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हिमाचल के 2.50 लाख आयकरदाताओं को डिपो में एपीएल उपभोक्ताओं की तर्ज पर आटा-चावल क्रमश: 9 और 10 रुपये प्रतिकिलो और दालें, तेल, नमक और चीनी बाजार रेट से 4 से 5 रुपये तक सस्ती मिलेंगी। प्रदेश सरकार ने इन्हें राशन देने की फाइल को स्वीकृति दे दी है। अगले महीने से सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। हिमाचल सरकार की ओर से सब्सिडी पर दी जाने वाली 3 दालें, 2 लीटर तेल मार्केट रेट या इससे कुछ कम रेट पर मिलेगा। सरकार ने कोरोना काल में करदाताओं को डिपो में सस्ता राशन देने पर रोक लगा दी थी। इसमें तर्क दिया गया था कि ये लोग मार्केट से राशन लेने में सक्षम हैं। इस मुहिम के तहत मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों ने भी सस्ता राशन स्वेच्छा से छोड़ा था, वहीं अन्य टैक्स जमा करने वाले उपभोक्ताओं को भी यह राशन छोड़ने को कहा था। इसके बाद सरकार के निर्देशों व कैबिनेट में फैसला होने के बाद करदाताओं के राशनकार्ड ब्लॉक कर दिए थे। 3 दालों, चीनी और 2 लीटर तेल पर सरकार उपभोक्ताओं को 20 से 30 रुपये प्रति किलो सब्सिडी देती है। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने प्रदेश में पोर्टेबिलिट (किसी भी डिपो से राशन लेना) स्कीम दोबारा शुरू करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। कोरोना के चलते इस स्कीम को बंद किया गया था। अनुमति मिलने पर प्रदेश के साढ़े 18 लाख उपभोक्ता किसी भी डिपो से सस्ता राशन ले सकेंगे। सरकार का मानना है कि यह तभी संभव होगा जब पॉश मशीनों से अगूंठा लगाकर राशन दिया जाए। यह दोनों मामले सरकार के विचाराधीन हैं। अभी आपदा प्रबंधन ने इसकी मंजूरी नहीं दी है। आयकरदाताओं को डिपो में सस्ता आटा-चावल देने के लिए फाइनल स्वीकृति दे दी है। निगम को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द राशन बहाल करे। दालें और तेल भी मार्केट रेट से कुछ मिलेगा। - राजेंद्र गर्ग, खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मंत्री
हिमाचल के 2.50 लाख आयकरदाताओं को डिपो में एपीएल उपभोक्ताओं की तर्ज पर आटा-चावल क्रमश: 9 और 10 रुपये प्रतिकिलो और दालें, तेल, नमक और चीनी बाजार रेट से 4 से 5 रुपये तक सस्ती मिलेंगी। प्रदेश सरकार ने इन्हें राशन देने की फाइल को स्वीकृति दे दी है। अगले महीने से सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। हिमाचल सरकार की ओर से सब्सिडी पर दी जाने वाली 3 दालें, 2 लीटर तेल मार्केट रेट या इससे कुछ कम रेट पर मिलेगा।
सरकार ने कोरोना काल में करदाताओं को डिपो में सस्ता राशन देने पर रोक लगा दी थी। इसमें तर्क दिया गया था कि ये लोग मार्केट से राशन लेने में सक्षम हैं। इस मुहिम के तहत मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों ने भी सस्ता राशन स्वेच्छा से छोड़ा था, वहीं अन्य टैक्स जमा करने वाले उपभोक्ताओं को भी यह राशन छोड़ने को कहा था। इसके बाद सरकार के निर्देशों व कैबिनेट में फैसला होने के बाद करदाताओं के राशनकार्ड ब्लॉक कर दिए थे। 3 दालों, चीनी और 2 लीटर तेल पर सरकार उपभोक्ताओं को 20 से 30 रुपये प्रति किलो सब्सिडी देती है। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने प्रदेश में पोर्टेबिलिट (किसी भी डिपो से राशन लेना) स्कीम दोबारा शुरू करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। कोरोना के चलते इस स्कीम को बंद किया गया था। अनुमति मिलने पर प्रदेश के साढ़े 18 लाख उपभोक्ता किसी भी डिपो से सस्ता राशन ले सकेंगे। सरकार का मानना है कि यह तभी संभव होगा जब पॉश मशीनों से अगूंठा लगाकर राशन दिया जाए। यह दोनों मामले सरकार के विचाराधीन हैं। अभी आपदा प्रबंधन ने इसकी मंजूरी नहीं दी है।
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आयकरदाताओं को डिपो में सस्ता आटा-चावल देने के लिए फाइनल स्वीकृति दे दी है। निगम को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द राशन बहाल करे। दालें और तेल भी मार्केट रेट से कुछ मिलेगा। - राजेंद्र गर्ग, खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मंत्री
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