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कुल्लू ! मनाली के सोलंग गांव को जोडऩे वाले अस्थायी पुल के टूट जाने से एक व्यक्ति व 5 घोड़े ब्यास नदी में जा गिरे। नदी में पानी कम होने से व्यक्ति सहित घोड़े बाहर निकलने में कामयाब रहे। पांचों घोड़े कुछ दूरी तक पानी में बह गए थे जिससे घोड़े घायल हो गए। सोलंग के ग्रामीणों ने गांव में जाने के लिए अस्थायी पुल का निर्माण किया है। सरकार ने इस गांव के लिए 2014 से ब्यास नदी पर पुल बनाने का काम शुरू किया है, लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को स्थायी पुल नहीं मिल पाया है। सोलांग के रूप चंद ठाकुर, गोकल चंद, कर्म चंद, रोशन व लुदर ने बताया कि ग्रामीण पिछले कई सालों से पुल की समस्या का सामना कर रहे हैं। हर साल नदी में बनाया अस्थायी पुल बाढ़ में बह जाता है जिससे ग्रामीण परेशान हैं। उन्होंने बताया कि गांव के लिए 6 साल पहले स्थायी पुल का कार्य शुरू हुआ है लेकिन पीडब्ल्यूडी 6 साल बीत जाने के बाद अभी पिल्लर भी खड़े नहीं कर पाया है। उन्होंने कहा कि पुल का कार्य कई सालों से धीमी गति से चल रहा है। कई बार विभाग व सरकार के ध्यान में इस गंभीर समस्या को लाया गया, लेकिन कोई भी उनकी नहीं सुन रहा।उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि उनकी इस गंभीर हो चुकी समस्या का शीघ्र समाधान करें। मनाली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरि चंद शर्मा ने कहा कि जो पहले पुल का काम कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था वह भी बंद है। यह गांव अभी भी सड़क सुविधा से महरूम है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत यहां पर सड़क के लिए बजट स्वीकृत है। पुल और सड़क का निर्माण शीघ्र किया जाए जो पुल का काम रुका पड़ा है उसे फिर से शुरू करें। मनाली कांग्रेस सरकार व प्रशासन के समक्ष यह मांग रखती है की जल्द से जल्द क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर पुल का निर्माण अतिशीघ्र किया जाए जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा न हो।
कुल्लू ! मनाली के सोलंग गांव को जोडऩे वाले अस्थायी पुल के टूट जाने से एक व्यक्ति व 5 घोड़े ब्यास नदी में जा गिरे। नदी में पानी कम होने से व्यक्ति सहित घोड़े बाहर निकलने में कामयाब रहे। पांचों घोड़े कुछ दूरी तक पानी में बह गए थे जिससे घोड़े घायल हो गए। सोलंग के ग्रामीणों ने गांव में जाने के लिए अस्थायी पुल का निर्माण किया है। सरकार ने इस गांव के लिए 2014 से ब्यास नदी पर पुल बनाने का काम शुरू किया है, लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को स्थायी पुल नहीं मिल पाया है। सोलांग के रूप चंद ठाकुर, गोकल चंद, कर्म चंद, रोशन व लुदर ने बताया कि ग्रामीण पिछले कई सालों से पुल की समस्या का सामना कर रहे हैं। हर साल नदी में बनाया अस्थायी पुल बाढ़ में बह जाता है जिससे ग्रामीण परेशान हैं। उन्होंने बताया कि गांव के लिए 6 साल पहले स्थायी पुल का कार्य शुरू हुआ है लेकिन पीडब्ल्यूडी 6 साल बीत जाने के बाद अभी पिल्लर भी खड़े नहीं कर पाया है।
उन्होंने कहा कि पुल का कार्य कई सालों से धीमी गति से चल रहा है। कई बार विभाग व सरकार के ध्यान में इस गंभीर समस्या को लाया गया, लेकिन कोई भी उनकी नहीं सुन रहा।उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि उनकी इस गंभीर हो चुकी समस्या का शीघ्र समाधान करें। मनाली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरि चंद शर्मा ने कहा कि जो पहले पुल का काम कांग्रेस सरकार ने शुरू किया था वह भी बंद है। यह गांव अभी भी सड़क सुविधा से महरूम है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत यहां पर सड़क के लिए बजट स्वीकृत है। पुल और सड़क का निर्माण शीघ्र किया जाए जो पुल का काम रुका पड़ा है उसे फिर से शुरू करें। मनाली कांग्रेस सरकार व प्रशासन के समक्ष यह मांग रखती है की जल्द से जल्द क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर पुल का निर्माण अतिशीघ्र किया जाए जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा न हो।
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