- *पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष बोले, कांग्रेस नेताओं को पहले झूठी गारंटियों के नाम पर जनादेश हथियाने के लिए हिमाचल की जनता से माफी मांगनी चाहिए* *आपदा पर सदन में चर्चा और राहत कार्य छोड़कर भी मुख्यमंत्री कर चुके हैं रैली* *हिमाचल में जनादेश चोरी कर किस मुंह से वोट अधिकार यात्रा निकाल रही सुख की सरकार*
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शिमला , 14 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि झूठी गारंटीयों और घोषणा पत्र के नाम पर जनादेश चोरी करने वाले मुख्यमंत्री अपनी झूठी गारंटियों का हिसाब देने के बजाय देश भर में घूम–घूम कर वोट चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं और रैलियां निकाल रहे हैं। हर जगह वह जाकर सिर्फ अपने झूठ का पिटारा खोलते हैं और प्रदेश के लोगों से झूठ बोलकर उन्हें गुमराह करते हैं लेकिन अब देश भर के लोगों ने कांग्रेस की हकीकत पहचान ली है। जहां-जहां मुख्यमंत्री और उनके वरिष्ठ नेता यह रैलियां निकाल रहे हैं वहां–वहां से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग चौतरफ़ा सरकार की नाकामियों से जूझ रहे हैं और पूरी सरकार दिल्ली में आला कमान को खुश करने में लगी हुई है। कांग्रेस का पूरा नेतृत्व संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करता रहा है। चुनाव आयोग पर, केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगाता रहता है। भाजपा तथा एनडीए को वोट देने वाले जनता जनार्दन पर भी सवाल उठाता है। कांग्रेस का यह अभियान देश के प्रबुद्ध वोटर्स का भी अपमान है। इसलिए हिमाचल सरकार के सभी कार्यकर्ताओं को अपनी झूठी गारंटियों के नाम पर जनादेश हथियाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। यह पहली बार नहीं है कि हिमाचल के मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के प्रमुख नेता सारा काम काज छोड़कर वोट चोरी के तथ्य और तर्क हीन अभियान में शामिल हुए हों। इसके पहले आपदा पर सदन में चर्चा, आपदा राहत से जुड़े कार्यों की समीक्षा के बजाय कांग्रेस के चुनावी अभियान में शिरकत कर चुके हैं। प्रदेश के आपदा प्रभावित राहत की राह देख रहे हैं और सरकार अपने दायित्वों के निर्वहन की बजाय आगामी चुनाव में होने वाली प्रचंड हार के लिए अभी से बहाने खोजने में लगी है। चुनाव चाहे अब हों या बाद में मुख्यमंत्री को परिणाम पता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के अंतर्कलह, विधायकों और मंत्रियों की विवशता, अधिकारियों और मित्र मंडली की मनमर्जी के आगे व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार की पूरी व्यवस्था ही घुटने पर है। आपदा से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र में सुक्खू सरकार के द्वारा आपदा प्रभावितों के राहत और पुनर्वास के लिए इस्तेमाल होने वाली धनराशि से 3 साल के कार्यकाल पूरा होने का जश्न मनाकर "लॉक प्रिय" सरकार ने न सिर्फ अपनी किरकिरी करवाई बल्कि अपनी संवेदनहीनता का भी प्रदर्शन किया। इस कृत्य से सरकार की कलई खुल गई। ऐसे जश्नों से कांग्रेस आलाकमान की गैरमौजूदगी से यह बात भी एकदम साफ हो गई है कि व्यवस्था परिवर्तन वाली सुख की सरकार प्रदेश में ही नहीं अपने शीर्ष नेतृत्व में भी अलोकप्रिय हो चुकी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों में मिल रहे प्रचंड जन समर्थन, देश भर में कांग्रेस की हो रही प्रचंड हार और बीते हफ्ते सुक्खू सरकार के 3 साल पूरे होने पर आयोजित जश्न से प्रदेशवासियों के किनारा करने से कांग्रेस का पूरा नेतृत्व हताश है। मंच से सरकार के मंत्री और नेताओं के "सिर–फुटौवल" की घटना के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी निराशा है। अपनी नाकामियों से प्रदेश वासियों का ध्यान हटाने के लिए सुक्खू सरकार इस तरह की मनगढ़ंत अभियानों का हिस्सा बन रही है देश के लोकतंत्र पर हमला करने की कोशिश कर रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि झूठी गारंटियों के नाम पर हिमाचल प्रदेश के लोगों के जनादेश की चोरी करके सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री न जाने किस मुंह से वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। एक तरफ हिमाचल प्रदेश के लोग उनसे कांग्रेस की 10 झूठी गारंटियों का हिसाब मांग रहे हैं तो दूसरी तरफ हिमाचल के मुख्यमंत्री बिहार के चुनाव के बाद दिल्ली में व्यस्त हैं। जयराम ठाकुर ने हिमाचल के सिरमौर के पवित्र पश्मी गांव में छत्रधारी चालदा महासू महाराज का स्वागत करते हुए कहा कि महराज जी के पावन आगमन से पूरे क्षेत्र में आस्था, श्रद्धा और उल्लास का वातावरण है। प्रभु का एक वर्ष तक पश्मी गांव में विराजमान रहना समस्त हिमाचल प्रदेश के लिए सौभाग्य और दिव्य आशीर्वाद का प्रतीक है। जयराम ठाकुर ने कहा कि महासू महाराज जी हिमाचल की लोकसंस्कृति और देव आस्था के रक्षक हैं। उन्होंने देवता से देवभूमि हिमाचल की हर प्रकार से रक्षा करने, प्रदेश को प्राकृतिक आपदाओं व अन्य विपत्तियों से सुरक्षित रखने तथा प्रदेशवासियों को सुख, शांति, समृद्धि और सद्भाव का आशीर्वाद देने की कामना की।
