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बद्दी ! बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ उद्योग संघ (बीबीएनआईए) ने आरोप लगाया कि ट्रक यूनियन नालागढ़ की तानाशाही रवैये के चलते प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र प्रताडि़त हो रहा है। संघ के साथ ट्रक यूनियन का जो एग्रीमेंट हुआ था उसे उन्होंने अगस्त माह संघ के विश्वास में लिए बगैर तोड़ दिया है। उन्होंने इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से की है। संघ के अध्यक्ष संजय खुराना ने सीएम को भेजे शिकायत पत्र के माध्यम से बताया कि ट्रक यूनियन नज़दीक के स्टेशन जैसे चंडीगढ़, गुड़गाँव व जयपुर आदि के समय ट्रक उपलब्ध नहीं करा रहे है। यूनियन को 24 घंटे के भीतर ट्रक मुहैया कराना होता है लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। यही नहीं लंबी दूरी के स्टेशन के लिए अब यूनियन ने 50 फीसदी भाड़ा पहले ही मागंना शुरू कर दिया है। जिन उद्योगपतियों के यूनियन की सहमति से अपने ट्रक डाल रखे है, उन्होंने अब संचालन करने में दिक्कत आ रही है। संघ का कहना है कि अगर 24 घंटे के भीतर उन्हें ट्रक नहीं मिलता है तो वह बाहर से ट्रक हायर करेंगे और अगर उसके बावजूद भी उन्हें यूनियन के पदाधिकारियों ने रोकने का प्रयास किया तो इसकी शिकायत तुरंत पुलिस अधीक्षक को की जाएगी। साथ में संघ को भी इसके बारे में सूचना देनी होगी। संघ ने अब फैसला लिया है कि यूनियन की मनमानी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीबीएन की सभी एसोसिएशन एक जुट है और ट्रक यूनियन के रवैये से सभी दुखी है। संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री, डीसी सोलन, मु य सचिव, उद्योग सचिव व एसपी बद्दी को पत्र भेजा है। उधर, ट्रक ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष विद्यारतन चौधरी ने कहा कि संघ की ओर से किसी भी उद्योगपति को तंग नहीं किया जा रहा है। संघ ऐसे ही दबाव बनाने के लिए जानबूझ कर ऐसी योजना बना रहा है। यूनियन के पास पहले ही काम की कमी है। किसी भी उद्योग को गाड़ी देने से इंकार नहीं किया है। सेब सीजन के दौरान कभी कभार अगर ऐसा हुआ होगा तो अलग बाद है लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ है। सभी लंबी व नज़दीक सभी स्टेशन पर गाड़ियाँ भेजी जा रही है। लंबी दूर के लिए अब तेल के दाम बढऩे से एक लाख से अधिक किराया बन जाता है ऐसे में यूनियन ने मात्र संघ से आधा भाड़ा देने की अपील की है न कि उन पर यह फैसला थोपा गया है। बाद में भी उद्योगपति को भाड़ा देना ही पड़ता है।
बद्दी ! बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ उद्योग संघ (बीबीएनआईए) ने आरोप लगाया कि ट्रक यूनियन नालागढ़ की तानाशाही रवैये के चलते प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र प्रताडि़त हो रहा है। संघ के साथ ट्रक यूनियन का जो एग्रीमेंट हुआ था उसे उन्होंने अगस्त माह संघ के विश्वास में लिए बगैर तोड़ दिया है। उन्होंने इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से की है।
संघ के अध्यक्ष संजय खुराना ने सीएम को भेजे शिकायत पत्र के माध्यम से बताया कि ट्रक यूनियन नज़दीक के स्टेशन जैसे चंडीगढ़, गुड़गाँव व जयपुर आदि के समय ट्रक उपलब्ध नहीं करा रहे है। यूनियन को 24 घंटे के भीतर ट्रक मुहैया कराना होता है लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। यही नहीं लंबी दूरी के स्टेशन के लिए अब यूनियन ने 50 फीसदी भाड़ा पहले ही मागंना शुरू कर दिया है। जिन उद्योगपतियों के यूनियन की सहमति से अपने ट्रक डाल रखे है, उन्होंने अब संचालन करने में दिक्कत आ रही है।
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संघ का कहना है कि अगर 24 घंटे के भीतर उन्हें ट्रक नहीं मिलता है तो वह बाहर से ट्रक हायर करेंगे और अगर उसके बावजूद भी उन्हें यूनियन के पदाधिकारियों ने रोकने का प्रयास किया तो इसकी शिकायत तुरंत पुलिस अधीक्षक को की जाएगी। साथ में संघ को भी इसके बारे में सूचना देनी होगी। संघ ने अब फैसला लिया है कि यूनियन की मनमानी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीबीएन की सभी एसोसिएशन एक जुट है और ट्रक यूनियन के रवैये से सभी दुखी है। संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री, डीसी सोलन, मु य सचिव, उद्योग सचिव व एसपी बद्दी को पत्र भेजा है।
उधर, ट्रक ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष विद्यारतन चौधरी ने कहा कि संघ की ओर से किसी भी उद्योगपति को तंग नहीं किया जा रहा है। संघ ऐसे ही दबाव बनाने के लिए जानबूझ कर ऐसी योजना बना रहा है। यूनियन के पास पहले ही काम की कमी है। किसी भी उद्योग को गाड़ी देने से इंकार नहीं किया है। सेब सीजन के दौरान कभी कभार अगर ऐसा हुआ होगा तो अलग बाद है लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ है। सभी लंबी व नज़दीक सभी स्टेशन पर गाड़ियाँ भेजी जा रही है। लंबी दूर के लिए अब तेल के दाम बढऩे से एक लाख से अधिक किराया बन जाता है ऐसे में यूनियन ने मात्र संघ से आधा भाड़ा देने की अपील की है न कि उन पर यह फैसला थोपा गया है। बाद में भी उद्योगपति को भाड़ा देना ही पड़ता है।
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