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धर्मशाला , 06 सितंबर [ विशाल सूद ] ! जिला कांगड़ा के नूरपुर शहर में पानी का संकट दिन-प्रतिदिन गहराता जा रहा है। पिछले 16 दिनों से लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं। इसी दौरान पानी भरने के लिए मोटर का इस्तेमाल करते वक्त एक युवक की मौत हो गई। इस घटना और लगातार पानी की किल्लत के चलते लोगों का सब्र अब टूट चुका है। नूरपुर के लोगों का गुस्सा अब सड़कों पर दिखने लगा है। पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राकेश पठानिया की अगुवाई में शनिवार को नूरपुर बाज़ार में आक्रोश रैली निकाली गई और चौगान स्थित जल शक्ति विभाग मंडल का घेराव किया गया। राकेश पठानिया ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारी न तो फोन उठाते हैं और न ही लोगों से सीधे बात करते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही से ही एक नौजवान की जान गई है। इस दौरान उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पर खुलकर भड़ास निकाली। गौर रहे, नूरपुर को पानी की सप्लाई देने वाली 8.5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन में से लगभग 4 किलोमीटर हिस्सा ऐसे जोन से गुजरता है, जहां बार-बार लहासा गिर जाता है। मरम्मत का काम एक जगह होता है तो दूसरी तरफ फिर से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। स्थिति यह है कि शहरवासी विभाग के नलों की ओर उम्मीद भरी नजरों से ताकते रह जाते हैं, लेकिन पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं होती। “यहां लोग पिछले 16 दिनों से पानी की एक-एक बूंद के लिए परेशान हैं। महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सब टैंकरों और बाहर से पानी खरीदने को मजबूर हो गए हैं। विभाग के अधिकारी न तो फोन उठाते हैं और न ही लोगों से सीधे बात करते हैं। समस्या का हल करने की बजाय सिर्फ टालमटोल किया जा रहा है। आज हालत यह है कि विभाग की लापरवाही की वजह से एक नौजवान को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। अब इन अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए और नूरपुर के लोगों को तुरंत राहत मिलनी चाहिए।”
धर्मशाला , 06 सितंबर [ विशाल सूद ] ! जिला कांगड़ा के नूरपुर शहर में पानी का संकट दिन-प्रतिदिन गहराता जा रहा है। पिछले 16 दिनों से लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं। इसी दौरान पानी भरने के लिए मोटर का इस्तेमाल करते वक्त एक युवक की मौत हो गई। इस घटना और लगातार पानी की किल्लत के चलते लोगों का सब्र अब टूट चुका है।
नूरपुर के लोगों का गुस्सा अब सड़कों पर दिखने लगा है। पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राकेश पठानिया की अगुवाई में शनिवार को नूरपुर बाज़ार में आक्रोश रैली निकाली गई और चौगान स्थित जल शक्ति विभाग मंडल का घेराव किया गया।
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राकेश पठानिया ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारी न तो फोन उठाते हैं और न ही लोगों से सीधे बात करते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही से ही एक नौजवान की जान गई है। इस दौरान उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पर खुलकर भड़ास निकाली।
गौर रहे, नूरपुर को पानी की सप्लाई देने वाली 8.5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन में से लगभग 4 किलोमीटर हिस्सा ऐसे जोन से गुजरता है, जहां बार-बार लहासा गिर जाता है। मरम्मत का काम एक जगह होता है तो दूसरी तरफ फिर से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। स्थिति यह है कि शहरवासी विभाग के नलों की ओर उम्मीद भरी नजरों से ताकते रह जाते हैं, लेकिन पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं होती।
“यहां लोग पिछले 16 दिनों से पानी की एक-एक बूंद के लिए परेशान हैं। महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सब टैंकरों और बाहर से पानी खरीदने को मजबूर हो गए हैं। विभाग के अधिकारी न तो फोन उठाते हैं और न ही लोगों से सीधे बात करते हैं। समस्या का हल करने की बजाय सिर्फ टालमटोल किया जा रहा है। आज हालत यह है कि विभाग की लापरवाही की वजह से एक नौजवान को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। अब इन अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए और नूरपुर के लोगों को तुरंत राहत मिलनी चाहिए।”
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