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शिमला , 29 अगस्त ! हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाएं (एच.पी.ए.एस.) और संबद्ध सेवाओं के 13 परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने आज राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार भेंट की। यह परिवीक्षाधीन अधिकारी हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा), फेयरलॉन, शिमला में आधार (फाउंडेशन) प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि हिमाचल जैसे शांतिपूर्ण राज्य में उन्हें प्रशासनिक अधिकारी के रूप में सेवा करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि नियम और व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें आम लोगों के मार्गदर्शक, सहयोगी और मित्र के रूप में धैर्य के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने उन्हें कानून व्यवस्था को सही रूप से लागू करने और कर्तव्यनिष्ठा व समर्पण भावना से कार्य करने का परामर्श दिया ताकि वंचित वर्ग लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के निवारण के लिए व्यवहारिक कानून की समझ आवश्यक है। काम ही व्यक्ति को एक अलग पहचान दिलाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी युवा अधिकारी प्रदेश हित में कार्य करते हुए राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे। राज्यपाल ने कहा कि अधिकारियों का अपने काम के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल उनके करियर बल्कि देश के भविष्य को भी बेहतर दिशा मिलेगी। राज्यपाल ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों के साथ जीवन के अनुभव भी साझा किये और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव भी साझा किये। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा और हिप्पा के अतिरिक्त निदेशक प्रशांत सरकेक भी उपस्थित थे।
शिमला , 29 अगस्त ! हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाएं (एच.पी.ए.एस.) और संबद्ध सेवाओं के 13 परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने आज राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार भेंट की। यह परिवीक्षाधीन अधिकारी हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा), फेयरलॉन, शिमला में आधार (फाउंडेशन) प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि हिमाचल जैसे शांतिपूर्ण राज्य में उन्हें प्रशासनिक अधिकारी के रूप में सेवा करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि नियम और व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें आम लोगों के मार्गदर्शक, सहयोगी और मित्र के रूप में धैर्य के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने उन्हें कानून व्यवस्था को सही रूप से लागू करने और कर्तव्यनिष्ठा व समर्पण भावना से कार्य करने का परामर्श दिया ताकि वंचित वर्ग लाभान्वित हो सकें।
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उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के निवारण के लिए व्यवहारिक कानून की समझ आवश्यक है। काम ही व्यक्ति को एक अलग पहचान दिलाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी युवा अधिकारी प्रदेश हित में कार्य करते हुए राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि अधिकारियों का अपने काम के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल उनके करियर बल्कि देश के भविष्य को भी बेहतर दिशा मिलेगी। राज्यपाल ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों के साथ जीवन के अनुभव भी साझा किये और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव भी साझा किये। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा और हिप्पा के अतिरिक्त निदेशक प्रशांत सरकेक भी उपस्थित थे।
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