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मंडी जिला की सुंदरनगर नगर परिषद के द्वारा शहर के लोगों पर लगाए गए हाउस टैक्स को कम कर दिया गया है।अब नगर परिषद सुंदरनगर ने इसे 12 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे शहर के 13 वार्डों की जनता को लाभ मिलेगा और नगर परिषद को भी धन उपलब्ध होगा। जानकारी देते हुए नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अशिकारी अशोक शर्मा ने कहा कि पिछले लंबे समय से शहर की प्रॉपर्टी का आकलन नहीं हो पाया था। लेकिन अब निजी कंपनी द्वारा वार्ड नंबर 1 से 13 तक सर्वे करवाया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वे करवाने के बाद जब जब लोगोंंश को हाउस टैक्स दिया गया तो लोगो की हाउस टैक्स को कम किया जाने की मांग थी। टैक्स को कम करने के लिए नगर परिषद की बैठक में मामले को रखा गया और टैक्स को 12 प्रतिशत से घटा कर 7 प्रतिशत किया गया। उन्होंने कहा कि पहले 100 स्क्वेटर मीटर के लिए टैक्स नहीं लिया जाता था। लेकिन इस निर्णय में 2011 में बदलाब किया गया था उसके बाद लोगों को टैक्स लगना शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अब टैक्स को 12 प्रतिशत से घटा कर 7 प्रतिशत कर दिया गया है। अशोक शर्मा ने कहा कि अब जनता को जितना टैक्स पहले आता था उसी के आधार पर टैक्स दिया जा रहा है। हर तीन साल बाद सर्वे करवाया जाता है और 1-1 प्रतिशत टैक्स को बढ़ाया जाएगा जिससे नगर परिषद की कमाई में इजाफा होता रहे। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि हाउस टैक्स देकर नगर परिषद का सहयोग करे।
मंडी जिला की सुंदरनगर नगर परिषद के द्वारा शहर के लोगों पर लगाए गए हाउस टैक्स को कम कर दिया गया है।अब नगर परिषद सुंदरनगर ने इसे 12 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे शहर के 13 वार्डों की जनता को लाभ मिलेगा और नगर परिषद को भी धन उपलब्ध होगा।
जानकारी देते हुए नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अशिकारी अशोक शर्मा ने कहा कि पिछले लंबे समय से शहर की प्रॉपर्टी का आकलन नहीं हो पाया था। लेकिन अब निजी कंपनी द्वारा वार्ड नंबर 1 से 13 तक सर्वे करवाया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वे करवाने के बाद जब जब लोगोंंश को हाउस टैक्स दिया गया तो लोगो की हाउस टैक्स को कम किया जाने की मांग थी।
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टैक्स को कम करने के लिए नगर परिषद की बैठक में मामले को रखा गया और टैक्स को 12 प्रतिशत से घटा कर 7 प्रतिशत किया गया। उन्होंने कहा कि पहले 100 स्क्वेटर मीटर के लिए टैक्स नहीं लिया जाता था। लेकिन इस निर्णय में 2011 में बदलाब किया गया था उसके बाद लोगों को टैक्स लगना शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अब टैक्स को 12 प्रतिशत से घटा कर 7 प्रतिशत कर दिया गया है।
अशोक शर्मा ने कहा कि अब जनता को जितना टैक्स पहले आता था उसी के आधार पर टैक्स दिया जा रहा है। हर तीन साल बाद सर्वे करवाया जाता है और 1-1 प्रतिशत टैक्स को बढ़ाया जाएगा जिससे नगर परिषद की कमाई में इजाफा होता रहे। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि हाउस टैक्स देकर नगर परिषद का सहयोग करे।
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