- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सोलन , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान की भावना को आगे बढ़ाते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी को वेटरन्स इंडिया प्राइड ऑफ नेशन अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया। इस सम्मान के लिए विश्वविद्यालय की अनुशंसा एक पांच सदस्यीय पैनल जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित सदस्य शामिल है द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के माननीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ रहे। यह पुरस्कार देशभक्ति, नेतृत्व, सामुदायिक सेवा, युवा सशक्तिकरण तथा मूल्य आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने वाली प्रभावशाली पहलों के लिए प्रदान किया जाता है। नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में विश्वविद्यालय की ओर से यह सम्मान विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंदर देव ने प्राप्त किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने इस सम्मान के लिए जूरी और वेटरन्स इंडिया का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्र के पूर्व सैनिकों के सम्मान और रक्षा समुदाय के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने हेतु निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय समय-समय पर रक्षा कर्मियों के सम्मान में प्रेरणादायक व्याख्यान एवं कार्यक्रम आयोजित करता है, जिससे छात्रों को प्रेरणा मिलती है। साथ ही, सशस्त्र बलों में सेवाएं दे चुके विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को भी छात्रों को रक्षा सेवाओं में करियर अपनाने के लिए प्रेरित करने में शामिल किया जा रहा है। इस अवसर पर वेटरन्स इंडिया के राष्ट्रीय पदाधिकारियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC); प्रो. टी. जी. सीताराम, अध्यक्ष, एआईसीटीई(AICTE); प्रो. विनय कुमार पाठक, अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (AIU); डॉ. एम. आर. जयराम, अध्यक्ष, ईपीएसआई(EPSI); पी. एन. रवींद्रन, केरल उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा लेफ्टिनेंट जनरल जी. डी. बख्शी, (सेवानिवृत्त) शामिल थे। वर्ष 2015 में स्थापित वेटरन्स इंडिया एक जन-आधारित पहल है, जो आज 3.8 मिलियन से अधिक सदस्यों के साथ देश के सबसे बड़े देशभक्ति मंचों में से एक बन चुकी है। राष्ट्रवाद को सुदृढ़ करने, युवाओं को सशक्त बनाने, शहीदों को सम्मान देने तथा सामाजिक परिवर्तन को गति देने के अपने संकल्प के साथ वेटरन्स इंडिया एक आत्मनिर्भर और प्रगतिशील भारत की परिकल्पना करता है, जो विश्वगुरु के रूप में अपनी भूमिका पुनः स्थापित करे।
सोलन , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान की भावना को आगे बढ़ाते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी को वेटरन्स इंडिया प्राइड ऑफ नेशन अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया।
इस सम्मान के लिए विश्वविद्यालय की अनुशंसा एक पांच सदस्यीय पैनल जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित सदस्य शामिल है द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के माननीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ रहे। यह पुरस्कार देशभक्ति, नेतृत्व, सामुदायिक सेवा, युवा सशक्तिकरण तथा मूल्य आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने वाली प्रभावशाली पहलों के लिए प्रदान किया जाता है। नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में विश्वविद्यालय की ओर से यह सम्मान विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंदर देव ने प्राप्त किया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने इस सम्मान के लिए जूरी और वेटरन्स इंडिया का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्र के पूर्व सैनिकों के सम्मान और रक्षा समुदाय के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने हेतु निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय समय-समय पर रक्षा कर्मियों के सम्मान में प्रेरणादायक व्याख्यान एवं कार्यक्रम आयोजित करता है, जिससे छात्रों को प्रेरणा मिलती है। साथ ही, सशस्त्र बलों में सेवाएं दे चुके विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को भी छात्रों को रक्षा सेवाओं में करियर अपनाने के लिए प्रेरित करने में शामिल किया जा रहा है।
इस अवसर पर वेटरन्स इंडिया के राष्ट्रीय पदाधिकारियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC); प्रो. टी. जी. सीताराम, अध्यक्ष, एआईसीटीई(AICTE); प्रो. विनय कुमार पाठक, अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (AIU); डॉ. एम. आर. जयराम, अध्यक्ष, ईपीएसआई(EPSI); पी. एन. रवींद्रन, केरल उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा लेफ्टिनेंट जनरल जी. डी. बख्शी, (सेवानिवृत्त) शामिल थे।
वर्ष 2015 में स्थापित वेटरन्स इंडिया एक जन-आधारित पहल है, जो आज 3.8 मिलियन से अधिक सदस्यों के साथ देश के सबसे बड़े देशभक्ति मंचों में से एक बन चुकी है। राष्ट्रवाद को सुदृढ़ करने, युवाओं को सशक्त बनाने, शहीदों को सम्मान देने तथा सामाजिक परिवर्तन को गति देने के अपने संकल्प के साथ वेटरन्स इंडिया एक आत्मनिर्भर और प्रगतिशील भारत की परिकल्पना करता है, जो विश्वगुरु के रूप में अपनी भूमिका पुनः स्थापित करे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -