजों को वहां से आईजीएमसी के लिए रेफर करता हैं तो ही आईजीएमसी ओपीडी आएं।
आरडी धीमान ने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के कुल 391 सैंपल लिए गए जिनमें से 18 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि 373 लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होनें बताया कि प्रदेश में अब तक 1990 लोगों की जांच की जा चुकी है जिसमें से 35 लोगों में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पाॅजिटिव पाई गई है और 6739 लोगों को सुरक्षा निगरानी में रखा गया हैं जिनमें से 4800 लोगों ने 28 दिनों की क्वारंटीन अवधि पूर्ण कर ली हैं और वह स्वस्थ होकर घर जा चुके है।
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उन्होनें लोगों से आहवान किया हैं कि लोग लाॅकडाउन के दौरान घर से बाहर न निकलें तथा प्रदेश सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें। उन्होने कहा कि लोग मानसिक तनाव और नाकारात्मक विचारों को अपने उपर हावी न होनें दे इसके लिए वह प्रतिदिन योगाभ्यास करें ताकि शारिरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें।
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