शिमला , 14 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि झूठी गारंटीयों और घोषणा पत्र के नाम पर जनादेश चोरी करने वाले मुख्यमंत्री अपनी झूठी गारंटियों का हिसाब देने के बजाय देश भर में घूम–घूम कर वोट चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं और रैलियां निकाल रहे हैं। हर जगह वह जाकर सिर्फ अपने झूठ का पिटारा खोलते हैं और प्रदेश के लोगों से झूठ बोलकर उन्हें गुमराह करते हैं लेकिन अब देश भर के लोगों ने कांग्रेस की हकीकत पहचान ली है।
जहां-जहां मुख्यमंत्री और उनके वरिष्ठ नेता यह रैलियां निकाल रहे हैं वहां–वहां से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग चौतरफ़ा सरकार की नाकामियों से जूझ रहे हैं और पूरी सरकार दिल्ली में आला कमान को खुश करने में लगी हुई है। कांग्रेस का पूरा नेतृत्व संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करता रहा है। चुनाव आयोग पर, केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगाता रहता है।
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भाजपा तथा एनडीए को वोट देने वाले जनता जनार्दन पर भी सवाल उठाता है। कांग्रेस का यह अभियान देश के प्रबुद्ध वोटर्स का भी अपमान है। इसलिए हिमाचल सरकार के सभी कार्यकर्ताओं को अपनी झूठी गारंटियों के नाम पर जनादेश हथियाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। यह पहली बार नहीं है कि हिमाचल के मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के प्रमुख नेता सारा काम काज छोड़कर वोट चोरी के तथ्य और तर्क हीन अभियान में शामिल हुए हों।
इसके पहले आपदा पर सदन में चर्चा, आपदा राहत से जुड़े कार्यों की समीक्षा के बजाय कांग्रेस के चुनावी अभियान में शिरकत कर चुके हैं। प्रदेश के आपदा प्रभावित राहत की राह देख रहे हैं और सरकार अपने दायित्वों के निर्वहन की बजाय आगामी चुनाव में होने वाली प्रचंड हार के लिए अभी से बहाने खोजने में लगी है। चुनाव चाहे अब हों या बाद में मुख्यमंत्री को परिणाम पता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के अंतर्कलह, विधायकों और मंत्रियों की विवशता, अधिकारियों और मित्र मंडली की मनमर्जी के आगे व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार की पूरी व्यवस्था ही घुटने पर है। आपदा से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र में सुक्खू सरकार के द्वारा आपदा प्रभावितों के राहत और पुनर्वास के लिए इस्तेमाल होने वाली धनराशि से 3 साल के कार्यकाल पूरा होने का जश्न मनाकर "लॉक प्रिय" सरकार ने न सिर्फ अपनी किरकिरी करवाई बल्कि अपनी संवेदनहीनता का भी प्रदर्शन किया।
इस कृत्य से सरकार की कलई खुल गई। ऐसे जश्नों से कांग्रेस आलाकमान की गैरमौजूदगी से यह बात भी एकदम साफ हो गई है कि व्यवस्था परिवर्तन वाली सुख की सरकार प्रदेश में ही नहीं अपने शीर्ष नेतृत्व में भी अलोकप्रिय हो चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों में मिल रहे प्रचंड जन समर्थन, देश भर में कांग्रेस की हो रही प्रचंड हार और बीते हफ्ते सुक्खू सरकार के 3 साल पूरे होने पर आयोजित जश्न से प्रदेशवासियों के किनारा करने से कांग्रेस का पूरा नेतृत्व हताश है। मंच से सरकार के मंत्री और नेताओं के "सिर–फुटौवल" की घटना के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी निराशा है। अपनी नाकामियों से प्रदेश वासियों का ध्यान हटाने के लिए सुक्खू सरकार इस तरह की मनगढ़ंत अभियानों का हिस्सा बन रही है देश के लोकतंत्र पर हमला करने की कोशिश कर रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि झूठी गारंटियों के नाम पर हिमाचल प्रदेश के लोगों के जनादेश की चोरी करके सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री न जाने किस मुंह से वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। एक तरफ हिमाचल प्रदेश के लोग उनसे कांग्रेस की 10 झूठी गारंटियों का हिसाब मांग रहे हैं तो दूसरी तरफ हिमाचल के मुख्यमंत्री बिहार के चुनाव के बाद दिल्ली में व्यस्त हैं।
जयराम ठाकुर ने हिमाचल के सिरमौर के पवित्र पश्मी गांव में छत्रधारी चालदा महासू महाराज का स्वागत करते हुए कहा कि महराज जी के पावन आगमन से पूरे क्षेत्र में आस्था, श्रद्धा और उल्लास का वातावरण है।
प्रभु का एक वर्ष तक पश्मी गांव में विराजमान रहना समस्त हिमाचल प्रदेश के लिए सौभाग्य और दिव्य आशीर्वाद का प्रतीक है। जयराम ठाकुर ने कहा कि महासू महाराज जी हिमाचल की लोकसंस्कृति और देव आस्था के रक्षक हैं। उन्होंने देवता से देवभूमि हिमाचल की हर प्रकार से रक्षा करने, प्रदेश को प्राकृतिक आपदाओं व अन्य विपत्तियों से सुरक्षित रखने तथा प्रदेशवासियों को सुख, शांति, समृद्धि और सद्भाव का आशीर्वाद देने की कामना की।
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