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चम्बा , 17 नवंबर [ शिवानी ] ! 'कला सृजन पाठशाला' के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक बालकृष्ण पराशर के संरक्षण में दिनांक 16/11/2025 (रविवार) को सांय 4:00 बजे होटल इरावती चंबा में शरत् शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक का प्रस्थान बिन्दु महासचिव डॉ. सन्तोष कुमार के इस वाक्य से हुआ कि कला सृजन पाठशाला का विधिवत आयोजन सत्र पिछले कुछ माह से लम्बित चल रहा है, जिसे शीघ्र ही आने वाले दिसम्बर माह के पहले सप्ताह से नियमित कर दिया जाएगा। इस पर सभी सदस्यों ने एकमत में सहमति जताई। इसके साथ साथ कार्यकारिणी ने अनेक मुद्दों पर गहन एवं विस्तृत विचार विमर्श किया। कार्यकारिणी ने यह भी निर्णय लिया कि कला सृजन पाठशाला के रचनाधर्मी सदस्यों की समय समय पर स्वतन्त्र पुस्तक का प्रकाशन भी इसी मंच से नि:शुल्क करते रहेंगे। अपने भावी आयोजनों को स्वावलम्बी बनाने के लिए कला सृजन पाठशाला के बैंक खाते को सक्रिय तथा सुचारू बनाए रखेंगे ताकि कला सृजन पाठशाला की गतिविधियों की सक्रियता में आर्थिक व्यवधान का सामना न करना पड़े। कार्यकारिणी ने यह भी निर्णय लिया कि समय समय पर साहित्य की विभिन्न विधाओं पर शिविरों का आयोजन होता रहे जिसमें शोधपूर्ण लेखों तथा स्वतन्त्र लेखों को प्रोत्साहन मिले। ऐसे कार्यों के लिए कला सृजन पाठशाला अपनी आर्थिक सीमाओं के भीतर यथा सामर्थ्य पारिश्रमिक भी प्रदान करेगा। बैठक में इस बात के ऊपर बल देते हुए निर्णय लिया कि कला सृजन पाठशाला के सदस्य अपने आसपास विद्यमान साहित्यिक प्रतिभाओं को चिन्हित करते हुए उन्हें समय समय पर कला सृजन पाठशाला में जोड़ता रहेगा जिससे मंच में विविधता और विस्तार बना रहेगा। इस मौके पर राकेश ठाकुर ने स्वरचित कविताओं 'महामारी के दिन' तथा 'दारा शिकोह' का पाठ करके सबका दिल मोह लिया। शरत् शर्मा ने हाल में लिखी लम्बी कविता 'चम्बा हूँ' कविता का पाठ करके चम्बा का अद्भुत चरित्र प्रस्तुत किया। कार्यकारिणी ने वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए भी सार्थक कदम उठाने का निर्णय लिया। इस अवसर पर कला सृजन पाठशाला के अध्यक्ष शरत् कुमार शर्मा, महासचिव डॉ संतोष कुमार, संरक्षक बालकृष्ण प्रराशर, वित्त नियंत्रक धर्मवीर शर्मा, उपाध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष सोमी प्रकाश भूवेटा, सचिव अनूप राही, सचिव प्रसार राकेश ठाकुर, तथा सचिव प्रचार राकेश कुमार प्लाह आदि वरिष्ठ एवं कार्यकारिणी सदस्य निर्णयों को अपनी सहमति की मोहर लगाते हुए उपस्थित रहे।
चम्बा , 17 नवंबर [ शिवानी ] ! 'कला सृजन पाठशाला' के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक बालकृष्ण पराशर के संरक्षण में दिनांक 16/11/2025 (रविवार) को सांय 4:00 बजे होटल इरावती चंबा में शरत् शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक का प्रस्थान बिन्दु महासचिव डॉ. सन्तोष कुमार के इस वाक्य से हुआ कि कला सृजन पाठशाला का विधिवत आयोजन सत्र पिछले कुछ माह से लम्बित चल रहा है, जिसे शीघ्र ही आने वाले दिसम्बर माह के पहले सप्ताह से नियमित कर दिया जाएगा। इस पर सभी सदस्यों ने एकमत में सहमति जताई। इसके साथ साथ कार्यकारिणी ने अनेक मुद्दों पर गहन एवं विस्तृत विचार विमर्श किया।
कार्यकारिणी ने यह भी निर्णय लिया कि कला सृजन पाठशाला के रचनाधर्मी सदस्यों की समय समय पर स्वतन्त्र पुस्तक का प्रकाशन भी इसी मंच से नि:शुल्क करते रहेंगे। अपने भावी आयोजनों को स्वावलम्बी बनाने के लिए कला सृजन पाठशाला के बैंक खाते को सक्रिय तथा सुचारू बनाए रखेंगे ताकि कला सृजन पाठशाला की गतिविधियों की सक्रियता में आर्थिक व्यवधान का सामना न करना पड़े।
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कार्यकारिणी ने यह भी निर्णय लिया कि समय समय पर साहित्य की विभिन्न विधाओं पर शिविरों का आयोजन होता रहे जिसमें शोधपूर्ण लेखों तथा स्वतन्त्र लेखों को प्रोत्साहन मिले। ऐसे कार्यों के लिए कला सृजन पाठशाला अपनी आर्थिक सीमाओं के भीतर यथा सामर्थ्य पारिश्रमिक भी प्रदान करेगा।
बैठक में इस बात के ऊपर बल देते हुए निर्णय लिया कि कला सृजन पाठशाला के सदस्य अपने आसपास विद्यमान साहित्यिक प्रतिभाओं को चिन्हित करते हुए उन्हें समय समय पर कला सृजन पाठशाला में जोड़ता रहेगा जिससे मंच में विविधता और विस्तार बना रहेगा।
इस मौके पर राकेश ठाकुर ने स्वरचित कविताओं 'महामारी के दिन' तथा 'दारा शिकोह' का पाठ करके सबका दिल मोह लिया। शरत् शर्मा ने हाल में लिखी लम्बी कविता 'चम्बा हूँ' कविता का पाठ करके चम्बा का अद्भुत चरित्र प्रस्तुत किया। कार्यकारिणी ने वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए भी सार्थक कदम उठाने का निर्णय लिया।
इस अवसर पर कला सृजन पाठशाला के अध्यक्ष शरत् कुमार शर्मा, महासचिव डॉ संतोष कुमार, संरक्षक बालकृष्ण प्रराशर, वित्त नियंत्रक धर्मवीर शर्मा, उपाध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष सोमी प्रकाश भूवेटा, सचिव अनूप राही, सचिव प्रसार राकेश ठाकुर, तथा सचिव प्रचार राकेश कुमार प्लाह आदि वरिष्ठ एवं कार्यकारिणी सदस्य निर्णयों को अपनी सहमति की मोहर लगाते हुए उपस्थित रहे।
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