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सोलन [बद्दी ] , 25 फरवरी [ पंकज गोल्डी ] ! एक तरफ जहां केंद्र व प्रदेश सरकार शौच मुक्त भारत के तहत स्कूलों व पंचायतों में करोड़ों रूपया खर्च कर रही है वहीं औद्योगिक नगरी झाड़माजरी में स्थित कुंजाहल औद्योगिक क्षेत्र जहां सैकड़ों उद्योग हैं बड़ी हैरानी की बात है कि यहां स्कूल में शौचालय बनाने के लिए प्रवासी कामगारों के बच्चों से जबरन 100 रुपया मंगवाया जा रहा है न लाने पर उन्हें स्कूल न आने की धमकी दी जा रही है। जो प्रवासी कामगार थोड़ा बहूत काम करते है उनके बच्चों ने तो पैसे जमा करवा दिए परन्तु जिन कामगारों की दो वक्त की रोटी बड़ी मुश्किल से चलती है वो अभिभावक व बच्चे असमंजस स्थिति में फंसे हुए है। ऐसा एक मामला राजकीय प्राथमिक पाठशाला डोगरांवाला कुंजाहल में देखने को मिला है जहां प्रवासी कामगारों के बच्चे इस डर से स्कूल नहीं जा रहे कि उनके पास शौचालय निर्माण के लिए मांगे गये 100 रूपए नहीं है। पत्रकारों की टीम ने जब इस मामले में स्कूल का दौरा किया तो संबंधित अध्यापकों के हाथ पैर फूल गये व यह कहकर पीछा छुड़वाया कि किसी बच्चे से जबरन पैसे नहीं मांगे गये हैं व जो अभिभावक अपनी मर्जी से पैसा देना चाहते हैं वो दे सकते हैं। जबकि स्कूल में बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने कैमरे के आगे आकर साफ जवाब दिया कि उनसे शौचालय निर्माण के लिए पैसे मांगे गये व न देने पर स्कूल न आने की बात कही। विदित हो कि जिस औद्योगिक क्षेत्र में यह स्कूल स्थित है वहां सी.एस.आर. के नाम पर हर माह करोड़ों रुपए के काम करवाने के बड़े-बड़े दावे हो रहे हैं व अगर यह पैसा लग रहा है तो कहां लग रहा है। यह पैसा किसी की जेब में जा रहा है व धरातल पर मात्र फाइलों में बंद रिपोर्ट ही है। इसके बारे में जब स्कूल प्रिंसिपल नसीब चंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा स्कूल में शौचालय बनवाया जा रहा है। जिसके लिए गा्रंड मात्र 50 हजार है व खर्चा अढ़ाई लाख आ रहा है। जिसके चलते अभिभावकों को कहा गया है कि स्कूल की सहायता करें परन्तु किसी से भी कोई जबरदस्ती नहीं की गई। डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन जगदीश चंद का कहना है कि उनके द्वारा बी.ई.ओ. रामशहर को इस बारे में जांच के आदेश दिए है व जल्द रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन [बद्दी ] , 25 फरवरी [ पंकज गोल्डी ] ! एक तरफ जहां केंद्र व प्रदेश सरकार शौच मुक्त भारत के तहत स्कूलों व पंचायतों में करोड़ों रूपया खर्च कर रही है वहीं औद्योगिक नगरी झाड़माजरी में स्थित कुंजाहल औद्योगिक क्षेत्र जहां सैकड़ों उद्योग हैं बड़ी हैरानी की बात है कि यहां स्कूल में शौचालय बनाने के लिए प्रवासी कामगारों के बच्चों से जबरन 100 रुपया मंगवाया जा रहा है न लाने पर उन्हें स्कूल न आने की धमकी दी जा रही है। जो प्रवासी कामगार थोड़ा बहूत काम करते है उनके बच्चों ने तो पैसे जमा करवा दिए परन्तु जिन कामगारों की दो वक्त की रोटी बड़ी मुश्किल से चलती है वो अभिभावक व बच्चे असमंजस स्थिति में फंसे हुए है।
ऐसा एक मामला राजकीय प्राथमिक पाठशाला डोगरांवाला कुंजाहल में देखने को मिला है जहां प्रवासी कामगारों के बच्चे इस डर से स्कूल नहीं जा रहे कि उनके पास शौचालय निर्माण के लिए मांगे गये 100 रूपए नहीं है। पत्रकारों की टीम ने जब इस मामले में स्कूल का दौरा किया तो संबंधित अध्यापकों के हाथ पैर फूल गये व यह कहकर पीछा छुड़वाया कि किसी बच्चे से जबरन पैसे नहीं मांगे गये हैं व जो अभिभावक अपनी मर्जी से पैसा देना चाहते हैं वो दे सकते हैं। जबकि स्कूल में बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने कैमरे के आगे आकर साफ जवाब दिया कि उनसे शौचालय निर्माण के लिए पैसे मांगे गये व न देने पर स्कूल न आने की बात कही।
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विदित हो कि जिस औद्योगिक क्षेत्र में यह स्कूल स्थित है वहां सी.एस.आर. के नाम पर हर माह करोड़ों रुपए के काम करवाने के बड़े-बड़े दावे हो रहे हैं व अगर यह पैसा लग रहा है तो कहां लग रहा है। यह पैसा किसी की जेब में जा रहा है व धरातल पर मात्र फाइलों में बंद रिपोर्ट ही है। इसके बारे में जब स्कूल प्रिंसिपल नसीब चंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा स्कूल में शौचालय बनवाया जा रहा है। जिसके लिए गा्रंड मात्र 50 हजार है व खर्चा अढ़ाई लाख आ रहा है।
जिसके चलते अभिभावकों को कहा गया है कि स्कूल की सहायता करें परन्तु किसी से भी कोई जबरदस्ती नहीं की गई। डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन जगदीश चंद का कहना है कि उनके द्वारा बी.ई.ओ. रामशहर को इस बारे में जांच के आदेश दिए है व जल्द रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया है।
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