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शिमला , 22 मई [ विशाल सूद ] ! आईजीएमसी, कमला नेहरू अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों तथा चमियाना अस्पताल के सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी, डेटा एंट्री ऑपरेटरों व अन्य कर्मियों का सम्मेलन कालीबाड़ी हॉल शिमला में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में चालीस सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। देवराज बबलू को अध्यक्ष, भूमि देवी को महासचिव, सुशीला देवी को कोषाध्यक्ष, प्रवीण शर्मा, सन्नी, श्याम, श्रेया को उपाध्यक्ष, धनी राम, दिनेश, सीमा, पूजा को सचिव, रीना, रेणु, शुभम, सचिन खिंट्टा, साहिल, सचिन, यश बॉबी, हेमलता, पूजा भारती, सुनीता, रंजना, शालू, अभिलाषा, रितिक, ललित, ओमप्रकाश, तमन्ना, दीपना, नीलम बनोलटा, संदीप कुमारी, संतोष, कनिका, रेखा, ललिता, इंद्र, कमलेश, सुनील व केहर सिंह को आईजीएमसी सुरक्षा कर्मी यूनियन का कमेटी सदस्य चुना गया। संदीप ठाकुर को अध्यक्ष, सुनील नांटा को महासचिव, अनुज शर्मा को कोषाध्यक्ष, अनिल को उपाध्यक्ष, चमन ठाकुर को सचिव, कृतिका, प्रियंका, महेंद्र, भावना, ज्योति, सुमन, विनोद, अमित नांटा, अमन, कांता, शीला, नीलम व कौशल्या को अटल इंस्टिट्यूट ऑफ सुपर स्पेशलिटी चमियाना का कमेटी सदस्य चुना गया। सम्मेलन को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, रमाकांत मिश्रा, बालक राम, देवराज बबलू, वीरेंद्र लाल, संदीप, जगदीश, प्रवीण आदि ने सम्बोधित किया। उन्होंने आईजीएमसी, कमला नेहरू, चमियाना अस्पताल प्रबन्धन व ठेकेदारों पर मजदूरों के गम्भीर शोषण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी, कमला नेहरू व चमियाना अस्पताल में अंग्रेजों के ज़माने के काले कानून आज भी जारी हैं। यहां हायर एन्ड फायर नीति जारी है। चमियाना अस्पताल में मजदूरों को सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा है। आईजीएमसी में अभी भी श्रम कानूनों का गला घोंट कर दर्जनों कोविड कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी, कमला नेहरू व चमियाना अस्पताल में न्यूनतम वेतन, ईपीएफ, ईएसआई, छुट्टियों, आठ घण्टे के कार्य दिवस, हर माह सात तारीख से पूर्व वेतन भुगतान, बोनस, चेंजिंग रूम, दो वर्दी सेट आदि मुद्दों का समाधान नहीं किया जा रहा है। इन सभी अस्पतालों के ठेकेदार श्रम क़ानूनों की खुली अवहेलना कर रहे हैं। उन्होंने चेताया है कि अगर श्रम कानून लागू न हुए तो आंदोलन तेज होगा व तीनों अस्पतालों के मजदूर सड़कों पर उतरेंगे।
शिमला , 22 मई [ विशाल सूद ] ! आईजीएमसी, कमला नेहरू अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों तथा चमियाना अस्पताल के सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी, डेटा एंट्री ऑपरेटरों व अन्य कर्मियों का सम्मेलन कालीबाड़ी हॉल शिमला में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में चालीस सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।
देवराज बबलू को अध्यक्ष, भूमि देवी को महासचिव, सुशीला देवी को कोषाध्यक्ष, प्रवीण शर्मा, सन्नी, श्याम, श्रेया को उपाध्यक्ष, धनी राम, दिनेश, सीमा, पूजा को सचिव, रीना, रेणु, शुभम, सचिन खिंट्टा, साहिल, सचिन, यश बॉबी, हेमलता, पूजा भारती, सुनीता, रंजना, शालू, अभिलाषा, रितिक, ललित, ओमप्रकाश, तमन्ना, दीपना, नीलम बनोलटा, संदीप कुमारी, संतोष, कनिका, रेखा, ललिता, इंद्र, कमलेश, सुनील व केहर सिंह को आईजीएमसी सुरक्षा कर्मी यूनियन का कमेटी सदस्य चुना गया।
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संदीप ठाकुर को अध्यक्ष, सुनील नांटा को महासचिव, अनुज शर्मा को कोषाध्यक्ष, अनिल को उपाध्यक्ष, चमन ठाकुर को सचिव, कृतिका, प्रियंका, महेंद्र, भावना, ज्योति, सुमन, विनोद, अमित नांटा, अमन, कांता, शीला, नीलम व कौशल्या को अटल इंस्टिट्यूट ऑफ सुपर स्पेशलिटी चमियाना का कमेटी सदस्य चुना गया।
सम्मेलन को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, रमाकांत मिश्रा, बालक राम, देवराज बबलू, वीरेंद्र लाल, संदीप, जगदीश, प्रवीण आदि ने सम्बोधित किया। उन्होंने आईजीएमसी, कमला नेहरू, चमियाना अस्पताल प्रबन्धन व ठेकेदारों पर मजदूरों के गम्भीर शोषण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी, कमला नेहरू व चमियाना अस्पताल में अंग्रेजों के ज़माने के काले कानून आज भी जारी हैं। यहां हायर एन्ड फायर नीति जारी है। चमियाना अस्पताल में मजदूरों को सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा है।
आईजीएमसी में अभी भी श्रम कानूनों का गला घोंट कर दर्जनों कोविड कर्मियों व सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी, कमला नेहरू व चमियाना अस्पताल में न्यूनतम वेतन, ईपीएफ, ईएसआई, छुट्टियों, आठ घण्टे के कार्य दिवस, हर माह सात तारीख से पूर्व वेतन भुगतान, बोनस, चेंजिंग रूम, दो वर्दी सेट आदि मुद्दों का समाधान नहीं किया जा रहा है।
इन सभी अस्पतालों के ठेकेदार श्रम क़ानूनों की खुली अवहेलना कर रहे हैं। उन्होंने चेताया है कि अगर श्रम कानून लागू न हुए तो आंदोलन तेज होगा व तीनों अस्पतालों के मजदूर सड़कों पर उतरेंगे।
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