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चंबा ! चंबा जिला में आगामी 31 मार्च 2021 तक सभी बेसहारा पशुओं को गौ सदन या गौ शेल्टर के माध्यम से सहारा दिया जाएगा। राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शनिवार को उपायुक्त विवेक भाटिया द्वारा इस संबंध में बचत भवन में बैठक की। उपायुक्त ने बताया कि पूरे जिले में यह कार्य ग्रामीण विकास विभाग के अलावा पशुपालन और पंचायती राज विभागों द्वारा संयुक्त रूप से तैयार कार्य योजना के तहत किया जाएगा। पुराने गौ सदनों की क्षमता बढ़ाने के अलावा नए गौ सदनों के निर्माण के कार्य मनरेगा योजना के तहत किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि इसके कार्यान्वयन के लिए खंड स्तर पर खंड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जाएगी। जिसमें पशुपालन विभाग के अधिकारी के अलावा पंचायत निरीक्षक भी शामिल रहेंगे। यह कमेटी गाइडलाइन्स के मुताबिक नए गो सदनों के निर्माण, पुराने गौ सदन में क्षमता बढ़ाने के अलावा पशुओं के लिए चारा तैयार करने की स्कीमों को लेकर अपनी संस्तुति प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि 13वें वित्त आयोग के तहत भी चंबा जिला में करीब 30 गौ सदनों का निर्माण विभिन्न जगहों पर किया गया था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भी निर्देश जारी किए गए हैं कि उन सभी गौ सदनों को कार्यशील बनाया जाए ताकि उनमें बेसहारा पशुओं को रखा जा सके। उपायुक्त ने बताया कि जिला में जिन पशुओं की टैगिंग शेष है उनकी टैगिंग का कार्य टीकाकरण के साथ ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टैगिंग होने के बाद बेसहारा पशुओं की समस्या से भी निजात मिलने में मदद मिलेगी। बैठक में एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह चंबा शिवम प्रताप सिंह और उपनिदेशक पशुपालन डॉ रवि प्रकाश के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
चंबा ! चंबा जिला में आगामी 31 मार्च 2021 तक सभी बेसहारा पशुओं को गौ सदन या गौ शेल्टर के माध्यम से सहारा दिया जाएगा। राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शनिवार को उपायुक्त विवेक भाटिया द्वारा इस संबंध में बचत भवन में बैठक की।
उपायुक्त ने बताया कि पूरे जिले में यह कार्य ग्रामीण विकास विभाग के अलावा पशुपालन और पंचायती राज विभागों द्वारा संयुक्त रूप से तैयार कार्य योजना के तहत किया जाएगा। पुराने गौ सदनों की क्षमता बढ़ाने के अलावा नए गौ सदनों के निर्माण के कार्य मनरेगा योजना के तहत किए जा सकेंगे।
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उन्होंने कहा कि इसके कार्यान्वयन के लिए खंड स्तर पर खंड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जाएगी। जिसमें पशुपालन विभाग के अधिकारी के अलावा पंचायत निरीक्षक भी शामिल रहेंगे। यह कमेटी गाइडलाइन्स के मुताबिक नए गो सदनों के निर्माण, पुराने गौ सदन में क्षमता बढ़ाने के अलावा पशुओं के लिए चारा तैयार करने की स्कीमों को लेकर अपनी संस्तुति प्रदान करेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि 13वें वित्त आयोग के तहत भी चंबा जिला में करीब 30 गौ सदनों का निर्माण विभिन्न जगहों पर किया गया था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भी निर्देश जारी किए गए हैं कि उन सभी गौ सदनों को कार्यशील बनाया जाए ताकि उनमें बेसहारा पशुओं को रखा जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में जिन पशुओं की टैगिंग शेष है उनकी टैगिंग का कार्य टीकाकरण के साथ ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टैगिंग होने के बाद बेसहारा पशुओं की समस्या से भी निजात मिलने में मदद मिलेगी। बैठक में एसडीएम चंबा शिवम प्रताप सिंह चंबा शिवम प्रताप सिंह और उपनिदेशक पशुपालन डॉ रवि प्रकाश के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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