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करसोग ! वैश्विक महामारी कोरना वायरस के फल स्वरुप क्षतिपूर्ति आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा ऑटो चालकों के लिए भी विशेष नीति बनाने के बारे में आज एसडीएम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ममलेश्वर ऑटो ऑपरेटर यूनियन द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया। ममलेश्वर ऑटो यूनियन करसोग ने आज एक ऑनलाइन माध्यम से बैठक की जिसमें दीर्घ अवधि से वैश्विक महामारी करोना के चलते क्षतिपूर्ति तथा आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा ऑटो चालक अपने कार्य से बेकार बैठे हैं इस बारे में विस्तृत चर्चा की गई । ऑटो यूनियन के प्रधान दिला राम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समय ऑटो चालक सभी घर में बेकार बैठे हैं। तथा काम ना होने के कारण कई समस्याओं से जूझ रहे हैं इस तंगहाली से ना तो हम अपने परिवार का निर्वाहन कर पा रहे हैं साथ ही हम लोग सरकार के देय टैक्स देने में असमर्थ हो चुके हैं। क्योंकि हमारे आय का स्त्रोत केवल मात्र ऑटो के चलाने पर ही निर्भर करता है जो लगभग डेढ़ महीने से खड़े हुए हैं। तथा इस महामारी से हमें अभी भी निजात मिलने के आसार नहीं लग रहे हैं अब हम आर्थिक तंगहाली से बुरी तरह शिकार हो चुके हैं ! उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हमें आर्थिक क्षति की भरपाई हेतु न्यूनतम मजदूरी के अंतर्गत कम से कम 7500 प्रति माह आर्थिक मदद दी जाए तथा हमारे बैंक लोन की ईएमआई बिना ब्याज 1 वर्ष तथा टैक्स व इंश्योरेंस माफ कर दी जाए । व ऑटो ऑपरेटरों के लिए भी विशेष नीति बनाई जाए जिससे हमें आर्थिक मंदी से निजात मिल सके क्योंकि हम सभी ऑटो चालक सभी निर्धन वह निम्न परिवार से संबंध रखते हैं। जिसके चलते सरकार तुरंत इसके बारे में कोई समाधान सोचे ताकि हम अपना व अपने परिवार का पालन पोषण कर सके ।
करसोग ! वैश्विक महामारी कोरना वायरस के फल स्वरुप क्षतिपूर्ति आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा ऑटो चालकों के लिए भी विशेष नीति बनाने के बारे में आज एसडीएम करसोग के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ममलेश्वर ऑटो ऑपरेटर यूनियन द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया। ममलेश्वर ऑटो यूनियन करसोग ने आज एक ऑनलाइन माध्यम से बैठक की जिसमें दीर्घ अवधि से वैश्विक महामारी करोना के चलते क्षतिपूर्ति तथा आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा ऑटो चालक अपने कार्य से बेकार बैठे हैं इस बारे में विस्तृत चर्चा की गई ।
ऑटो यूनियन के प्रधान दिला राम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समय ऑटो चालक सभी घर में बेकार बैठे हैं। तथा काम ना होने के कारण कई समस्याओं से जूझ रहे हैं इस तंगहाली से ना तो हम अपने परिवार का निर्वाहन कर पा रहे हैं साथ ही हम लोग सरकार के देय टैक्स देने में असमर्थ हो चुके हैं। क्योंकि हमारे आय का स्त्रोत केवल मात्र ऑटो के चलाने पर ही निर्भर करता है जो लगभग डेढ़ महीने से खड़े हुए हैं। तथा इस महामारी से हमें अभी भी निजात मिलने के आसार नहीं लग रहे हैं अब हम आर्थिक तंगहाली से बुरी तरह शिकार हो चुके हैं !
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उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हमें आर्थिक क्षति की भरपाई हेतु न्यूनतम मजदूरी के अंतर्गत कम से कम 7500 प्रति माह आर्थिक मदद दी जाए तथा हमारे बैंक लोन की ईएमआई बिना ब्याज 1 वर्ष तथा टैक्स व इंश्योरेंस माफ कर दी जाए । व ऑटो ऑपरेटरों के लिए भी विशेष नीति बनाई जाए जिससे हमें आर्थिक मंदी से निजात मिल सके क्योंकि हम सभी ऑटो चालक सभी निर्धन वह निम्न परिवार से संबंध रखते हैं। जिसके चलते सरकार तुरंत इसके बारे में कोई समाधान सोचे ताकि हम अपना व अपने परिवार का पालन पोषण कर सके ।
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