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बिलासपुर ! जिला प्रशासन बिलासपुर एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान को प्रभावी रूप से जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से एक अभिनव पहल शुरू की गई है। इस पहल के अंतर्गत शिक्षा, खेल एवं अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बेटियों के प्रेरणादायक अचीवर्स बोर्ड तैयार कर उन्हें सभी राजकीय स्कूलों एवं जिला के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शित किया जा रहा है। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने दी।उन्होंने बताया कि इस नई पहल के माध्यम से समाज में दो सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया गया है। पहला — बेटियों की उपलब्धियों को सम्मानित कर यह संदेश देना कि हमारी बेटियां हमारा गौरव हैं। दूसरा — यह उजागर करना कि सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है और यहां से पढ़कर विद्यार्थी राज्य स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे अभिभावकों का सरकारी स्कूलों पर विश्वास और अधिक मजबूत होगा तथा विद्यालयों में नामांकन दर भी बढ़ेगी।इस अभियान को व्यापक स्तर पर सफल बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत तीन बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालयों, 1111 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, 46 पर्यवेक्षकों, मिशन शक्ति की टीम, पोषण अभियान तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त सौजन्य से पूरे जिला में इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।अब तक जिले के 58 राजकीय उच्च विद्यालयों एवं 117 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में अचीवर्स बोर्ड वितरित किए जा चुके हैं। इस वर्ष के दौरान सभी कॉलेजों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों तथा अन्य शिक्षण संस्थानों में भी यह प्रेरणादायक उपलब्धि बोर्ड लगाए जाएंगे।उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़े और बेटियों को भी बराबरी का मंच और अवसर मिले, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और राज्य व देश का नाम रोशन करें।इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा सहित विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
बिलासपुर ! जिला प्रशासन बिलासपुर एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान को प्रभावी रूप से जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से एक अभिनव पहल शुरू की गई है। इस पहल के अंतर्गत शिक्षा, खेल एवं अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बेटियों के प्रेरणादायक अचीवर्स बोर्ड तैयार कर उन्हें सभी राजकीय स्कूलों एवं जिला के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शित किया जा रहा है। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने दी।उन्होंने बताया कि इस नई पहल के माध्यम से समाज में दो सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया गया है। पहला — बेटियों की उपलब्धियों को सम्मानित कर यह संदेश देना कि हमारी बेटियां हमारा गौरव हैं। दूसरा — यह उजागर करना कि सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है और यहां से पढ़कर विद्यार्थी राज्य स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे अभिभावकों का सरकारी स्कूलों पर विश्वास और अधिक मजबूत होगा तथा विद्यालयों में नामांकन दर भी बढ़ेगी।
इस अभियान को व्यापक स्तर पर सफल बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत तीन बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालयों, 1111 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, 46 पर्यवेक्षकों, मिशन शक्ति की टीम, पोषण अभियान तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त सौजन्य से पूरे जिला में इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
अब तक जिले के 58 राजकीय उच्च विद्यालयों एवं 117 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में अचीवर्स बोर्ड वितरित किए जा चुके हैं। इस वर्ष के दौरान सभी कॉलेजों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों तथा अन्य शिक्षण संस्थानों में भी यह प्रेरणादायक उपलब्धि बोर्ड लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़े और बेटियों को भी बराबरी का मंच और अवसर मिले, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और राज्य व देश का नाम रोशन करें।इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा सहित विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
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