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सिरमौर , 22 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! पांवटा साहिब शहर में नशे का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। पुलिस की कार्रवाई के बावजूद नशेड़ियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को पांवटा बस स्टैंड पर दो नशेड़ी आपस में भिड़ गए, जिसमें एक का सिर फट गया। मौके पर मौजूद लोगों ने 108 एंबुलेंस को बुलाकर घायल युवक को सिविल अस्पताल पांवटा साहिब पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस स्टैंड के आसपास अक्सर नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। कभी झगड़े, कभी चोरी — आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं। एक बस चालक ने बताया कि कई बार यात्रियों के बैग तक गायब हो जाते हैं। वहीं दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने कहा कि शाम होते ही बस स्टैंड नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने कदम नहीं उठाया तो यहां कोई बड़ी वारदात भी हो सकती है। सभी ने प्रशासन से मांग की है कि बस स्टैंड क्षेत्र में पुलिस का स्थायी जवान तैनात किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। “हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी की बसें यहां आती हैं, यात्रियों और व्यापारियों की सुरक्षा के लिए बस स्टैंड पर चौबीसों घंटे पुलिस गश्त जरूरी है।”
सिरमौर , 22 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! पांवटा साहिब शहर में नशे का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। पुलिस की कार्रवाई के बावजूद नशेड़ियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को पांवटा बस स्टैंड पर दो नशेड़ी आपस में भिड़ गए, जिसमें एक का सिर फट गया। मौके पर मौजूद लोगों ने 108 एंबुलेंस को बुलाकर घायल युवक को सिविल अस्पताल पांवटा साहिब पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस स्टैंड के आसपास अक्सर नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। कभी झगड़े, कभी चोरी — आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं। एक बस चालक ने बताया कि कई बार यात्रियों के बैग तक गायब हो जाते हैं। वहीं दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने कहा कि शाम होते ही बस स्टैंड नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है।
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लोगों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने कदम नहीं उठाया तो यहां कोई बड़ी वारदात भी हो सकती है। सभी ने प्रशासन से मांग की है कि बस स्टैंड क्षेत्र में पुलिस का स्थायी जवान तैनात किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
“हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी की बसें यहां आती हैं, यात्रियों और व्यापारियों की सुरक्षा के लिए बस स्टैंड पर चौबीसों घंटे पुलिस गश्त जरूरी है।”
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