हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक अशोक तिवारी रहे मुख्य अतिथि |
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शिमला 31 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, (कोटशेरा) में आज हिमाचल प्रदेश पुलिस के सहयोग से एक विशेष नशा उन्मूलन एवं जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक (DGP) श्री अशोक तिवारी,( IPS) ने एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स दल के साथ महाविद्यालय का दौरा किया और छात्रों को नशे के दुष्परिणामों, साइबर अपराधों तथा सड़क सुरक्षा के महत्व से अवगत कराया। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की एंटी ड्रग कमेटी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मृणालिनी कश्यप द्वारा स्वागत भाषण से हुई। मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में युवाओं को जीवन में सकारात्मक सोच अपनाने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए समर्पण और अनुशासन आवश्यक हैं। उन्होंने युवाओं को यह संदेश दिया कि या तो उस कार्य से प्रेम करो जो तुम कर रहे हो, या फिर वही कार्य करो जिससे तुम प्रेम करते हो। उन्होंने छात्रों को आगाह किया कि वे जीवन में भ्रमित न हों और किसी भी प्रकार के शॉर्टकट सफलता के झांसे में न आएं। उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन एक नई शुरुआत का अवसर होता है। यदि आप कभी गलत राह पर चले भी गए हों, तो भी नई उम्मीद के साथ फिर से शुरुआत की जा सकती है। आशा मत छोड़िए, क्योंकि आशा ही वह शक्ति है जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि हिमाचल प्रदेश पुलिस जल्द ही "एंटी चिट्टा वालंटियर्स" की भर्ती करेगी, जो राज्य में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में सक्रिय सहयोग करेंगे। ये वालंटियर्स समाज में जागरूकता फैलाने, सूचना साझा करने और पुलिस के साथ मिलकर चिट्टा जैसे घातक नशे के खिलाफ लड़ाई में भाग लेंगे। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश देवभूमि है ,इस देवभूमि से नशे को मिटाना है । इसके साथ ही उन्होंने सभी को साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने, ऑनलाइन गतिविधियों में सावधानी बरतने तथा सड़क पर सुरक्षित ड्राइविंग करने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी लापरवाही जीवन की हानि का कारण बन सकती है, इसलिए हर नागरिक को जागरूक और जिम्मेदार होना चाहिए। इस अवसर पर उनके साथ उपस्थित अधिकारीगण में शामिल थे: - बिमल गुप्ता, IPS (महानिरीक्षक, SV & ACB) - गीतांजलि ठाकुर, HPS (उप पुलिस अधीक्षक, कानून एवं व्यवस्था) - इंस्पेक्टर रीना - ASI शमीम - महिला कांस्टेबल आनंदिनी - महिला कांस्टेबल रामा - महिला कांस्टेबल वनीता कार्यक्रम में बिमल गुप्ता(महानिरीक्षक, SV & ACB) , गीतांजलि ठाकुर, HPS (उप पुलिस अधीक्षक, कानून एवं व्यवस्था), महिला कांस्टेबल आनंदिनी और रामा ने भी नशा उन्मूलन पर संक्षिप्त और प्रेरणादायक वक्तव्य दिए। उन्होंने छात्रों को शारीरिक फिटनेस, अनुशासन और आत्म-प्रेरणा के महत्व को समझाया और नशे से होने वाले सामाजिक और पारिवारिक नुकसान पर प्रकाश डाला। प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान ने महाविद्यालय द्वारा आयोजित नशा विरोधी और जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी दी। डॉ गोपाल चौहान ने कहा कि महाविद्यालय का हर छात्र नशे की प्रवृत्ति से दूर रहते हुए सदा ही नशे के विरुद्ध लड़ाई में हिमाचल प्रदेश पुलिस का सहयोग करने के लिए तत्पर रहेगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि महाविद्यालय में छात्रों के लिए शीघ्र ही एक "साइबर सुरक्षा" पर ऐड-ऑन कोर्स" प्रारंभ किया जाएगा, जिससे वे डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहना सीख सकें। इस कार्यक्रम में डीन स्टूडेंट वेलफेयर, डॉ. पीडी कौशल ,शोध एवं विकास प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. राकेश शर्मा ,अन्य शैक्षणिक तथा गैर -शैक्षणिक कर्मचारी व लगभग 500 विद्यार्थी उपस्थित रहे|
