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शिमला , 10 अगस्त ! शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज यहां बताया कि प्रदेश के विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के अंतर्गत परीक्षा पास करने वाले 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को वर्ष 2023 से उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में बोर्ड द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए केवल अंक तालिका व प्रवास प्रमाण-पत्र ही उपलब्ध करवाये जाते थे, जबकि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व अन्य बोडों द्वारा उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र भी छात्रों को प्रदान किए जाते हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी पूर्व में यह सुविधा केवल आग्रह पर ही उपलब्ध करवाता था। इस कारण प्रदेश से बाहर रोजगार के लिये जाने वाले युवाओं को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता था। उनके आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आकर यह प्रमाण-पत्र बोर्ड कार्यालय में आकर ही लेना पड़ता था। विद्यार्थियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र देने का निर्णय लिया है। रोहित ठाकुर ने कहा कि यह निर्णय छात्रों के लिए प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और उनके समग्र विकास के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने में भी सहायक होगा। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 10 अगस्त ! शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज यहां बताया कि प्रदेश के विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के अंतर्गत परीक्षा पास करने वाले 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को वर्ष 2023 से उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में बोर्ड द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए केवल अंक तालिका व प्रवास प्रमाण-पत्र ही उपलब्ध करवाये जाते थे, जबकि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व अन्य बोडों द्वारा उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र भी छात्रों को प्रदान किए जाते हैं।
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हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी पूर्व में यह सुविधा केवल आग्रह पर ही उपलब्ध करवाता था। इस कारण प्रदेश से बाहर रोजगार के लिये जाने वाले युवाओं को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता था। उनके आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आकर यह प्रमाण-पत्र बोर्ड कार्यालय में आकर ही लेना पड़ता था। विद्यार्थियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को उत्तीर्ण प्रमाण-पत्र देने का निर्णय लिया है।
रोहित ठाकुर ने कहा कि यह निर्णय छात्रों के लिए प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और उनके समग्र विकास के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने में भी सहायक होगा।
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