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शिमला, 29 अगस्त ! हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग के विभागाध्यक्ष, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व राज्याध्यक्ष, राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला के चेयनपर्सन और प्रखर मार्क्सवादी चिंतक प्रो. एमके शर्मा नहीं रहे। मंगलवार की सुबह दिल्ली में उनका निधन हो गया। प्रो. शर्मा के निधन पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति और राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला ने गहरा शोक व्यक्त किया है। समिति के संस्थापक राज्याध्यक्ष और वर्तमान में संसाधन केन्द्र के चेयरपर्सन डॉ. कुलदीप सिंह तँवर ने कहा कि एमके शर्मा न केवल एके प्रगतिशील विचारक थे बल्कि एक अच्छे प्रेरक भी थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में हज़ारों युवाओं को प्रगतिशील विचारधारा से जोड़ा। डॉ. तँवर ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा उनके गुरू रहे और प्रो. शर्मा के मार्गदर्शन में ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। डॉ. तँवर ने कहा कि वन विभाग में नौकरी करते हुए ट्रेड युनियन का नेतृत्व करने और बाद में जन विज्ञान आन्दोलन में काम करते हुए प्रो. शर्मा का मार्गदर्शन लगातार उन्हें मिलता रहा। डॉ. तँवर ने प्रो. शर्मा का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। वहीं हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य सचिव जीयानन्द शर्मा ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा के निधन से जन विज्ञान आन्दोलन और प्रगतिशील आन्दोलन को गहरा धक्का पहुंचा है। उन्होंने कहा कि 2008-09 में प्रो. शर्मा हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्याध्यक्ष रहे। राज्य संसाधन केन्द्र के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश भूरेटा ने प्रो. शर्मा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके चेयरपर्सन रहते हुए राज्य संसाधन केन्द्र ने उनके मार्गदर्शन में देश भर में बेहतर प्रदर्शन किया और छोटा राज्य होने के बावजूद राज्य संसाधन केन्द्र शिमला देश भर में अव्वल रहा। शोक प्रकट करने वालों में हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र कपूर, समिति के पूर्व सचिव सत्यवान पुण्डीर, जोगिंदर वालिया, भीम सिंह, शामिल रहे।
शिमला, 29 अगस्त ! हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग के विभागाध्यक्ष, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व राज्याध्यक्ष, राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला के चेयनपर्सन और प्रखर मार्क्सवादी चिंतक प्रो. एमके शर्मा नहीं रहे। मंगलवार की सुबह दिल्ली में उनका निधन हो गया। प्रो. शर्मा के निधन पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति और राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
समिति के संस्थापक राज्याध्यक्ष और वर्तमान में संसाधन केन्द्र के चेयरपर्सन डॉ. कुलदीप सिंह तँवर ने कहा कि एमके शर्मा न केवल एके प्रगतिशील विचारक थे बल्कि एक अच्छे प्रेरक भी थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में हज़ारों युवाओं को प्रगतिशील विचारधारा से जोड़ा। डॉ. तँवर ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा उनके गुरू रहे और प्रो. शर्मा के मार्गदर्शन में ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की।
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डॉ. तँवर ने कहा कि वन विभाग में नौकरी करते हुए ट्रेड युनियन का नेतृत्व करने और बाद में जन विज्ञान आन्दोलन में काम करते हुए प्रो. शर्मा का मार्गदर्शन लगातार उन्हें मिलता रहा। डॉ. तँवर ने प्रो. शर्मा का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है।
वहीं हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य सचिव जीयानन्द शर्मा ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा के निधन से जन विज्ञान आन्दोलन और प्रगतिशील आन्दोलन को गहरा धक्का पहुंचा है। उन्होंने कहा कि 2008-09 में प्रो. शर्मा हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्याध्यक्ष रहे।
राज्य संसाधन केन्द्र के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश भूरेटा ने प्रो. शर्मा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके चेयरपर्सन रहते हुए राज्य संसाधन केन्द्र ने उनके मार्गदर्शन में देश भर में बेहतर प्रदर्शन किया और छोटा राज्य होने के बावजूद राज्य संसाधन केन्द्र शिमला देश भर में अव्वल रहा। शोक प्रकट करने वालों में हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र कपूर, समिति के पूर्व सचिव सत्यवान पुण्डीर, जोगिंदर वालिया, भीम सिंह, शामिल रहे।
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