40 किलोमीटर से अधिक दूरी से आने वाली बसों को शहर के भीतर प्रवेश पर रोक की मांग, अतिरिक्त आयुक्त ट्रांसपोर्ट से मिले निजी बस ऑपरेटर, समाधान का मिला आश्वासन, निजी बस ऑपरेटर मांगो पर अडिग, नहीं चलाएंगे बसे।
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शिमला , 03 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला शहर में आज निजी बस ऑपरेटर हड़ताल पर हैं जिससे लोगों को थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हालांकि हड़ताल को देखते हुए एचआरटीसी आज शहर में अतिरिक्त बसें चला रहा है। निजी बस ऑपरेटर शिमला में 40 किलोमीटर से अधिक दूरी की बसों के शिमला शहर में दाखिल होने का विरोध कर रहे हैं। निजी बस ऑपरेटर अपनी मांगों को लेकर अतिरिक्त आयुक्त नरेश ठाकुर से मिले और मांगपत्र सौंपा। ट्रांसपोर्ट विभाग ने मांगो पर गौर कर समाधान का आश्वासन दिया है। निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि 40 किलोमीटर से अधिक दूरी की एचआरटीसी समेत निजी बसों के शहर में दाखिल होने से जाम लग रहा है।इसी वजह से निजी बसों के रूट फेल हो रहे हैं। रूट पूरा करने में उन्हें दोगुना समय लग रहा है। इसका खामियाजा शहर की जनता को भी झेलना पड़ रहा है। इसके अलावा शहर में सरकारी स्कूल बसों में सवारियां भरी जा रही है जिससे निजी बस ऑपरेटरों को नुकसान हो रहा है। ट्रांसपोर्ट विभाग ने चरणबद्ध तरीके से 40 किलो मीटर से अधिक दूरी से आने वाली बसों पर रोक लगाने की बात कही है। जब तक इसे जमीनी स्तर पर उतारा नहीं जाता शहर में निजी बस ऑपरेटर हड़ताल पर रहेंगे। वहीं वार्ता के बाद आरटीओ शिमला अनिल शर्मा ने कहा कि निजी बस ऑपरेटरों की मांग को लेकर एचआरटीसी एमडी से बातचीत की गई है और एमडी ने 40 किलो मीटर के बाहर से आने वाली बसों के प्रवेश पर रोक के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा सरकारी स्कूल बसों में सवारियां बैठाने को लेकर भी एचआरटीसी एमडी से बातचीत हुई है। निजी बस ऑपरेटर और एचआरटीसी में कुछ गलतफहमी की वजह से यह विवाद हुआ है ऐसे में निजी बस ऑपरेटरों को एचआरटीसी एमडी से बातचीत कर समाधान का रास्ता ढूंढना चाहिए।
शिमला , 03 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला शहर में आज निजी बस ऑपरेटर हड़ताल पर हैं जिससे लोगों को थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हालांकि हड़ताल को देखते हुए एचआरटीसी आज शहर में अतिरिक्त बसें चला रहा है। निजी बस ऑपरेटर शिमला में 40 किलोमीटर से अधिक दूरी की बसों के शिमला शहर में दाखिल होने का विरोध कर रहे हैं। निजी बस ऑपरेटर अपनी मांगों को लेकर अतिरिक्त आयुक्त नरेश ठाकुर से मिले और मांगपत्र सौंपा। ट्रांसपोर्ट विभाग ने मांगो पर गौर कर समाधान का आश्वासन दिया है।
निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि 40 किलोमीटर से अधिक दूरी की एचआरटीसी समेत निजी बसों के शहर में दाखिल होने से जाम लग रहा है।इसी वजह से निजी बसों के रूट फेल हो रहे हैं। रूट पूरा करने में उन्हें दोगुना समय लग रहा है। इसका खामियाजा शहर की जनता को भी झेलना पड़ रहा है। इसके अलावा शहर में सरकारी स्कूल बसों में सवारियां भरी जा रही है जिससे निजी बस ऑपरेटरों को नुकसान हो रहा है। ट्रांसपोर्ट विभाग ने चरणबद्ध तरीके से 40 किलो मीटर से अधिक दूरी से आने वाली बसों पर रोक लगाने की बात कही है। जब तक इसे जमीनी स्तर पर उतारा नहीं जाता शहर में निजी बस ऑपरेटर हड़ताल पर रहेंगे।
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वहीं वार्ता के बाद आरटीओ शिमला अनिल शर्मा ने कहा कि निजी बस ऑपरेटरों की मांग को लेकर एचआरटीसी एमडी से बातचीत की गई है और एमडी ने 40 किलो मीटर के बाहर से आने वाली बसों के प्रवेश पर रोक के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा सरकारी स्कूल बसों में सवारियां बैठाने को लेकर भी एचआरटीसी एमडी से बातचीत हुई है। निजी बस ऑपरेटर और एचआरटीसी में कुछ गलतफहमी की वजह से यह विवाद हुआ है ऐसे में निजी बस ऑपरेटरों को एचआरटीसी एमडी से बातचीत कर समाधान का रास्ता ढूंढना चाहिए।
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