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हमीरपुर , 31 मई [ बिंदिया ठाकुर ] ! पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने एक बार फिर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने हाल ही में एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग द्वारा काला अंब में मारे गए छापे का हवाला देते हुए कहा कि विभाग ने तो सराहनीय कार्रवाई की, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते असली दोषियों को बचाया जा रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि सोशल मीडिया में इस बारे वीडियो वायरल है कि एक्साइज विभाग ने काला अंब स्थित त्रिलोक सन्स ब्रेवरीज पर आधी रात को छापा मारा, जहां 20 से 25 लोग अवैध रूप से शराब निर्माण में जुटे थे लोग। मौके से रॉयल ब्लू नामक अवैध शराब की 230 पेटियां जब्त की गईं, जिन पर उत्तराखंड का लेबल चिपका था। इसके अलावा 3,95,000 लेबल बरामद किए गए, इसके आलावा संतरा ब्रांड के भी 42,000 लेबल भी उत्तराखंड से पाए गए। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि इस गंभीर मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप हुआ और मुख्यमंत्री कार्यालय से दबाव पड़ने के कारण किसी अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जबकि फैक्ट्री के मालिक के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसे सीधा-सीधा तौर पर जनता में यह संदेश गया कि सरकार दोषियों के साथ है, दोषियों को बचा रही है। इसके अलावा कांगड़ा जिला के टेरिस में और काला अम्ब में भी ऐसी लोगों में चर्चा है की वहां अवैध शराब का निर्माण किया जा रहा है। जिससे हिमाचल सरकार को ढाई सौ से तीन सौ करोड़ का सालाना नुकसान हो रहा है। ये सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि यह प्रकरण साफ दर्शाता है कि सरकार काले कारोबार को संरक्षण दे रही है। नीचे से लेकर ऊपर तक पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए। राजेंद्र राणा ने कहा कि इस घटना ने सरकार की कार्यशैली और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और यह साबित हो गया है कि सत्ता के संरक्षण में ही अवैध कारोबार पनप रहा है ।
हमीरपुर , 31 मई [ बिंदिया ठाकुर ] ! पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने एक बार फिर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने हाल ही में एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग द्वारा काला अंब में मारे गए छापे का हवाला देते हुए कहा कि विभाग ने तो सराहनीय कार्रवाई की, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते असली दोषियों को बचाया जा रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि सोशल मीडिया में इस बारे वीडियो वायरल है कि एक्साइज विभाग ने काला अंब स्थित त्रिलोक सन्स ब्रेवरीज पर आधी रात को छापा मारा, जहां 20 से 25 लोग अवैध रूप से शराब निर्माण में जुटे थे लोग। मौके से रॉयल ब्लू नामक अवैध शराब की 230 पेटियां जब्त की गईं, जिन पर उत्तराखंड का लेबल चिपका था। इसके अलावा 3,95,000 लेबल बरामद किए गए, इसके आलावा संतरा ब्रांड के भी 42,000 लेबल भी उत्तराखंड से पाए गए।
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पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि इस गंभीर मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप हुआ और मुख्यमंत्री कार्यालय से दबाव पड़ने के कारण किसी अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जबकि फैक्ट्री के मालिक के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसे सीधा-सीधा तौर पर जनता में यह संदेश गया कि सरकार दोषियों के साथ है, दोषियों को बचा रही है। इसके अलावा कांगड़ा जिला के टेरिस में और काला अम्ब में भी ऐसी लोगों में चर्चा है की वहां अवैध शराब का निर्माण किया जा रहा है। जिससे हिमाचल सरकार को ढाई सौ से तीन सौ करोड़ का सालाना नुकसान हो रहा है। ये सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि यह प्रकरण साफ दर्शाता है कि सरकार काले कारोबार को संरक्षण दे रही है। नीचे से लेकर ऊपर तक पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
राजेंद्र राणा ने कहा कि इस घटना ने सरकार की कार्यशैली और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और यह साबित हो गया है कि सत्ता के संरक्षण में ही अवैध कारोबार पनप रहा है ।
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