- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत मनीष कुमार हेड कांस्टेबल जी डी देश सेवा के दौरान दिनांक 31 दिसंबर 2024 को स्वर्गवास हो गया है, जिनका राष्ट्रीय ध्वज से ढका हुआ पार्थिक-देह फूल मालाओं से सुसज्जित विभाग के वाहन मैं सशस्त्र सीमा बल के हथियारबंद जवानों के माध्यम से 01 जनवरी 2025 को सुबह 8:00 बजे जिला चम्बा के परेल पुल पर पहुंचेगा। यहां से सीधे उनके पुश्तैनी गांव बाई ले जाया जाएगा ! उनके पार्थिक देह को मुखाग्नि इनकी दो छोटी-छोटी बेटियों द्वारा इनके गांव बाई डाकघर राजपुर ग्राम पंचायत बढ़ोह ( चंबा,नाडु,गैला,गतयाणु रोड) तहसील जिला चबा के पुश्तैनी शमशान घाट पर सुबह 11:00 बजे तक अर्पित की जाएगी । इन्होंने सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत होते हुए उत्तर प्रदेश,जम्मू कश्मीर के श्रीनगर बिहार इत्यादि में अपनी सेवाएं प्रदान की है तथा वर्तमान में यह बिहार राज्य के सीतामढ़ी क्षेत्र में कार्यरत थे ! इनके बड़े भाई भी सशस्त्र सीमा बल में ही कार्यरत हैं था उनके चाचा जी सशस्त्र सीमा बल में डिप्टी कमांडेंट के पद से सेवा नियुक्त हुए हैं ! दिन के परिवार में पीछे दो बेटियां माताजी व धर्मपत्नी है। उनके परिवार जनों ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है ।
चम्बा ! सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत मनीष कुमार हेड कांस्टेबल जी डी देश सेवा के दौरान दिनांक 31 दिसंबर 2024 को स्वर्गवास हो गया है, जिनका राष्ट्रीय ध्वज से ढका हुआ पार्थिक-देह फूल मालाओं से सुसज्जित विभाग के वाहन मैं सशस्त्र सीमा बल के हथियारबंद जवानों के माध्यम से 01 जनवरी 2025 को सुबह 8:00 बजे जिला चम्बा के परेल पुल पर पहुंचेगा।
यहां से सीधे उनके पुश्तैनी गांव बाई ले जाया जाएगा ! उनके पार्थिक देह को मुखाग्नि इनकी दो छोटी-छोटी बेटियों द्वारा इनके गांव बाई डाकघर राजपुर ग्राम पंचायत बढ़ोह ( चंबा,नाडु,गैला,गतयाणु रोड) तहसील जिला चबा के पुश्तैनी शमशान घाट पर सुबह 11:00 बजे तक अर्पित की जाएगी । इन्होंने सशस्त्र सीमा बल में कार्यरत होते हुए उत्तर प्रदेश,जम्मू कश्मीर के श्रीनगर बिहार इत्यादि में अपनी सेवाएं प्रदान की है तथा वर्तमान में यह बिहार राज्य के सीतामढ़ी क्षेत्र में कार्यरत थे !
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
इनके बड़े भाई भी सशस्त्र सीमा बल में ही कार्यरत हैं था उनके चाचा जी सशस्त्र सीमा बल में डिप्टी कमांडेंट के पद से सेवा नियुक्त हुए हैं ! दिन के परिवार में पीछे दो बेटियां माताजी व धर्मपत्नी है। उनके परिवार जनों ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है ।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
                                                                                        
                                                                                        
                                                                                        
                                                                                        - विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
                                                                                        
                                                                                        - विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
                                                                                
                                                                                
                                                                                
                                                                                
                                                                                        
                                                                                        - विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -