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सोलन , [ बद्दी ] , 29 अप्रैल [ पंकज गोल्डी ] ! एसपी बद्दी मोहित चावला के आदेशों के बाद पुलिस थाना बद्दी के अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी फेस 2 साईं मंदिर के नजदीक निजी स्कूल के बाहर आने वाले रास्तों पर नाका लगा कर दो दर्जन से अधिक अंडर ऐज स्कूली बच्चों और बच्चों को ले जाने आए अभिभावकों को यातायात नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाने पर पकड़ा। साथ ही पुलिस ने बच्चों के परिजनों को मौके पर बुलाया उसके बाद उनके चालान करके उन्हें छोड़ा गया। दुपहिया वाहन ही नहीं कार में भी स्कूली बच्चे चार अन्य बच्चों को बैठा कर गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए। यही नहीं कई अभिभावक भी बिना हेलमेट के अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल आए हुए थे। जैसे ही दुपहिया वाहन व कार में बच्चे स्कूल से बाहर निकले वैसे ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। यह बच्चे दस से 15 साल की आयु के थे। हैरानी की बात है कि परिजन अपने बच्चों को खुद बाइक देकर हादसों को न्यौता देने में लगे हुए है। पुलिस की इस कार्रवाई से वाहन चालकों में हड़कंप मच गया और कई बच्चे अपनी बाइक छोड़ कर भाग भी गए। कुछ छात्र चोर रास्तों से भाग गए। पुलिस का यह अभियान भविष्य में भी चलेगा। इस अभियान पर जानकारी देते हुए एसपी बद्दी मोहित चावला ने बताया कि पुलिस ने सभी स्कूलों को पत्र लिखा है। स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों का फर्ज बनता है कि बिना लाइसेंस के बच्चों को बाईक न थमाए। वार्निंग के बाद अगर अब दोबारा यह बच्चे पकड़े जाते है तो परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी और वाहन सीज कर दिये जाएंगे। बच्चों के जीवन के साथ किसी भी कीमत पर खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस का उद्देश्य चालान करके जुर्माना वसूला नहीं है। बल्कि बच्चों के जीवन को बचाना है। अभी तीन छोटे बच्चे बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने से मारे गए। यह तीनों बच्चे नालाबिग थे और ऊपर से इन बच्चों ने हेलमेट भी नहीं लगाया हुआ था। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन , [ बद्दी ] , 29 अप्रैल [ पंकज गोल्डी ] ! एसपी बद्दी मोहित चावला के आदेशों के बाद पुलिस थाना बद्दी के अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी फेस 2 साईं मंदिर के नजदीक निजी स्कूल के बाहर आने वाले रास्तों पर नाका लगा कर दो दर्जन से अधिक अंडर ऐज स्कूली बच्चों और बच्चों को ले जाने आए अभिभावकों को यातायात नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाने पर पकड़ा। साथ ही पुलिस ने बच्चों के परिजनों को मौके पर बुलाया उसके बाद उनके चालान करके उन्हें छोड़ा गया।
दुपहिया वाहन ही नहीं कार में भी स्कूली बच्चे चार अन्य बच्चों को बैठा कर गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए। यही नहीं कई अभिभावक भी बिना हेलमेट के अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल आए हुए थे। जैसे ही दुपहिया वाहन व कार में बच्चे स्कूल से बाहर निकले वैसे ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। यह बच्चे दस से 15 साल की आयु के थे। हैरानी की बात है कि परिजन अपने बच्चों को खुद बाइक देकर हादसों को न्यौता देने में लगे हुए है।
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पुलिस की इस कार्रवाई से वाहन चालकों में हड़कंप मच गया और कई बच्चे अपनी बाइक छोड़ कर भाग भी गए। कुछ छात्र चोर रास्तों से भाग गए। पुलिस का यह अभियान भविष्य में भी चलेगा। इस अभियान पर जानकारी देते हुए एसपी बद्दी मोहित चावला ने बताया कि पुलिस ने सभी स्कूलों को पत्र लिखा है। स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों का फर्ज बनता है कि बिना लाइसेंस के बच्चों को बाईक न थमाए।
वार्निंग के बाद अगर अब दोबारा यह बच्चे पकड़े जाते है तो परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी और वाहन सीज कर दिये जाएंगे। बच्चों के जीवन के साथ किसी भी कीमत पर खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
पुलिस का उद्देश्य चालान करके जुर्माना वसूला नहीं है। बल्कि बच्चों के जीवन को बचाना है। अभी तीन छोटे बच्चे बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने से मारे गए। यह तीनों बच्चे नालाबिग थे और ऊपर से इन बच्चों ने हेलमेट भी नहीं लगाया हुआ था।
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