शिमला 31 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, (कोटशेरा) में आज हिमाचल प्रदेश पुलिस के सहयोग से एक विशेष नशा उन्मूलन एवं जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक (DGP) श्री अशोक तिवारी,( IPS) ने एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स दल के साथ महाविद्यालय का दौरा किया और छात्रों को नशे के दुष्परिणामों, साइबर अपराधों तथा सड़क सुरक्षा के महत्व से अवगत कराया।
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कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की एंटी ड्रग कमेटी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मृणालिनी कश्यप द्वारा स्वागत भाषण से हुई। मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में युवाओं को जीवन में सकारात्मक सोच अपनाने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए समर्पण और अनुशासन आवश्यक हैं।
उन्होंने युवाओं को यह संदेश दिया कि या तो उस कार्य से प्रेम करो जो तुम कर रहे हो, या फिर वही कार्य करो जिससे तुम प्रेम करते हो। उन्होंने छात्रों को आगाह किया कि वे जीवन में भ्रमित न हों और किसी भी प्रकार के शॉर्टकट सफलता के झांसे में न आएं। उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन एक नई शुरुआत का अवसर होता है। यदि आप कभी गलत राह पर चले भी गए हों, तो भी नई उम्मीद के साथ फिर से शुरुआत की जा सकती है। आशा मत छोड़िए, क्योंकि आशा ही वह शक्ति है जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि हिमाचल प्रदेश पुलिस जल्द ही "एंटी चिट्टा वालंटियर्स" की भर्ती करेगी, जो राज्य में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में सक्रिय सहयोग करेंगे। ये वालंटियर्स समाज में जागरूकता फैलाने, सूचना साझा करने और पुलिस के साथ मिलकर चिट्टा जैसे घातक नशे के खिलाफ लड़ाई में भाग लेंगे।
उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश देवभूमि है ,इस देवभूमि से नशे को मिटाना है । इसके साथ ही उन्होंने सभी को साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने, ऑनलाइन गतिविधियों में सावधानी बरतने तथा सड़क पर सुरक्षित ड्राइविंग करने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी लापरवाही जीवन की हानि का कारण बन सकती है, इसलिए हर नागरिक को जागरूक और जिम्मेदार होना चाहिए।
इस अवसर पर उनके साथ उपस्थित अधिकारीगण में शामिल थे:
- बिमल गुप्ता, IPS (महानिरीक्षक, SV & ACB)
- गीतांजलि ठाकुर, HPS (उप पुलिस अधीक्षक, कानून एवं व्यवस्था)
- इंस्पेक्टर रीना
- ASI शमीम
- महिला कांस्टेबल आनंदिनी
- महिला कांस्टेबल रामा
- महिला कांस्टेबल वनीता
कार्यक्रम में बिमल गुप्ता(महानिरीक्षक, SV & ACB) , गीतांजलि ठाकुर, HPS (उप पुलिस अधीक्षक, कानून एवं व्यवस्था), महिला कांस्टेबल आनंदिनी और रामा ने भी नशा उन्मूलन पर संक्षिप्त और प्रेरणादायक वक्तव्य दिए। उन्होंने छात्रों को शारीरिक फिटनेस, अनुशासन और आत्म-प्रेरणा के महत्व को समझाया और नशे से होने वाले सामाजिक और पारिवारिक नुकसान पर प्रकाश डाला।
प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान ने महाविद्यालय द्वारा आयोजित नशा विरोधी और जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी दी। डॉ गोपाल चौहान ने कहा कि महाविद्यालय का हर छात्र नशे की प्रवृत्ति से दूर रहते हुए सदा ही नशे के विरुद्ध लड़ाई में हिमाचल प्रदेश पुलिस का सहयोग करने के लिए तत्पर रहेगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि महाविद्यालय में छात्रों के लिए शीघ्र ही एक "साइबर सुरक्षा" पर ऐड-ऑन कोर्स" प्रारंभ किया जाएगा, जिससे वे डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहना सीख सकें।
इस कार्यक्रम में डीन स्टूडेंट वेलफेयर, डॉ. पीडी कौशल ,शोध एवं विकास प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. राकेश शर्मा ,अन्य शैक्षणिक तथा गैर -शैक्षणिक कर्मचारी व लगभग 500 विद्यार्थी उपस्थित रहे|
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